नई दिल्ली. सोने और चांदी की कीमतें नई ऊंचाइयों पर पहुंच गई हैं, जिससे कमोडिटी बाजारों में जोरदार तेजी देखने को मिल रही है. मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (एमसीएक्स) पर सोना अब तक के उच्चतम स्तर पर पहुंच गया है, जहां यह लगभग ₹76,000 प्रति 10 ग्राम पर कारोबार कर रहा है. वहीं, चांदी की कीमत भी ₹92,000 प्रति किलोग्राम के करीब है. ऐसे में निवेशकों की सुरक्षित साधनों की ओर बढ़ती दिलचस्पी को देखते हुए यह सवाल उठ रहा है कि क्या चांदी जल्द ही ₹1,00,000 का आंकड़ा पार कर पाएगी?
बाजार विश्लेषकों का मानना है कि चांदी की कीमतें जल्द ही इस मनोवैज्ञानिक स्तर की ओर बढ़ सकती हैं. एमसीएक्स पर दिसंबर की डिलीवरी के लिए चांदी की कीमत ₹92,000 प्रति किलोग्राम के आसपास है, और ऐसा माना जा रहा है कि 2024 के अंत तक यह छह अंकों का आंकड़ा छू सकती है. अंतर्राष्ट्रीय बाजार में भी चांदी की कीमत $31.85 प्रति औंस पर स्थिर बनी हुई है, जबकि सोने की कीमत $2,661.25 प्रति औंस दर्ज की गई है.
ब्याज दरों में कटौती का प्रभाव
विश्लेषक जिगर त्रिवेदी के अनुसार, “अंतर्राष्ट्रीय बाजार में चांदी की कीमतों में इस साल 34% की वृद्धि हुई है, जबकि सोने में 29% की बढ़ोतरी देखी गई है. अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दरों में कटौती और कमजोर अमेरिकी डॉलर ने चांदी की कीमतों को तेजी से बढ़ाया है.” फेडरल रिजर्व की ओर से और अधिक दर कटौती की उम्मीदें चांदी की कीमतों को और ऊपर ले जा सकती हैं.
ईवी और ग्रीन एनर्जी का बढ़ता प्रभाव
चांदी की औद्योगिक मांग में वृद्धि का एक प्रमुख कारण इलेक्ट्रिक वाहनों (ईवी) और ग्रीन एनर्जी टेक्नोलॉजी की बढ़ती लोकप्रियता है. ईवी और सौर पैनल जैसी तकनीकों में चांदी का व्यापक उपयोग होता है, जो इसकी मांग को बढ़ावा दे रहा है. केडिया एडवाइजरी के निदेशक अजय केडिया के अनुसार, “सौर पैनलों और विंड टर्बाइन में चांदी की बढ़ती मांग से आने वाले समय में इसकी कीमतों में और वृद्धि देखने को मिल सकती है.”
गिरता गोल्ड-सिल्वर अनुपात
गोल्ड-सिल्वर अनुपात, जो वर्तमान में 84 के आसपास है, भी बाजार की स्थितियों का संकेत देता है. यदि यह अनुपात कम होता है तो इसका मतलब है कि चांदी की कीमतें सोने की तुलना में तेजी से बढ़ रही हैं. केडिया का कहना है कि “अगर ब्याज दरों में और गिरावट आती है तो इस अनुपात में और कमी आ सकती है, जिससे चांदी का प्रदर्शन सोने की तुलना में बेहतर होगा.”
तकनीकी संकेत और भविष्यवाणियां
तकनीकी विश्लेषण के आधार पर, केडिया ने कहा कि चांदी में अभी भी मजबूती बनी हुई है. “वर्तमान कीमतें 50-दिवसीय मूविंग एवरेज से ऊपर हैं, जो खरीदारी की रुचि को दर्शाता है. यदि कोई अचानक रिवर्सल नहीं होता है, तो चांदी की कीमतों में और वृद्धि की संभावना बनी हुई है.” इस तरह, विभिन्न आर्थिक कारकों, उद्योग की मांग, और तकनीकी संकेतों के आधार पर विश्लेषक उम्मीद कर रहे हैं कि आने वाले महीनों में चांदी की कीमतें ₹1,00,000 के आंकड़े को छू सकती हैं.
Tags: Business news, Silver price
FIRST PUBLISHED : October 26, 2024, 23:28 IST
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