बैंकों ने सेविंग अकाउंट पर कम किया ब्याज, आपका बैंक आपको कितना इंटरेस्ट देता है? जानिए

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Last Updated:April 20, 2025, 15:59 ISTभारत में बचत खातों पर ब्याज दरें घट रही हैं, सरकारी बैंक 2.7% से 2.9% और निजी बैंक 3% तक ब्याज दे रहे हैं. आरबीएल बैंक 3.25% ब्याज देता है. कुछ देशों में तो ब्याज दरें शून्य या नकारात्मक हैं. नकारात्मक मतलब पैस…और पढ़ेंहाइलाइट्ससरकारी बैंक सेविंग्स अकाउंट पर 2.7% से 2.9% ब्याज दे रहे हैं.निजी बैंक सेविंग्स अकाउंट पर 3% तक ब्याज दे रहे हैं.आरबीएल बैंक सबसे अधिक 3.25% ब्याज दे रहा है.Savings account interest rates : एक टाइम था जब भारत में बैंक अकाउंट खोलने के लिए लोगों को प्रेरित किया जाता था. लोगों को बैंकों में पैसा रखने पर अच्छा ब्याज ऑफर किया जाता था. परंतु समय के साथ ब्याज दर कम होती चली गई हैं. अच्छी ब्याज दरों का दौर अब खत्म होता दिख रहा है. आरबीआई ने इस साल रेपो रेट में 50 बेसिस पॉइंट (0.50%) की कटौती कर दी है. 9 अप्रैल 2025 को हुई 25 बेसिस पॉइंट की आखिरी कटौती के बाद यह दर अब 6 फीसदी रह गई है. इसका असर लोन, फिक्स्ड डिपॉजिट और सेविंग्स अकाउंट पर भी पड़ा है. क्या आप जानते हैं जिस बैंक में आपका अकाउंट है, वो आपको कितना ब्याज देता है?

वैसे तो लगभग सभी सार्वजनिक और निजी बैंक पहले ही अपनी ब्याज दरें घटा चुके हैं, लेकिन अलग-अलग बैंकों में ब्याज दरें भी अलग-अलग हैं. ज्यादातर सरकारी बैंक सेविंग्स अकाउंट पर महज 2.7% से 2.9% ब्याज दे रहे हैं. एसबीआई, पीएनबी और बैंक ऑफ बड़ौदा जैसे बड़े बैंक सिर्फ 2.7% ब्याज दे रहे हैं. वहीं, बैंक ऑफ इंडिया, इंडियन बैंक और यूनियन बैंक जैसे बैंक 2.75 फीसदी ब्याज देते हैं. सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया थोड़ा बेहतर 2.8 फीसदी दे रहा है, जबकि केनरा बैंक सबसे आगे है जो 2.9 फीसदी ब्याज देता है.

निजी बैंकों में थोड़ा बेहतर रिटर्ननिजी बैंक थोड़ा ज़्यादा ब्याज दे रहे हैं. आईसीआईसीआई, एक्सिस बैंक, कोटक महिंद्रा और यस बैंक जैसे बैंक 3 फीसदी ब्याज देते हैं. इनमें आरबीएल बैंक सबसे आगे है, जो 3.25 फीसदी ब्याज देता है. वहीं, एचडीएफसी बैंक, आईडीबीआई बैंक और कर्नाटक बैंक 2.75 फीसदी ब्याज पर ही रुके हुए हैं.

किन देशों में शून्य है ब्याज दर?संयुक्त राज्य अमेरिका (2008-2015, 2020-2022): फेडरल रिजर्व ने कुछ समय के लिए शून्य ब्याज दरें लागू की थीं, जिसके कारण कई बैंकों ने बचत खातों पर न्यूनतम या कोई ब्याज नहीं दिया. यूनाइटेड किंगडम के बैंक ऑफ इंग्लैंड ने 2009-2022 के दौरान दरें 0.1% तक कम की थीं, जिससे कई बचत खातों पर ब्याज शून्य के करीब था.

किन देशों में बैंकों में पैसा रखने पर लगते हैं पैसे

जापान: बैंक ऑफ जापान ने 2016 से नकारात्मक ब्याज दरें लागू की हैं (-0.1%), जिसके कारण कुछ बैंकों में जमा पर कोई ब्याज नहीं मिलता या शुल्क लिया जाता है.

स्विट्जरलैंड: स्विस नेशनल बैंक की ब्याज दर -0.75% है, और बड़े जमाकर्ताओं को अक्सर शुल्क देना पड़ता है.

डेनमार्क: डेनमार्क में कई वर्षों से नकारात्मक ब्याज दरें (-0.65% तक) लागू हैं, जिसके कारण बचत खातों पर ब्याज शून्य या नकारात्मक हो सकता है.

यूरोपीय सेंट्रल बैंक (ECB) ने 2014-2022 तक नकारात्मक दरें (-0.5% तक) लागू की थीं, जिसका असर जर्मनी, फ्रांस, और नीदरलैंड जैसे देशों में देखा गया. हालांकि, 2022 के बाद दरें बढ़ी हैं, लेकिन कुछ बैंक अभी भी कम या शून्य ब्याज दे सकते हैं.

नोट – जब आप यह आर्टिकल पढ़ रहे हैं, तब तक हो सकता है कि ब्याज दरों में कुछ और बदलाव हुआ हो. सही ब्याज दरें जानने कि लिए बैंकों की आधिकारिक वेबसाइट से जानकारी पा सकते हैं.
Location :New Delhi,New Delhi,DelhiFirst Published :April 20, 2025, 15:59 ISThomebusinessबैंकों ने सेविंग अकाउंट पर कम किया ब्याज, आपका बैंक आपको कितना देता है? जानें

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