Last Updated:May 10, 2025, 09:15 ISTFirst Bridge in India : क्या आपको पता है कि देश का सबसे पुराना ब्रिज कौन सा है और कहां बना है. इस ब्रिज को कब बनाया गया था और इसे बनाने में कितना पैसा खर्च हुआ था. करीब 150 साल पहले बना यह पुल आज भी सेवा कर रह…और पढ़ेंदेश का पहला ब्रिज बंगाल की हुगली नदी पर बनाया गया था. हाइलाइट्सदेश का पहला ब्रिज हावड़ा ब्रिज है.हावड़ा ब्रिज का निर्माण 1862 में शुरू हुआ था.ब्रिज को 22 लाख रुपये में तैयार किया गया था.नई दिल्ली. देश में आज सैकड़ों की संख्या में ब्रिज और फ्लाईओवर का निर्माण हो चुका है. लेकिन, क्या आपको पता है कि देश में पहला ब्रिज कब और कहां बनाया गया था. करीब 150 साल पहले बनाया गया यह ब्रिज आज भी चट्टान की तरह अडिग खड़ा हुआ है. तब इस ब्रिज को महज 22 लाख रुपये में तैयार किया गया था और कुछ साल बाद इसे दोबारा बनाया गया. यही ब्रिज आज भी टिका हुआ है. ब्रिज का निर्माण अंग्रेजों के जमाने में शुरू किया गया था.
देश का पहला ब्रिज कोलकाता में हुगली नदी पर बना हावड़ा ब्रिज है, जिसे रबिंद्रन सेतु के नाम से भी जाना जाता है. हावड़ा और कोलकाता के बीच इस ब्रिज को बनाने का काम साल 1862 में शुरू हुआ था और इसे 1974 में शुरू किया गया. तब यह ब्रिज एक पांतून ब्रिज की तरह काम करता था, जो आवाजाही के लिए पर्याप्त नहीं था और बाद में 1943 में इसे वापस बनाया गया, जो हावड़ा ब्रिज के नाम से जाना जाता है. इस ब्रिज को जेसप कंस्ट्रक्शन कंपनी लिमिटेड ने बनाया था, जो मिस्टर वॉल्टन की देखरेख में पूरा हुआ.
बंगाल सरकार ने दिया था प्रस्तावहावड़ा पुल को बनाने का प्रस्ताव बंगाल सरकार ने साल 1862 में दिया था, जो हुगली नदी पर बनाया जाना था. कलकत्ता पोर्ट ट्रस्ट को बनाकर इस ब्रिज को बनाने और उसकी देखरेख करने का जिम्मा सौंपा गया. 1974 में पॉनटून ब्रिज को बनाकर इसे ट्रैफिक के लिए खोल दिया गया और इसी के साथ भारत में पहली बार कोई ट्रैफिक नदी के ऊपर से गुजरना शुरू हुआ. हालांकि, जल्द ही नए पुल के निर्माण की जरूरत महसूस होने लगी.
30 साल बाद बना दूसरा पुलपोनटून ब्रिज या पीपा पुल एक तरह से नदी पर तैरने वाला पुल होता है. जाहिर है कि यह पुल ट्रैफिक की जरूरतों के लिए पर्याप्त नहीं था और जल्द ही दूसरे पुल की जरूरत महसूस होने लगी. साल 1905 में पोर्ट के कमिश्नर ने और मजबूत पुल बनाने की तैयारी शुरू कर दी. मिस्टर वॉल्टन की देखरेख में आखिरकार 1936 में नया और मौजूदा हावड़ा पुल बनकर तैयार हुआ. इसे 3 फरवरी, 1943 को पहली बार टैफिक के लिए खोला गया और तब से आज तक सेवा दे रहा है. बंगाली कवि रबिंद्रनाथ टैगोर के सम्मान में इसका नाम भी रबिंद्रन सेतु रख दिया गया.
कितने पैसे में हुआ था तैयारसाल 1874 में इस पोनटून यानी पीपा पुल को 22 लाख रुपये की लागत से तैयार किया गया था. तब इसकी लंबाई 1,528 फीट थी, जबकि चौड़ाई 62 फुट रखी गई थी. पुल के दोनों किनारों पर 7-7 फुट की अतिरिक्त जगह छोड़ी गई, जिसे सर्विस लेन भी कहा जा सकता है. अगर इस पुल की कीमत को आज के वैल्यू में देखें तो करीब 2 हजार करोड़ रुपये के आसपास बनेगा.
Pramod Kumar Tiwariप्रमोद कुमार तिवारी को शेयर बाजार, इन्वेस्टमेंट टिप्स, टैक्स और पर्सनल फाइनेंस कवर करना पसंद है. जटिल विषयों को बड़ी सहजता से समझाते हैं. अखबारों में पर्सनल फाइनेंस पर दर्जनों कॉलम भी लिख चुके हैं. पत्रकारि…और पढ़ेंप्रमोद कुमार तिवारी को शेयर बाजार, इन्वेस्टमेंट टिप्स, टैक्स और पर्सनल फाइनेंस कवर करना पसंद है. जटिल विषयों को बड़ी सहजता से समझाते हैं. अखबारों में पर्सनल फाइनेंस पर दर्जनों कॉलम भी लिख चुके हैं. पत्रकारि… और पढ़ेंLocation :New Delhi,Delhihomebusinessकहां बना है देश का पहला ब्रिज, 150 साल महज 22 लाख रुपये में हो गया था तैयार
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