Last Updated:February 25, 2025, 20:15 ISTसुचेता दलाल ने न्यू इंडिया को-ऑपरेटिव बैंक के डूबने की खबर चलाई, जिसमें प्रीति जिंटा का 18 करोड़ का लोन माफ होने का जिक्र था. प्रीति ने इसे फर्जी खबर बताया और दलाल पर गुस्सा जाहिर किया.प्रीति जिंटा ने आरोपों का खंडन किया है. हाइलाइट्सप्रीति जिंटा ने सुचेता दलाल पर फर्जी खबर फैलाने का आरोप लगाया.न्यू इंडिया को-ऑपरेटिव बैंक के डूबने की खबर पर विवाद.प्रीति ने कहा, 18 करोड़ का लोन 10 साल पहले चुका दिया था.नई दिल्ली. सुचेता दलाल के नाम आप लोगों ने सुना होगा. नहीं सुना तो हम बता देते हैं. ये वही पत्रकार हैं जिन्होंने कथित तौर पर हर्षद मेहता स्कैम को उजागर करने में बड़ा योगदान दिया था. दलाल की ही किताब “The Scam: Who Won, Who Lost, Who Got Away” के आधार पर हर्षद मेहता ने ‘स्कैम 1992’ वेब सीरीज बनाई थी. सुचेता दलाल ने टाइम्स ऑफ इंडिया, इंडियन एक्सप्रेस और बिजनेस स्टैंडर्ड जैसे प्रमुख मीडिया संस्थानों में काम किया है. फिलहाल वह ऑनलाइन बिजनेस मैगजीन मनी लाइफ की मैनेजिंग एडिटर हैं.
वह अभिनेत्री प्रीति जिंटा के निशाने पर हैं. लेकिन दलाल का प्रीति से क्या कनेक्शन है, यह सवाल आपके मन में होगा. दरअसल, इन दोनों के बीच का कनेक्शन है एक बैंक का डूबना. इस बैंक का नाम न्यू इंडिया को-ऑपरेटिव बैंक है. इस बैंक को औपचारिक तौर पर फिलहाल दिवालिया तो नहीं घोषित किया गया है लेकिन आरबीआई ने इस पर कई प्रतिबंध लगा दिए हैं. इनमें से एक प्रतिबंध यह है कि इस बैंक में पैसा रखने वाले 27 फरवरी से पहले कोई पैसा नहीं निकाल सकते हैं. जबकि 27 फरवरी से भी केवल 25,000 रुपये ही निकाल पाएंगे. कुछ रिपोर्ट्स के अनुसार, बैंक दिवालिया हो चुका है.
ये भी पढे़ं- शार्क टैंक में पहुंची ₹125 करोड़ की कंपनी, अमन गुप्ता ने कहा- मैं तो इस बंद ही करा दूंगा! मिली सिर्फ एक डील
प्रीति जिंटा और सुचेता दलालहमने आपको बताया कि सुचेता दलाल अभी मनी लाइफ मैगजीन की मुख्य संपादक हैं. मनी लाइफ ने ही न्यू इंडिया को-ऑपरेटिव बैंक के डूबने की खबर चलाई है. इस खबर में बैंक द्वारा बांटे गए उन लोन्स का जिक्र है जो बहुत जल्द ही एनपीए हो गए. एनपीए यानी नॉन परफॉर्मिंग एसेट्स, वह संपत्तियां होती हैं जहां से पैसा निकालना मुमकिन नहीं होता. मनी लाइफ ने बैंक के एक पूर्व कर्मचारी द्वारा आरबीआई को लिखे पत्र के हवाले से कहा है कि बैंक ने कई बड़े लोन बांटे जो 1 साल के अंदर ही एनपीए हो गए. इस पत्र में प्रीति जिंटा का भी नाम है और लिखा गया है कि उनका 18 करोड़ रुपये का लोन माफ कर दिया गया था. प्रीति जिंटा के अलावा राजन्स ग्रुप और ओमकारा एसेट कंस्ट्रक्शन जैसी कंपनियों के नाम भी इसमें शामिल हैं.
प्रीति जिंटा का बयानअभिनेत्री प्रीति जिंटा ने सबसे पहले इस मामले में केरल कांग्रेस द्वारा किए गए एक ट्वीट पर रिप्लाई करते हुए कहा उन्हें ऐसी फर्जी खबर फैलाने पर शर्म आनी चाहिए. प्रीति ने जिस ट्वीट पर यह जवाब दिया है उसमें लिखा है, “इन्होंने (प्रीति जिंटा) अपना सोशल मीडिया बीजेपी को दे दिया जिसके बदले 18 करोड़ रुपये का लोन माफ कर दिया गया. अब बैंक के ग्राहक अपने पैसों के लिए सड़क पर हैं” प्रीति जिंटा का कहना है कि यह 10 साल पुराना लोन है जिसे पूरा चुका दिया गया था.
दलाल पर निकला गुस्साप्रीति ने X.com पर लिखा, “अपने करियर में मैंने कई मशहूर पत्रकारों को गलत खबरें फैलाते देखा है, लेकिन न तो वे अपनी गलती सुधारते हैं और न ही माफी मांगते हैं. मैंने कई मामलों में कोर्ट तक का सामना किया और इस पर काफी पैसा भी खर्च किया. अब वक्त आ गया है कि हम इन्हें जवाबदेह ठहराएं ताकि आगे से ऐसी लापरवाही न हो. अब मैं उन पत्रकारों के नाम सामने लाने वाली हूं जो बिना सही जांच-पड़ताल के खबरें लिखते हैं. अगर आप मेरी साख (reputation) की परवाह नहीं करते, तो मैं भी आपकी परवाह नहीं करूंगी. @suchetadalal अगली बार मेरा नाम लिखने से पहले मुझसे सच जान लें. मैंने भी सालों की मेहनत से अपनी पहचान बनाई है, और अगर आप मेरी इज्जत नहीं करेंगे तो मैं भी आपकी नहीं करूंगी. अब मैं चुप नहीं बैठूंगी, यही से सब बदलना शुरू होगा!”
Location :New Delhi,DelhiFirst Published :February 25, 2025, 20:15 ISThomebusinessप्रीति जिंटा के निशाने पर क्यों आईं हर्षद मेहता स्कैम वाली सुचेता दलाल
stock market, share market, market update, trading news, trade news, nifty update,bank nifty, oxbig news, oxbig news network, hindi news, hindi news, business news, oxbig hindi news
English News