Last Updated:March 03, 2025, 17:01 ISTGold ETF Vs Physical Gold: एसोसिएशन ऑफ म्यूचुअल फंड्स इन इंडिया (AMFI) के आंकड़ों के मुताबिक, 2024 में गोल्ड ईटीएफ का नेट इनफ्लो 216 फीसदी की उछाल के साथ 9,225 करोड़ रुपये रहा. आइए जानते हैं कि गोल्ड ईटीएफ के 5…और पढ़ेंगोल्ड ETF में मिलता है छप्परफाड़ रिटर्नहाइलाइट्सगोल्ड ईटीएफ में 2024 में 216% की उछाल दर्ज की गई.गोल्ड ईटीएफ में कोई स्टोरेज या मेकिंग कॉस्ट नहीं होती.गोल्ड ईटीएफ छोटे डिनोमिशन में निवेश की सुविधा देता है.Gold ETF Vs Physical Gold: मिडिल-ईस्ट संकट की वजह से पैदा हुई ग्लोबल अनिश्चितता, डोनाल्ड ट्रंप की टैरिफ धमकियों और ग्लोबल इकोनॉमी में सुस्ती की वजह से गोल्ड फिलहाल निवेश का पसंदीदा ठिकाना बन गया है. बीते कुछ हफ्तों में सोने की कीमतें काफी तेजी से बढ़ी हैं. सोना में निवेश को बाजार में अस्थिरता के समय सुरक्षित माना जाता है. इसके अलावा, निवेश के नजरिए से देखा जाए तो गोल्ड ईटीएफ को फिजिकल गोल्ड से बेहतर माना जाता है.
भारत में गोल्ड ईटीएफ निवेश का लोकप्रिय विकल्प बन रहे हैं. एसोसिएशन ऑफ म्यूचुअल फंड्स इन इंडिया (AMFI) के आंकड़ों के मुताबिक, 2024 में गोल्ड ईटीएफ का नेट इनफ्लो 216 फीसदी की उछाल के साथ 9,225 करोड़ रुपये रहा. इससे पिछले साल यानी 2023 में यह आंकड़ा काफी कम 2,919 करोड़ रुपये था.
गोल्ड ईटीएफ फिजिकल गोल्ड की कीमतों पर नजर रखता है। इसे शेयरों की तरह स्टॉक एक्सचेंज के जरिये खरीदा या बेचा जा सकता है। साथ ही, निवेशकों को इस पर किसी तरह का मेकिंग चार्ज नहीं देना पड़ता है।
गोल्ड ईटीएफ के 5 अहम फायदे1. आसानी से ट्रेडेबल: चूंकि ये एक्सचेंज ट्रेडेड फंड्स (ईटीएफ) हैं, इन्हें आसानी से खरीदा और बेचा जा सकता है. आप स्टॉक मार्केट में इन्हें आसानी से खरीद या बेच सकते हैं, जिससे आप जब चाहें इन्हें खुले बाजार में बेचकर अधिकतम लाभ कमा सकते हैं.
2. कोई स्टोरेज कॉस्ट नहीं: फिजिकल गोल्ड के विपरीत एक्सचेंज ट्रेडेड यूनिट्स की कोई स्टोरेज कॉस्ट नहीं होती. चूंकि ईटीएफ आपके डिमैट खाते से जुड़े होते हैं, आप अपने प्रॉफिट को बैंक में रख सकते हैं.
3. कोई मेकिंग कॉस्ट नहीं: जब आप ईटीएफ के रूप में डिजिटल गोल्ड खरीदते हैं, तो आपको सोने के आभूषण की मेकिंग कॉस्ट की चिंता नहीं करनी पड़ती. आमतौर पर सोने के आभूषण की मेकिंग कॉस्ट 15-20 फीसदी तक हो सकती है.
4. छोटे यूनिट्स: आप गोल्ड ईटीएफ में छोटे डिनोमिशन में निवेश कर सकते हैं. जब 1 ग्राम फिजिकल गोल्ड की कीमत लगभग 8,600 रुपये होती है, तो ईटीएफ निवेशकों को 500-1,000 रुपये जैसे बहुत छोटे डिनोमिशन में डिजिटल गोल्ड खरीदने की सुविधा देता है.
5. पारदर्शिता: सोने की कीमत की मॉनिटरिंग करना बेहद आसान है, जिससे आप ईटीएफ में अपने निवेश के परफॉर्मेंस की जांच कर सकते हैं.
Location :New Delhi,DelhiFirst Published :March 03, 2025, 16:59 ISThomebusinessइन्वेस्टमेंट के लिए फिजकल सोना से क्यों बेहतर है Gold ETF, जानिए 5 फायदे
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