Last Updated:April 04, 2025, 15:21 ISTTraffic Jam on US Port : अमेरिका ने दुनिया के 60 देशों पर टैरिफ लगा दिया है, लेकिन इसका पहला असर अमेरिका पर ही होना शुरू हो गया है. अमेरिकी समंदर में शिप का ट्रैफिक जाम लगना शुरू हो गया है, जिससे आने वाले समय म…और पढ़ेंट्रंप के टैरिफ लगाने का पहला असर अमेरिका पर ही दिखना शुरू हो गया है. हाइलाइट्सट्रंप के टैरिफ से अमेरिकी बंदरगाहों पर ट्रैफिक जाम.सिएटल पोर्ट पर 30% ट्रैफिक बढ़ा.ऑकलैंड पोर्ट पर 20% ट्रैफिक वृद्धि.नई दिल्ली. अमेरिका के राष्ट्रपति ट्रंप भले ही दुनिया के 60 देशों पर टैरिफ थोपकर खुद की पीठ थपथपा रहे हों, लेकिन इसका पहला खामियाजा अमेरिका को ही भुगतना पड़ेगा. टैरिफ वॉर शुरू होने के बाद अमेरिका के सामने पहली मुसीबत आ खड़ी हुई है और वहां के समुद्र में भयंकर ट्रैफिक जाम लगना शुरू हो गया है. वैसे तो अमेरिका में दुनिया के सबसे बड़े और आधुनिक बंदरगाहों की लंबी लिस्ट है, लेकिन मौजूदा समस्या से निपटने में उसके पसीने छूट रहे हैं.
अमेरिका ने भारत-चीन सहित तमाम देशों पर टैरिफ लगा दिया है, जो 9 और 10 अप्रैल से प्रभाव में आएंगे. इससे पहले अमेरिका पहुंचने वाले माल को टैरिफ से छूट रहेगी. जाहिर है कि इस छूट का फायदा उठाने के लिए मारामारी मचनी तय है और इसका सिलसिला शुरू भी हो गया है. अमेरिका के कई बड़े और प्रमुख बंदरगाहों पर शिपमेंट की लाइन लग चुकी है और इसे खाली कराने में प्रशासन के पसीने छूट रहे हैं. जाहिर है कि ट्रंप के इस फैसले से अमेरिकी समंदर में भयंकर ट्रैफिक जाम लगने की पूरी आशंका है.
सिएटल पोर्ट पर 30 फीसदी बढ़ा ट्रैफिकवैसे तो अमेरिका में करीब 60 शिपिंग पोर्ट हैं, लेकिन इसमें से चौथा सबसे बिजी पोर्ट है सिएटल बंदरगाह. पोर्ट की ओर से जारी सूचना के अनुसार, टैरिफ के ऐलान से पहले ही यहां ट्रैफिक 30 फीसदी बढ़ चुका है. अमेरिका के पश्चिमोत्तर बंदरगाह संगठन के सीईओ जॉन वुल्फ का कहना है कि इस ट्रैफिक जाम से अमेरिका में आने वाले शिपमेंट की रफ्तार कम हो सकती है और कुछ समय के लिए उत्पादों की कमी और महंगाई का सामना करना पड़ सकता है. उन्होंने कहा कोरोनाकाल के समय भी सप्लाई चेन पर बड़ा असर दिखा और एक बार फिर अनिश्चितता का माहौल है, जिसका असर अमेरिका के सप्लाई चेन पर दिख सकता है.
ऑकलैंड पर भी बढ़ा बोझअमेरिका का 9वां सबसे बिजी बंदरगाह ऑकलैंड है, जहां आने वाले कुल शिप में 74 फीसदी हिस्सेदारी एशियाई शिप की रहती है. इस बंदरगाह पर ज्यादातर इलेक्ट्रॉनिक, आईटी से जुड़े और चिप से जुड़े प्रोडक्ट आते हैं. पोर्ट के मुताबिक, टैरिफ की सुगबुगाहट के बाद से ही इस बंदरगाह पर शिप की लाइनें लगनी शुरू हो गई हैं. पिछले महीने के मुकाबले यहां 20 फीसदी ज्यादा ट्रैफिक देखा जा रहा है, जो अपने वाले दिनों में और बढ़ने का अनुमान है.
अन्य पोर्ट पर भी बढ़ेगा ट्रैफिकअमेरिका के अन्य बंदरगाहों पर भी ट्रैफिक बढ़ने की आशंका जताई जा रही है, जिसमें दिसंबर के बाद से ही तेजी दिखनी शुरू हो गई है. अमेरिका के सबसे बड़े बंदरगाह पोर्ट ऑफ लॉस एजिलिस में इस साल 10.3 लाख TEU का इजाफा हुआ है, जबकि पोर्ट ऑफ लॉन्ग बीच ने 96 लाख TEU की क्षमता संभाली है. न्यूजर्सी और न्यूयॉर्क पोर्ट ने पिछले साल 87 लाख TEU की क्षमता संभाली है. पोर्ट ऑफ सवाना ने 56 लाख TEU की क्षमता संभाली है, जबकि पोर्ट ऑफ ह्यूस्टन ने 41.4 लाख TEU की क्षमता वहन की है.
Location :New Delhi,DelhiFirst Published :April 04, 2025, 15:21 ISThomebusinessट्रंप के टैरिफ से अमेरिका पर टूटी पहली मुसीबत! समुद्र में लग रहा भयंकर जाम
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