मार्सिले में दूतावास, IMEC परियोजना…भारत के लिए क्‍यों खास है फ्रांस का यह शहर

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Last Updated:February 12, 2025, 08:36 ISTPM Modi France Visit- मार्सिले में भारतीय वाणिज्य दूतावास का उद्घाटन, IMEC परियोजना पर चर्चा और बंदरगाह के व्यापारिक अवसरों की समीक्षा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के फ्रांस दौरे को बेहद महत्वपूर्ण बनाते हैं. इससे…और पढ़ेंमार्सिले में भारत के नए वाणिज्य दूतावास का खुलना एक महत्‍वपूर्ण घटना है. हाइलाइट्सप्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी फ्रांस की चार दिवसीय यात्रा पर हैं. आज वे मार्सिले शहर में भारतीय दूतावास का उद्घाटन करेंगे. फ्रांस के राष्‍ट्रपति इमैनुएल मैक्रों पीएम मोदी को भोज देंगे.नई दिल्‍ली. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चार दिवसीय फ्रांस-अमेरिका की यात्रा पर हैं. यात्रा के अंतिम चरण में वे मार्सिले पहुंचे हैं. यहां वे प्रथम और द्वितीय विश्व युद्ध में शहीद हुए भारतीय सैनिकों को भी श्रद्धांजलि अर्पित करेंगे और भारतीय वाणिज्य दूतावास का उद्घाटन करेंगे. यह फ्रांस में भारत का दूसरा राजनयिक मिशन होगा जो पेरिस स्थित भारतीय दूतावास के बाद खुल रहा है. राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों प्रधानमंत्री मोदी को डिनर भी देंगे. मार्सिले में फ्रांस की सबसे बड़ी बंदरगाह है. मार्सिले की रणनीतिक स्थिति भूमध्य सागर (Mediterranean) के तट पर इसे भारत और फ्रांस के बीच व्यापार के लिए एक महत्वपूर्ण गेटवे (Gateway) बनाती है. यह भारत-मध्य पूर्व-यूरोप आर्थिक गलियारे (IMEC) के प्रमुख प्रवेश बिंदुओं में से एक है.

मार्सिले में भारत के नए वाणिज्य दूतावास का खुलना एक महत्‍वपूर्ण घटना है. भारत ने इस दूतावास को खोलने की घोषणा 2023 में मोदी के फ्रांस दौरे के दौरान की थी, जब भारत-फ्रांस रणनीतिक साझेदारी की 25वीं वर्षगांठ मनाई गई थी. यह दूतावास दक्षिणी फ्रांस में बसे भारतीय प्रवासी समुदाय को सेवाएं प्रदान करेगा, जिसमें मार्सिले, टूलूज़ और रोन-आल्प्स (Rhône-Alpes) क्षेत्र शामिल हैं. इससे लोगों को पेरिस जाकर कांसुलर कार्य करवाने की जरूरत नहीं पड़ेगी, जिससे समय और पैसे दोनों की बचत होगी. इसके अलावा, यह दूतावास फ्रांस में व्यापार स्थापित करने या अपना विस्तार करने की इच्छा रखने वाले भारतीय व्यवसायों को सहयोग देगा. इस दूतावास के उद्घाटन से भारत और फ्रांस के बीच बढ़ते द्विपक्षीय संबंधों और वैश्विक राजनयिक उपस्थिति को भी दर्शाया जा रहा है.

भारत के लिए मार्सिले क्यों महत्वपूर्ण है?मार्सिले की रणनीतिक स्थिति भूमध्य सागर (Mediterranean) के तट पर इसे भारत और फ्रांस के बीच व्यापार के लिए एक महत्वपूर्ण गेटवे (Gateway) बनाती है. यह भारत-मध्य पूर्व-यूरोप आर्थिक गलियारे (IMEC) के प्रमुख प्रवेश बिंदुओं में से एक है. IMEC परियोजना की घोषणा G20 शिखर सम्मेलन 2023 के दौरान नई दिल्ली में की गई थी. यह परियोजना भारत के पश्चिमी तट को यूरोप से पश्चिम एशिया के माध्यम से जोड़ने की परिकल्पना करती है. इस गलियारे पर मोदी और मैक्रों के बीच बातचीत होने की संभावना है. भारत इस परियोजना में संयुक्त अरब अमीरात (UAE) के साथ भी समन्वय कर रहा है. हालांकि, पश्चिम एशिया में संघर्ष के कारण परियोजना की प्रगति प्रभावित हुई है.

IMEC में फ्रांस की खास भूमिकाफ्रांस IMEC परियोजना के लिए विशेष दूत नियुक्त करने वाला एकमात्र देश है. राष्ट्रपति मैक्रों के विशेष दूत गेरार्ड मेस्ट्रालेट (Gérard Mestrallet) ने सितंबर 2023 में गुजरात के मुंद्रा पोर्ट का दौरा किया था. उन्होंने मुंद्रा और मार्सिले के बीच प्रत्यक्ष शिपिंग लाइन को व्यापार के लिए एक महत्वपूर्ण संपत्ति बताया था. मार्सिले का बंदरगाह फ्रांस का सबसे बड़ा और भूमध्य सागर का तीसरा सबसे बड़ा बंदरगाह है. भारत इसे एक महत्वपूर्ण व्यापारिक केंद्र के रूप में उपयोग करना चाहता है.

इसके अलावा, मार्सिले की भू-सामरिक स्थिति इसे दूरसंचार और इंटरनेट कनेक्टिविटी का प्रमुख केंद्र बनाती है. यह शहर पनडुब्बी केबल नेटवर्क (Submarine Cable Network) का गेटवे है, जो यूरोप, अफ्रीका, पश्चिम एशिया और एशिया को जोड़ता है. मार्सिले का बंदरगाह यूरोप, अफ्रीका, पश्चिम एशिया और एशिया के बीच व्यापार और लॉजिस्टिक्स का प्रमुख केंद्र है.
Location :New Delhi,New Delhi,DelhiFirst Published :February 12, 2025, 08:36 ISThomebusinessमार्सिले में दूतावास, IMEC परियोजना…भारत के लिए क्‍यों खास है फ्रांस का यह शहर

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