क्‍या है मीठी नदी घोटाला, बॉलीवुड और राजनेताओं तक पहुंची इसकी जांच

spot_img

Must Read

नई दिल्‍ली. समंदर के किनारे बसे मुंबई शहर के ज्‍यादातर लोगों को साल 2005 तक यह नहीं पता था कि उनके करीब से एक नदी भी बहती है. लेकिन, 20 साल पहले आई एक भयंकर बाढ़ ने इस नदी का नाम लोगों की जुबान पर चढ़ा दिया. पोवई से निकलने वाली इस नदी का नाम है मीठी नदी. यह नाम इसके मीठे पानी की वजह से पड़ा है, क्‍योंकि मुंबई के आसपास ज्‍यादातर अरब सागर का खारा पानी ही है. खैर, इस मीठी नदी के नाम पर एक बड़े घोटोले अंजाम दिया गया, जिसकी आंच अब बॉलीवुड और राजनेताओं तक पहुंचती दिख रही है.

मीठी नदी घोटाला मुंबई की मीठी नदी की सफाई और डिसिल्टिंग (गाद हटाने) परियोजना से जुड़ा एक वित्तीय घोटाला है. इसमें बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) के भ्रष्‍ट अधिकारियों की मिलीभगत से अनियमितताओं का आरोप है. यह मामला करीब 65 करोड़ रुपये की वित्तीय हेराफेरी से संबंधित है, जिसमें स्लज पुशर और ड्रेजिंग मशीनों की खरीद-फरोख्त में भ्रष्टाचार की बात सामने आई है.

बॉलीवुड में किसका नाम आयामीठी नदी घोटाले में बॉलीवुड अभिनेता डिनो मोरिया और उनके भाई सैंटिनो मोरिया का नाम जांच के दौरान सामने आया. मुंबई की आर्थिक अपराध शाखा के अनुसार, नदी को साफ करने का ठेका उठाने वाले केतन कदम के कॉल रिकॉर्ड्स से पता चला कि उन्होंने डिनो और सैंटिनो से कई बार फोन पर बात की थी. 26 मई 2025 को मुंबई पुलिस ने डिनो मोरिया से करीब 8 घंटे तक पूछताछ की. यह पूछताछ इस बात की तस्‍दीक के लिए थी कि उनकी बातचीत घोटाले से जुड़े वित्तीय लेन-देन तक सीमित थी या सिर्फ दोस्ती का मामला था. डिनो ने 27 मई 2025 को बॉम्बे हाई कोर्ट में अग्रिम जमानत की अर्जी दायर की है. अभी तक उन्हें आरोपी नहीं बनाया गया है, लेकिन उनकी भूमिका की जांच जारी है.

राजनेताओं तक पहुंची आंचशिव सेना के नेता संजय निरुपम ने इस मामले में शिव सेना (यूबीटी) के मुखिया व वर्ली से विधायक आदित्‍य ठाकरे और डिनो मोरिया के बीच नजदीकी होने का आरोप लगाते हुए जांच की मांग की है. संजय ने आरोप लगाया है कि आदित्‍य ने डिनो को जिम्‍नेजियम का कॉन्‍ट्रैक्‍ट भी दिया था. हालांकि, अभी तक पुलिस की किसी भी जांच शाखा ने उनके खिलाफ पड़ताल नहीं शुरू की है.

कैसे किया गया था घोटालासाल 2005 में मीठी नदी की वजह से मुंबई के कुछ इलाकों में भयंकर बाढ़ आई थी. इसके बाद बीएमसी ने नदी से गाद हटाने के लिए स्लज पुशर और ड्रेजिंग मशीनें कोच्चि (केरल) की एक कंपनी मैटप्रॉप टेक्निकल सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड से ऊंचे दामों पर किराये पर लीं. इस घोटाले में ठेकेदारों जिनमें मुख्य आरोपी केतन कदम और जय जोशी पर बीएमसी अधिकारियों और कंपनी प्रतिनिधियों के साथ मिलीभगत कर टेंडर प्रक्रिया में हेराफेरी और अधिक कीमत वसूलने का आरोप लगाया गया. यह धोखाधड़ी फर्जी बिल, झूठे दस्तावेज और गलत लॉगबुक जमा कर भुगतान हासिल किए गए, जबकि कई जगहों पर सफाई का काम हुआ ही नहीं.

अभी तक कितनों तक पहुंची जांचइस घोटाले से बीएमसी को 65.54 करोड़ रुपये से अधिक का नुकसान होने का अनुमान है. हालांकि, दावा किया जा रहा है कि पूरा कॉन्‍ट्रैक्‍ट करीब 1,150 करोड़ रुपये का है. मुंबई पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा (EOW) ने मई 2025 में इस मामले में पहली FIR दर्ज की, जिसमें 13 लोगों के खिलाफ कार्रवाई शुरू की गई. इसमें तीन बीएमसी अधिकारी, पांच ठेकेदार, दो कंपनी प्रतिनिधि और तीन बिचौलिए शामिल हैं. मुख्य आरोपी केतन कदम और जय जोशी को गिरफ्तार किया जा चुका है, जबकि 11 अन्य फरार हैं. EOW ने कई ठिकानों पर छापेमारी की और जांच को तेज कर दिया है. प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने भी इस मामले में जांच शुरू की है, खासकर मनी लॉन्ड्रिंग के पहलू को देखते हुए. इसकी जांच की मांग साल 2012 से ही उठाई जा रही है.

1,100 करोड़ खर्च, समस्‍या जस की तसमीठी नदी की सफाई के लिए 1,100 करोड़ रुपये से अधिक का बजट होने के बावजूद नदी की हालत जस की तस है और मुंबई में मानसून के दौरान जलभराव की समस्या बनी हुई है. गौरतलब है कि मीठी नदी मुंबई की एक महत्वपूर्ण नदी है, जो विहार और पवई झीलों से निकलती है और 18 किलोमीटर का रास्‍ता तय करते हुए माहिम खाड़ी के रास्ते अरब सागर में मिलती है. साल 2005 की विनाशकारी मुंबई बाढ़ के बाद नदी की सफाई की कोशिशें शुरू हुईं, जो अभी तक जरा भी आगे नहीं बढ़ सकी है.

stock market, share market, market update, trading news, trade news, nifty update,bank nifty, oxbig news, oxbig news network, hindi news, hindi news, business news, oxbig hindi news

English News

- Advertisement -

More articles

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

- Advertisement -

Latest Article

- Advertisement -