Last Updated:February 28, 2025, 22:30 ISTभारतीय शेयर बाजार में भारी गिरावट से ज़ेरोधा के को-फाउंडर नितिन कामत चिंतित हैं. ट्रेडिंग वॉल्यूम 30% से ज्यादा गिरा है और STT कलेक्शन ₹40,000 करोड़ तक गिर सकता है. सेंसेक्स फरवरी में 4,000 अंक गिरा. कामत ने ब्…और पढ़ेंनितिन कामत ने कहा है कि ब्रोकिंग वॉल्यूम में कमी आई है. हाइलाइट्सभारतीय शेयर बाजार में भारी गिरावट से नितिन कामत चिंतित हैं.ट्रेडिंग वॉल्यूम 30% से ज्यादा गिरा है.STT कलेक्शन ₹40,000 करोड़ तक गिर सकता है.नई दिल्ली. भारतीय शेयर बाजार में जारी भारी गिरावट के बीच ज़ेरोधा के को-फाउंडर नितिन कामत ने ब्रोकिंग इंडस्ट्री पर इसके गहरे असर को लेकर चिंता जताई है. उन्होंने कहा कि मौजूदा माहौल में ट्रेडिंग वॉल्यूम और ट्रेडर्स की संख्या में भारी गिरावट देखने को मिल रही है. कामत ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर लिखा, “मुझे नहीं पता कि बाजार यहां से कहां जाएगा, लेकिन मैं ब्रोकिंग इंडस्ट्री की स्थिति बता सकता हूं. हम ट्रेडर्स की संख्या और ट्रेडिंग वॉल्यूम, दोनों में भारी गिरावट देख रहे हैं.”
शेयर बाजार में जारी इस संकट के कारण ब्रोकिंग इंडस्ट्री में ट्रेडिंग वॉल्यूम 30% से ज्यादा गिर चुका है. कामत ने कहा कि पिछले 15 वर्षों में यह पहली बार है जब इंडस्ट्री में इस तरह की गिरावट (Degrowth) देखने को मिल रही है. उन्होंने यह भी कहा कि यह कमी यह दर्शाती है कि भारतीय बाजार अभी भी बहुत शेलो (shallow) है. उन्होंने लिखा, “भारतीय बाजारों में ट्रेडिंग मुख्य रूप से 1-2 करोड़ लोगों तक सीमित है, यही वजह है कि जब बाजार में गिरावट आती है, तो ट्रेडिंग वॉल्यूम तुरंत सूख जाता है.”
STT कलेक्शन में भारी गिरावट की आशंकाकामत ने सरकार की कमाई पर भी इस ट्रेंड के असर की ओर इशारा किया. उन्होंने कहा कि अगर ट्रेडिंग वॉल्यूम में गिरावट जारी रही तो फिस्कल ईयर 2025-26 में सिक्योरिटीज ट्रांजैक्शन टैक्स (STT) कलेक्शन ₹40,000 करोड़ तक गिर सकता है, जो कि मौजूदा अनुमानित ₹80,000 करोड़ से 50% कम होगा.
ट्रेडिंग वॉल्यूम में भारी गिरावटऑप्शंस ट्रेडिंग: 2025 में औसत डेली टर्नओवर ₹47,897.3 करोड़ रह गया, जो अपने ऑल-टाइम हाई (ATH) से 46% कम है. रिटेल टर्नओवर में 41% गिरावट आई है.इक्विटी ट्रेडिंग: औसत डेली टर्नओवर ₹88,408.6 करोड़ हो गया, जो ATH से 42% कम है. रिटेल टर्नओवर में भी 41% की गिरावट दर्ज की गई है.
फरवरी में 4,000 अंकों की गिरावटभारतीय शेयर बाजार के लिए फरवरी का महीना बेहद बुरा साबित हुआ. सेंसेक्स फरवरी में 4,000 अंक गिरा और पूरे महीने में 5% की गिरावट दर्ज की. BSE में लिस्टेड कंपनियों के कुल मार्केट कैप से ₹40 लाख करोड़ साफ हो गए. निफ्टी ने अपनी अब तक की सबसे लंबी गिरावट दर्ज की. 1996 में लॉन्च होने के बाद पहली बार लगातार पांच महीने तक इसमें गिरावट देखने को मिली.
स्मॉल कैप और मिड कैप शेयरों में भारी गिरावटसितंबर 2024 में अपने पीक स्तर से अब तक बाजार में करीब 15% की गिरावट आ चुकी है, लेकिन ब्रॉडर इंडाइसेज में यह गिरावट और ज्यादा रही.
निफ्टी नेक्स्ट 50: 26% गिरा.निफ्टी मिडकैप 150: 21% गिरा.स्मॉल कैप और माइक्रो कैप इंडेक्स: 26-27% तक लुढ़के.
विदेशी निवेशकों की भारी बिकवाली और ट्रंप के टैरिफ का असरभारतीय शेयर बाजार में गिरावट की एक बड़ी वजह विदेशी निवेशकों (FII) की भारी बिकवाली है. 2025 में अब तक FII ने भारतीय बाजार से $12.2 अरब (₹1 लाख करोड़ से ज्यादा) निकाल लिए हैं. Q4 2024 में भी FII ने $12.3 अरब की बिकवाली की थी. इसके अलावा, अमेरिका में ट्रंप प्रशासन द्वारा चीन पर नए टैरिफ लगाए जाने से भी वैश्विक बाजारों में चिंता बढ़ी है.
Location :New Delhi,DelhiFirst Published :February 28, 2025, 22:26 ISThomebusiness15 साल में पहली बार दिखा ऐसा ट्रेंड, जीरोधा वाले नितिन कामत को सताने लगी चिंता
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