Last Updated:May 07, 2025, 17:19 ISTImported Car Prices : क्या आपने कभी सोचा है कि विदेशी लग्जरी कारों की कीमत भारत आते ही इतनी ज्यादा कैसे बढ़ जाती है. दुबई में 30 लाख में मिलने वाली लैंड क्रूजर का प्राइस भारत में 2 करोड़ से ज्यादा पहुंच जात…और पढ़ेंभारत सरकार बाहर से आने वाली कारों पर 100 फीसदी तक आयात शुल्क लगाती है. हाइलाइट्सभारत में लग्जरी कारों पर 60-100% आयात शुल्क लगता है.दुबई में कम आयात शुल्क के कारण कारें सस्ती होती हैं.भारत में 28% GST और रोड टैक्स भी कार कीमत बढ़ाते हैं.नई दिल्ली. पिछले कई दिनों से आप टैरिफ के बारे में काफी कुछ देख सुन रहे हैं. एक आम आदमी को लगता होगा कि यह सरकार के कारोबार और व्यापार का हिस्सा है और उनपर इसका कोई खास फर्क नहीं पड़ता होगा. अगर आप भी ऐसा सोच रहे तो इस सोच को बदल डालिए, क्योंकि टैरिफ सीधे तौर पर आपकी जेब का ही मामला है. इसे आसान भाषा में ऐसे समझ सकते हैं कि दुबई में महज 30 लाख रुपये में बिकने वाली एसयूवी भारत आते ही 2 करोड़ रुपये की हो जाती है. यह सारा खेल टैरिफ का ही तो है.
लैंड क्रूजर के दीवाने तो भारत में भी बहुत हैं, लेकिन यह कार इतनी महंगी है कि आम आदमी इसे खरीदने के बारे में सोच भी नहीं सकता है. भारत में इसकी कीमत करीब 2 करोड़ रुपये के आसपास है, जबकि दुबई में आप यही कार महज 30 लाख रुपये में खरीद सकते हैं. आखिर कीमत में 80 फीसदी से भी ज्यादा का अंतर क्यों है. इसी तरह, अमेरिका में महज 55 लाख रुपये में मिलने वाली BMW X5 की कीमत भारत आते ही 1 करोड़ रुपये के पार हो जाती है.
क्यों वहां इतनी सस्ती है कारइनवेस्टमेंट बैंकर सार्थक आहुजा का कहना है कि भारत में 2 करोड़ में मिलने वाली रेंज रोवर की अमेरिका में कीमत महज 80 लाख रुपये है, जबकि 50 लाख वाली फार्च्यूनर कार दुबई में सिर्फ 35 लाख में मिल जाती है. BMW X5 भी दुबई में 75 लाख में आ जाएगी, जो भारत में 1 करोड़ से ज्यादा में बिकती है. कीमतों में यह अंतर सिर्फ टैक्स की वजह से आता है, जो भारत सरकार इन प्रोडक्ट पर वसूलती है.
100 फीसदी तक है आयात शुल्कइन कारों की भारत में कीमतें बढ़ने का सबसे बड़ा कारण टैक्स है. सरकार लग्जरी कारों पर 60 से 100 फीसदी तक आयात शुल्क वसूलती है. इसके अलावा 28 फीसदी का जीएसटी भी लगाया जाता है. इतना ही नहीं इस जीएसटी की रकम पर भी सेस लगाया जाता है, ऊपर से सरकार कार खरीदने वाले से रोड टैक्स भी वसूलती है. इस तरह देखा जाए तो आयात शुल्क के अलावा कार की असल कीमत का करीब 45 फीसदी तो टैक्स के रूप में ही वसूल लिया जाता है.
दुबई में काफी कम है आयात शुल्कइन कारों की कीमतों में यह अंतर इसलिए भी इतना ज्यादा है, क्योंकि दुबई जैसे देशों में आयात शुल्क काफी कम है और टैक्स भी इस पर काफी कम लगता है. हालांकि, टाटा और मारुति जैसी कंपनियों की कारें में भारत में काफी सस्ती हैं, क्योंकि इनका उत्पादन यहीं पर किया जाता है और आयात शुल्क जैसे फैक्टर इसे प्रभावित नहीं करते हैं. यही कारें जब दूसरे देशों में जाती हैं तो वहां इनकी कीमत काफी ज्यादा बढ़ जाती है.
Location :New Delhi,Delhihomebusinessभारत आते ही 2 करोड़ की हो जाती है 30 लाख वाली SUV, कैसे बढ़ जाती है कीमत
stock market, share market, market update, trading news, trade news, nifty update,bank nifty, oxbig news, oxbig news network, hindi news, hindi news, business news, oxbig hindi news
English News