फिल्म सिटी बन भी पाएगी या नहीं, बोनी कपूर और अथॉरिटीज के बीच नहीं बैठ रहा तालमेल, गले पड़ी नई मुसीबत

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नई दिल्ली. उत्तर प्रदेश सरकार की बहुप्रतीक्षित नोएडा फिल्म सिटी परियोजना को लेकर मुश्किलें खत्म होने का नाम नहीं ले रहीं. अभी निर्माण शुरू भी नहीं हुआ है और विवाद सामने आने लगे हैं. वर्षों की तलाश और कई बार ग्लोबल टेंडर फेल होने के बाद यह प्रोजेक्ट आखिरकार फिल्म निर्माता बोनी कपूर और Bhutani Group के कंसोर्टियम को मिला. लेकिन जब उन्होंने इसका पहला लेआउट प्लान जमा किया, तो यमुना एक्सप्रेसवे इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट अथॉरिटी (YEIDA) ने इसमें कई खामियां निकाल दीं.

सबसे बड़ी आपत्ति इस बात पर आई कि जिस ज़मीन को हरियाली, पार्क और खुले स्थानों के लिए चिन्हित किया गया था, वहां फिल्म स्टूडियो और आवासीय सुविधाएं बनाने का प्रस्ताव है. अथॉरिटी के सीईओ अरुण वीर सिंह के मुताबिक, पहले चरण के लिए जो 230 एकड़ की जमीन निर्धारित है, उसमें कम से कम 15% क्षेत्र ग्रीन जोन होना चाहिए. लेकिन सबमिट किए गए नक्शे में हरियाली को एकसाथ और स्पष्ट रूप से नहीं दिखाया गया है, बल्कि यह बिखरी हुई है और सड़क किनारे के हिस्सों तक सीमित है.

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कमर्शियल निर्माण पर भी आपत्ति

अधिकारियों ने बताया कि प्रस्तावित नक्शे में होटल और गोदाम जैसी कमर्शियल इमारतें इंडस्ट्रियल ज़ोन में दिखाईं गई हैं, जो मान्य भूमि उपयोग नियमों का उल्लंघन है. इसके अलावा, अभी तक डेवलपर की ओर से फायर डिपार्टमेंट का अनापत्ति प्रमाणपत्र (NOC) और स्ट्रक्चरल स्टेबिलिटी सर्टिफिकेट भी जमा नहीं किया गया है, जो योजना स्वीकृति के लिए अनिवार्य हैं.

क्या कहता है मास्टर प्लान?

फिल्म सिटी के पहले चरण में 155 एकड़ जमीन इंडस्ट्रियल इस्तेमाल के लिए तय है, जिसमें 21 एकड़ पर फिल्म इंस्टीट्यूट और 134 एकड़ पर फिल्म स्टूडियो, पोस्ट प्रोडक्शन यूनिट्स और अन्य प्रोडक्शन से जुड़ी इमारतें बननी हैं. बाकी 75 एकड़ का इस्तेमाल कमर्शियल गतिविधियों के लिए किया जाना है, लेकिन वो विकास की अगली स्टेज में होना तय किया गया है.

YEIDA ने कहा – पहले मुख्य ढांचे का निर्माण हो

अथॉरिटी के अधिकारियों ने बोनी कपूर और Bhutani Group के सीईओ आशीष भूटानी के साथ मीटिंग में साफ कर दिया कि अभी सिर्फ पहले चरण को ही मंजूरी दी जाएगी, जिसमें केवल इंडस्ट्रियल जोन शामिल है. फेज 2 और 3 की जानकारी और ज़ोनिंग भी संशोधित नक्शे में स्पष्ट रूप से दिखाई जानी चाहिए. साथ ही, यह भी कहा गया कि जब तक फिल्म स्टूडियो और इंस्टीट्यूट जैसी मूल सुविधाओं का कम से कम 15% निर्माण नहीं हो जाता, तब तक होटल, मॉल या रिसॉर्ट जैसी कमर्शियल इमारतों को मंजूरी नहीं दी जाएगी.

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डेवलपर की सफाई और भरोसा

बोनी कपूर ने हाल ही में एलान किया कि फिल्म सिटी का भूमि पूजन 30 जून से पहले कर दिया जाएगा. उन्होंने कहा कि पहले तीन साल में फिल्म स्टूडियो और फिल्म इंस्टीट्यूट जैसी मुख्य सुविधाएं विकसित की जाएंगी और उसके बाद ही कमर्शियल निर्माण की शुरुआत होगी. Bhutani Group के आशीष भूटानी ने कहा कि ग्रीन जोन से कोई छेड़छाड़ नहीं की गई है और प्लान उसी के अनुसार बनाया गया है जैसा पहले स्वीकृत किया गया था. उन्होंने यह भी भरोसा दिलाया कि फायर एनओसी और स्ट्रक्चरल सर्टिफिकेट जल्द ही जमा कर दिए जाएंगे. साथ ही कहा कि उन्होंने सभी आपत्तियां दूर कर दी हैं और संशोधित लेआउट इस सप्ताह के अंत तक स्वीकृति के लिए जमा कर दिया जाएगा.

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