क्या बैंक एफडी से ज्यादा बेहतर पीपीएफ स्कीम? CJI ने भी लगाया खूब पैसा

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नई दिल्ली. 1 अप्रैल को सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीशों ने एक अहम बैठक में अपनी प्रॉपर्टी घोषित करने और उसे न्यायालय की वेबसाइट पर पब्लिश करने का फैसला लिया था. इस पर अमल करते हुए भारत के मुख्य न्यायाधीश संजीव खन्ना समेत अन्य जजों ने अपनी संपत्ति सार्वजनिक कर दी है. चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया के पास एफडी और बैंक खातों में 55.75 लाख रुपये और पब्लिक प्रोविडेंट फंड (PPF) में 1.06 करोड़ रुपये हैं. खास बात है कि सीजेआई संजीव खन्ना ने बैंक एफडी से ज्यादा पैसा पीपीफ में डाला है. क्या आप जानते हैं पब्लिक प्रोविडेंट फंड क्या होता है और इसमें कितना ब्याज मिलता है, और यह बैंक एफडी से किस कदर अच्छी है? आइये आपको बताते हैं पीपीएफ स्कीम के बारे में.

सीजेआई संजीव खन्ना के अलावा, 14 मई को मुख्य न्यायाधीश का पदभार संभालने वाले बी आर गवई, ने भी पीपीएफ खाते में 6.59 लाख रुपये का निवेश किया है. सुप्रीम कोर्ट के जजों की संपत्तियों की जानकारी सोमवार रात अदालत की आधिकारिक वेबसाइट पर अपलोड की गई हैं. सुप्रीम कोर्ट के 33 में से 21 जजों की संपत्ति की जानकारी दी गई.

क्या है पीपीएफ स्कीम

पीपीएफ (PPF) यानी पब्लिक प्रोविडेंट फंड, लंबी अवधि की निवेश योजना है. इस स्कीम में सालाना 7.1 फीसदी ब्याज मिलता है. खास बात है कि इस सरकार समर्थित योजना में कंपाउंडिंग इंटरेस्ट यानी चक्रवृद्धि ब्याज मिलता है इसलिए यह योजना और आकर्षक हो जाती है, जबकि बैंक एफडी में चक्रवृद्धि ब्याज नहीं मिलता है. यह स्कीम को खासतौर पर उन लोगों के लिए बेहद फायदेमंद है रिस्क-फ्री, टैक्स-सेविंग, और बेहतर ब्याज अर्जित करने वाली योजना में पैसा लगाना चाहते हैं.

पब्लिक प्रोविडेंट फंड 15 वर्षीय योजना है जिसे 5-5 साल के लिए आगे बढ़ाया जा सकता है. इस स्कीम को भारत सरकार ने 1968 में शुरू किया था. इस स्कीम में न्यूनतम ₹500 प्रति वर्ष और अधिकतम: ₹1.5 लाख प्रति वर्ष जमा किया जा सकता है.

पीपीएफ स्कीम में निवेश के फायदे

-पीपीएफ में निवेश पर धारा 80C के तहत ₹1.5 लाख तक की टैक्स छूट मिलती है.

-ब्याज और मेच्योरिटी अमाउंट टैक्स फ्री होता है इसलिए पीपीएफ को EEE (Exempt-Exempt-Exempt) स्कीम कहा जाता है.

-पीपीएफ स्कीम में 5 साल का लॉक इन पीरियड होता है यानी एक बार इसे शुरू करने पर 5 साल के बाद आंशिक निकासी की सुविधा है. हालांकि, 3 साल के बाद लोन लिया जा सकता है.

-किसी भी पोस्ट ऑफिस और चुनिंदा सरकारी और प्राइवेट बैंकों में पीपीएफ अकाउंट खुलाया जा सकता है.

CJI के पास कितनी प्रॉपर्टी

चीफ जस्टिस संजीव खन्ना के पास दक्षिण दिल्ली में दो बेडरूम का डीडीए फ्लैट और कॉमनवेल्थ गेम्स विलेज में चार बेडरूम का फ्लैट शामिल है. वहीं, गुरुग्राम में चार बेडरूम के फ्लैट में भी उनकी 56 प्रतिशत हिस्सेदारी है, जबकि उनकी बेटी के पास बाकी 44 प्रतिशत हिस्सा है. इसके अलावा हिमाचल प्रदेश में विभाजन से पहले के एक पुश्तैनी घर में भी उनकी हिस्सेदारी है.

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