What is Carbon Capture Technique: दुनियाभर में एयर पॉल्युशन एक बड़ी समस्या है और दिन ब दिन यह भयानक रूप लेती जा रही है. खासकर, भारत और चीन जैसे विकासशील देशों में तो कॉर्बन उत्सर्जन, प्रदूषण का बड़ा कारण है, जो फैक्ट्रियों से निकलने वाले धुएं और ईंधन के जलने से वातावरण में कॉर्बन डाइऑक्साइड जैसी गैस को बढ़ाता है. इसके चलते प्रदूषण बढ़ता है और जलवायु परिवर्तन का खतरा बढ़ता है. कॉर्बन उत्सर्जन को कम करने की दिशा में कई देश काम कर रहे हैं. इसी कड़ी में नॉर्वे की एक कंपनी ने ऐसा वेक्यूम सीमेंट प्लांट तैयार किया है, जो कार्बन उत्सर्जन को कम करेगा. एसएलबी कैप्चरी ने ब्रेविक में हीडलबर्ग मटेरियल्स के सीमेंट प्लांट में बड़े पैमाने पर कार्बन कैप्चर फैसिलिटी का निर्माण पूरा कर लिया है. यह संयंत्र एडवांस कार्बन कैप्चर और एमीशन के जरिए हर साल 400,000 मीट्रिक टन CO2 उत्सर्जन में कटौती करेगा.
क्यों खास है यह प्लांट
यह प्रोजेक्ट लॉन्गशिप सीसीएस पहल का हिस्सा है, जो औद्योगिक CO2 उत्सर्जन को कम करने, ट्रांसपोर्ट और स्टोरेज के लिए यूरोप की पहली पूर्ण प्रणाली है, इसे जलवायु परिवर्तन की चुनौतियों से लड़ने और नेट-जीरो कार्बन एमिशन के लक्ष्यों को हासिल करने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम के तौर पर देखा जा रहा है.
कार्बन उत्सर्जन मानवीय गतिविधियों जैसे जीवाश्म ईंधन जलाने, सीमेंट निर्माण, वनों की कटाई और औद्योगिक प्रक्रियाओं के कारण फैलने वाले प्रदूषण से बढ़ता है. ग्लोबल कार्बन डाईऑक्साइड उत्सर्जन में सीमेंट उत्पादन का योगदान लगभग 8% है, लेकिन ब्रेविक प्लांट ने दिखाया है कि कार्बन कैप्चर तकनीक के इस्तेमाल से उद्योगों में कार्बन उत्सर्जन को कम किया जा सकता है.
हाल के वर्षों में, कार्बन कैप्चर तकनीक को प्रदूषण कम करने के लिए एक संभावित समाधान के रूप में पसंद किया गया है. इससे विभिन्न कार्बन कैप्चर तकनीक का विकास हुआ है, लेकिन इन्हें तैयार करने और कीमत ज्यादा होने के कारण यह काम मुश्किल रहा है.
Tags: Air pollution, Business news, Pollution AQI LevelFIRST PUBLISHED : December 12, 2024, 12:31 IST
stock market, share market, market update, trading news, trade news, nifty update,bank nifty, oxbig news, oxbig news network, hindi news, hindi news, business news, oxbig hindi news
English News