नए पोप को क्यों मानवता के लिए खतरा लगता है AI, क्या सच में डेंजर है या फालतू की बात?

Must Read

Last Updated:May 13, 2025, 15:15 ISTपोप लियो XIV ने AI की नैतिक चुनौतियों पर जोर दिया, इसे औद्योगिक क्रांति जैसा सामाजिक परिवर्तन बताया. उन्होंने AI के सही दिशा में न चलने पर असमानता और अन्याय बढ़ने की चेतावनी दी.पोप ने एआई को मानव गरिमा के लिए भी खतरा बताया है.हाइलाइट्सAI के नैतिक चुनौतियों पर पोप लियो XIV की चेतावनी.AI सही दिशा में न चला तो असमानता और अन्याय बढ़ सकता है.AI इंसानी गरिमा, न्याय और श्रम को गहराई से प्रभावित कर सकता है.नई दिल्ली. नई तकनीकों में सबसे अहम माने जा रहे आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) को लेकर वेटिकन से गंभीर चेतावनी आई है. हाल ही में चुने गए पोप लियो XIV ने AI से जुड़ी नैतिक चुनौतियों को अपने पोप कार्यकाल का मुख्य फोकस बताया है. इन्हें पहले कार्डिनल रॉबर्ट फ्रांसिस प्रेवोस्ट के नाम से जाना जाता था. अपने पहले भाषण में पोप लियो XIV ने कहा कि AI इंसानी गरिमा, न्याय और श्रम के स्वरूप को गहराई से प्रभावित कर सकता है. उन्होंने इसे औद्योगिक क्रांति के समान एक बड़ा सामाजिक परिवर्तन बताया, जो अगर सही दिशा में न चला, तो असमानता और अन्याय को बढ़ा सकता है.

पोप लियो XIV ने अपने नाम के चुनाव को भी प्रतीकात्मक बताया. उन्होंने कहा कि उनका यह नाम पोप लियो XIII से प्रेरित है, जिन्होंने 1891 में प्रसिद्ध “Rerum Novarum” दस्तावेज़ जारी कर श्रमिकों के अधिकारों की बात की थी. उस समय औद्योगिक क्रांति से कामगारों का जीवन बदल रहा था और आज की दुनिया में AI उसी तरह की चुनौतियां पेश कर रहा है.

वेटिकन पहले दे चुका है चेतावनी

पोप के इस रुख से वेटिकन की उस दिशा की भी पुष्टि होती है जो वह पहले से अपनाता रहा है. जनवरी 2025 में वेटिकन ने एक दस्तावेज़ “Antiqua et Nova” जारी किया था, जिसमें साफ कहा गया था कि AI को इंसानी क्षमता का सहायक बनना चाहिए, प्रतियोगी नहीं. दस्तावेज में यह भी जोर दिया गया कि AI के विकास और उसके प्रयोग में मानव की निगरानी और जिम्मेदारी अनिवार्य होनी चाहिए.

पूर्व पोप फ्रांसिस की राह पर

पोप लियो XIV का फोकस उनके पूर्ववर्ती पोप फ्रांसिस की नीति की निरंतरता है. पोप फ्रांसिस ने भी पहले AI पर अंतरराष्ट्रीय समझौते की मांग की थी और चेताया था कि यह तकनीक यदि बेकाबू रही, तो गरीबी और भेदभाव जैसी समस्याएं और गहरी हो सकती हैं.

ये भी पढे़ं- पाकिस्तान का साथ देने वाले तुर्की का बॉयकॉट, भारतीय बोले- न उनके सेब खाएंगे, न घूमने जाएंगे

निर्विरोध चुनाव और संतुलित नेतृत्व

चौथे दौर की वोटिंग में भारी बहुमत से निर्वाचित हुए पोप लियो XIV को कार्डिनल्स का व्यापक समर्थन मिला. एक समय के प्रबल दावेदार कार्डिनल पिएत्रो पारोलिन ने भी उनके नेतृत्व की सराहना करते हुए कहा, “उनमें तर्क की शांति, संतुलन, और सबके लिए सम्मान और करुणा की भावना है.” कुल मिलाकर पोप लियो XIV ने अपने पहले ही भाषण में यह साफ कर दिया है कि उनके नेतृत्व में चर्च आधुनिक तकनीक से जुड़े सामाजिक और नैतिक सवालों पर सक्रिय रहेगा. AI पर उनकी चेतावनी न सिर्फ कैथोलिक समुदाय के लिए, बल्कि वैश्विक नीति निर्माताओं के लिए भी एक गहरी सोच का विषय है.
Jai Thakurजय ठाकुर 2018 से खबरों की दुनिया से जुड़े हुए हैं. 2022 से News18Hindi में सीनियर सब एडिटर के तौर पर कार्यरत हैं और बिजनेस टीम का हिस्सा हैं. बिजनेस, विशेषकर शेयर बाजार से जुड़ी खबरों में रुचि है. इसके अलावा दे…और पढ़ेंजय ठाकुर 2018 से खबरों की दुनिया से जुड़े हुए हैं. 2022 से News18Hindi में सीनियर सब एडिटर के तौर पर कार्यरत हैं और बिजनेस टीम का हिस्सा हैं. बिजनेस, विशेषकर शेयर बाजार से जुड़ी खबरों में रुचि है. इसके अलावा दे… और पढ़ेंभारत पाकिस्तान की ताज़ा खबरें News18 India पर देखेंLocation :New Delhi,Delhihomebusinessनए पोप को क्यों मानवता के लिए खतरा लगता है AI, सच में डेंजर या फालतू की बात?

stock market, share market, market update, trading news, trade news, nifty update,bank nifty, oxbig news, oxbig news network, hindi news, hindi news, business news, oxbig hindi news

English News

- Advertisement -

More articles

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

- Advertisement -

Latest Article

- Advertisement -