इंडिया की नामी कंपनी ने गुपचुप तरीके से मिलाया एलन मस्‍क से हाथ

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Last Updated:March 21, 2025, 14:08 ISTटाटा समूह एलन मस्‍क की कंपनी टेस्ला का एक प्रमुख वैश्विक आपूर्तिकर्ता बन गया है. भारत में टेस्‍ला की एंट्री से पहले कंपनी अपनी सप्‍लाई चेन को मजबूत कर रही है और भारतीय मैन्‍युफेक्‍चर्रस से संपर्क साध रही है. टेस्ला ने चीन पर अपनी निर्भरता कम करने की रणनीति अपनाई है.हाइलाइट्सटाटा समूह टेस्ला का प्रमुख आपूर्तिकर्ता बना.टेस्ला भारतीय कंपनियों से $2 बिलियन का सामान खरीद रही है.टेस्ला ने चीन पर निर्भरता कम करने की रणनीति अपनाई.नई दिल्‍ली. टाटा समूह ने एलन मस्क की कंपनी टेस्ला के प्रमुख वैश्विक आपूर्तिकर्ता खुद को स्‍थापित कर लिया है. दोनों के बीच यह काम बहुत गुपचुप तरीके से हुआ है कि किसी को खबर तक नहीं हुई. टेस्ला भारतीय कंपनियों से $2 बिलियन (लगभग 16,500 करोड़ रुपये) का सामान खरीद रही है. टाटा समूह की टाटा ऑटोकोम्प, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS), टाटा टेक्नोलॉजीज और टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स जैसी कंपनियों ने भारत में टेस्ला के संभावित निवेश को ध्यान में रखते हुए पहले से ही कंपनी के साथ व्‍यापार करने की पूरी तैयारी कर ली है.

टाटा समूह की ये कंपनियां टेस्ला की वैश्विक सप्लाई चेन का महत्वपूर्ण हिस्सा बन चुकी हैं और कई अंतरराष्ट्रीय आपूर्ति समझौते हासिल कर चुकी हैं. टेस्ला ने मौजूदा आपूर्तिकर्ताओं से बातचीत शुरू की है कि वे अपने उत्पादन केंद्रों के पास विनिर्माण इकाइयां स्थापित करें ताकि आपूर्ति प्रणाली को मजबूत किया जा सके. टेस्ला भारत में एक मजबूत आपूर्तिकर्ता आधार तैयार कर रही है. ऐसे में जब टेस्ला यहां उत्पादन शुरू करेगी, तो भारतीय आपूर्तिकर्ताओं को नए अवसर मिलेंगे.

टाटा की अहम भूमिकाईटी की एक रिपोर्ट के अनुसार, टेस्‍ला ने कई भारतीय कंपनियों को अपना आपूर्तिकर्ता बनाया है, लेकिन टाटा समूह की विभिन्न कंपनियां टेस्ला की सप्लाई चेन अब काफी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं. ग्रुप की कंपनी, टाटा ऑटोकोम्प इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए विशेष इंजीनियरिंग उत्पाद बनाती है. टाटा टेक्नोलॉजीज प्रोडक्‍ट लाइफ साइकल मैनेजमेंट सर्विस उपलब्‍ध करा रही है. इसी तरह टीसीएस सर्किट-बोर्ड टेक्नोलॉजी टेस्‍ला को दे रही है तो टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स भविष्य में टेस्ला को चिप्स की आपूर्ति करेगा.

टाटा समूह की कंपनियों के अलावा टेस्ला ने भारत की कई अन्‍य प्रमुख कंपनियों के साथ भागीदारी की है  जिनमें संवर्धना मदरसन, सुप्रजीत इंजीनियरिंग, सोना BLW प्रेसिजन फोर्जिंग्स, वरोक इंजीनियरिंग, भारत फोर्ज और संधार टेक्नोलॉजीज शामिल हैं. वित्तीय वर्ष 2024 (FY24) में टेस्ला द्वारा भारतीय कंपनियों से प्राप्त की गई आपूर्ति का मूल्य $1.7-$1.9 बिलियन तक पहुंच चुका है और उद्योग विश्लेषकों का मानना है कि वित्तीय वर्ष 2025 (FY25) में यह और बढ़ेगा.

चीन पर निर्भरता कम कर रहे हैं एलन मस्‍ककोविड-19 संकट के दौरान सप्लाई चेन में आई समस्याओं के बाद, टेस्ला ने चीन पर अपनी निर्भरता कम करने की रणनीति अपनाई है और इलेक्ट्रॉनिक, इलेक्ट्रिकल और मैकेनिकल घटकों की आपूर्ति के लिए वैकल्पिक स्थानों की तलाश की है. हालांकि टेस्ला खुद बैटरी पैक्स, चार्जर और इलेक्ट्रिक मोटर्स जैसे महत्वपूर्ण इलेक्ट्रिक घटकों का उत्पादन करती है, लेकिन कई उप-घटकों और असेंबलियों के लिए इसे अंतरराष्ट्रीय आपूर्तिकर्ताओं पर निर्भर रहना पड़ता है.

टेस्‍ला कास्टिंग्स, फोर्जिंग्स, इलेक्ट्रॉनिक्स, फैब्रिकेशन आइटम्स और अन्य महत्वपूर्ण ऑटो पार्ट्स के विकास और उत्पादन में लगी भारतीय कंपनियों के संपर्क में है. एलन मस्‍क चीन और ताइवान के अलावा अन्‍य देशों से भी माल खरीदना चाहती है. इसी कड़ी में भारत का नाम सबसे ऊपर है. टेस्‍ला अपनी कारों के लिए जरूरी वायरिंग हार्नेस, इलेक्ट्रिक मोटर्स, गियरबॉक्स, फोर्ज्ड कंपोनेंट्स, कास्टिंग्स, शीट मेटल, इलेक्ट्रॉनिक्स, सस्पेंशन सिस्टम, इलेक्ट्रिक पावरट्रेन और सिरेमिक बियरिंग्स की खरीद भारतीय कंपनियों से करना चाहती है.
Location :New Delhi,New Delhi,DelhiFirst Published :March 21, 2025, 14:08 ISThomebusinessइंडिया की नामी कंपनी ने गुपचुप तरीके से मिलाया एलन मस्‍क से हाथ

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