Last Updated:February 19, 2025, 07:20 ISTUber Auto Fare-उबर ने ऑटो चालकों से कमीशन लेना बंद कर सदस्यता शुल्क प्रणाली लागू की है. इसका फायदा यह होगा कि यात्री किराए पर मोलभाव कर सकेंगे. कंपनी अब केवल एक टेक्नोलॉजी इंटरमीडियरी (तकनीकी मध्यस्थ) के रूप में काम करेगी.हाइलाइट्सउबर ने ऑटो चालकों से कमीशन लेना बंद किया.यात्री अब उबर ऑटो किराए पर मोलभाव कर सकेंगे.उबर अब केवल तकनीकी मध्यस्थ के रूप में काम करेगा.नई दिल्ली. कैब सेवा प्रदाता उबर ने मंगलवार को अपने किराया मॉडल में बड़ा बदलाव करते हुए ऑटो चालकों से कमीशन लेना बंद कर दिया है. कमीशन की जगह कंपनी अब एक निश्चित सदस्यता शुल्क प्रणाली लागू कर रही है, जो नम्मा यात्री और रैपिडो के समान होगी. इस बदलाव का असर यह होगा कि यात्री अब उबर ऑटो ड्राइवर से किराए को लेकर मोल-भाव कर सकेंगे. ऐप में दिखाया जाने वाला किराया सिर्फ एक सुझाव होगा, जबकि अंतिम किराया चालक और यात्री के बीच बार्गेनिंग के आधार पर तय होगा. उबर अब किराए को लेकर किसी भी प्रकार के विवाद में हस्तक्षेप नहीं करेगा.
उबर ने पूरे भारत में लागू इस नए मॉडल को लेकर अधिसूचना जारी की है. अधिसूचना में कहा गया है कि कंपनी अब केवल एक टेक्नोलॉजी इंटरमीडियरी (तकनीकी मध्यस्थ) के रूप में काम करेगी. उबर के प्रवक्ता के अनुसार, यह बदलाव इंडस्ट्री में बढ़ते सब्सक्रिप्शन-आधारित मॉडल को ध्यान में रखते हुए किया गया है, जिससे कंपनी प्रतिस्पर्धी बनी रह सके. हालांकि, उबर ने यह भी स्पष्ट किया है कि वह सुरक्षा संबंधी मामलों को गंभीरता से लेता रहेगा और यात्रियों व चालकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए जरूरी कदम उठाता रहेगा.
यात्रियों को मिलेगा मोलभाव का विकल्पइस नए मॉडल में यात्रियों को भी फायदा होगा. वे अब किराए को लेकर मोलभाव कर सकेंगे और यदि किराया उनकी अपेक्षा से अधिक होता है तो बिना किसी रद्दीकरण शुल्क के यात्रा से इनकार कर सकते हैं. उबर ने यात्रियों को सलाह दी है कि वे किसी भी शिकायत के लिए सीधे चालकों से बात करें, क्योंकि वे स्थानीय परिस्थितियों को सबसे बेहतर समझते हैं.
सदस्यता शुल्क का खुलासा नहींउबर ने यह जानकारी नहीं दी है कि ऑटो चालकों को इस नए मॉडल के तहत प्रति दिन कितना सदस्यता शुल्क देना होगा. रिपोर्ट्स के अनुसार, अन्य प्लेटफॉर्म्स पर ऑटो चालक वर्तमान में प्रति शिफ्ट 25 से 30 रुपये का भुगतान करते हैं, जिसके बाद वे यात्रियों से प्राप्त पूरा किराया अपने पास रख सकते हैं. इस मॉडल में कोई कमीशन कटौती नहीं होती और यात्राओं की संख्या पर कोई सीमा नहीं लगाई जाती. इससे चालकों की कमाई उनके कार्यभार पर निर्भर करती है.
कमीशन का हो रहा था विरोधइससे पहले, उबर प्रति राइड 25% से 40% तक का कमीशन काटता था, जिससे ऑटो चालकों में भारी असंतोष था. चेन्नई में इसका विरोध भी हुआ था और कई चालकों ने उबर का बहिष्कार कर दिया था. नई व्यवस्था से उम्मीद की जा रही है कि ऑटो चालक अब अधिक लाभ अर्जित कर सकेंगे और स्वतंत्र रूप से किराए पर निर्णय ले सकेंगे.
Location :New Delhi,New Delhi,DelhiFirst Published :February 19, 2025, 07:20 ISThomebusiness₹50 नहीं ₹40 देंगे..अब उबर ऑटो ड्राइवर से भी करिए बार्गेनिंग
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