निखिल कामत को दिख रहा इस बिजनेस में कुबेर का खजाना, ₹16 लाख करोड़ का है बाजार

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निखिल कामत को दिख रहा इस बिजनेस में कुबेर का खजाना, ₹16 लाख करोड़ का है बाजार

Last Updated:February 27, 2025, 16:25 ISTनिखिल कामत के अनुसार, भारत में हेल्थ और लॉन्गिविटी मुख्यधारा का हिस्सा बन रहे हैं. प्रिवेंटिव हेल्थकेयर बाजार 2025 तक ₹16 लाख करोड़ तक पहुंच सकता है. फिटनेस और वेलनेस सेक्टर का योगदान ₹8 लाख करोड़ होगा. लोग अब …और पढ़ेंनिखिल कामत ब्रोकरेज ऐप जेरोधा के को-फाउंडर हैं.हाइलाइट्सभारत का प्रिवेंटिव हेल्थकेयर बाजार 2025 तक ₹16 लाख करोड़ तक पहुंच सकता है.फिटनेस और वेलनेस सेक्टर का योगदान ₹8 लाख करोड़ हो सकता है.निखिल कामत के अनुसार, हेल्थ और लॉन्गिविटी शहरी भारत में मुख्यधारा बन रहे हैं.नई दिल्ली. भारत में हेल्थकेयर की चर्चा अब सिर्फ इलाज तक सीमित नहीं है, बल्कि लोग बीमार होने से पहले ही अपनी सेहत का ध्यान रखने लगे हैं. ज़ेरोधा के को-फाउंडर निखिल कामत ने हाल ही में एक पोस्ट में कहा, “पिछले दशक में हेल्थ से जुड़ी चीजें समय से पहले लगती थीं, लेकिन अब हेल्थ और लॉन्गिविटी (दीर्घायु) शहरी भारत में मुख्यधारा का हिस्सा बन रही हैं. शायद अब सही वक्त है कि एंटरप्रेन्योर हेल्थ सेक्टर में कुछ बड़ा करें.”

बदलते ट्रेंड और नए आंकड़े इस बदलाव की पुष्टि कर रहे हैं. भारत का प्रिवेंटिव हेल्थकेयर बाजार 2025 तक ₹16 लाख करोड़ (197 अरब डॉलर) तक पहुंच सकता है, जिसमें से ₹8 लाख करोड़ (98 अरब डॉलर) का योगदान फिटनेस और वेलनेस सेक्टर से होगा. बीते चार वर्षों में यह बाजार दोगुना हो चुका है, क्योंकि लोग अब सिर्फ इलाज के बजाय सेहत को लेकर proactive हो रहे हैं.

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भारत में हेल्थ और फिटनेस को लेकर क्या बदल रहा है?₹4,000 से ₹10,000 सालाना खर्च करने वाले हेल्थ-फोकस्ड भारतीयों की संख्या बढ़ रही है. हालांकि, इस खर्च का 98% केवल देश के 35% अमीर तबके के लोग कर रहे हैं. फिटनेस और वेलनेस सेक्टर सबसे तेजी से बढ़ने वाला क्षेत्र बन चुका है, जो प्रिवेंटिव हेल्थकेयर मार्केट का 51% है.

क्या भारत में फिटनेस कल्चर सही दिशा में जा रहा है?भारत में 96,278 जिम मौजूद हैं, लेकिन मात्र 0.2% लोग जिम मेंबरशिप लेते हैं, जबकि अमेरिका में यह आंकड़ा 21.2% है. जो लोग जिम ज्वॉइन करते हैं, उनमें से 50% से ज्यादा लोग नियमित रूप से नहीं जाते. वजह? जिम में भीड़, खराब सुविधाएं, पार्किंग की समस्या और ग्रुप वर्कआउट की कमी. इसलिए, 44% भारतीय अब घर पर ही एक्सरसाइज करना पसंद करते हैं.

भारत में एक्सरसाइज को लेकर क्या ट्रेंड है?29% भारतीय पूरी तरह निष्क्रिय (inactive) हैं, जबकि 56% कभी-कभी ही एक्सरसाइज करते हैं.एक्सरसाइज करने वालों में, 38% महिलाएं और 34% पुरुष वॉकिंग को प्राथमिकता देते हैं.योग, रनिंग, साइक्लिंग और खेलों में अब भी अपेक्षाकृत कम रुचि देखी जाती है.

क्या यह हेल्थ और फिटनेस स्टार्टअप्स के लिए बड़ा मौका है?

निखिल कामत का मानना है कि भारत में हेल्थ और लॉन्गिविटी इंडस्ट्री में इनोवेशन का सही समय आ चुका है.

डिजिटल हेल्थ प्लेटफॉर्म्स, फिटनेस ऐप्स और होम-वर्कआउट गियर जैसी चीजों की मांग तेजी से बढ़ रही है.

लोग सिर्फ डॉक्टर के पास जाने के बजाय रोज़मर्रा की लाइफस्टाइल में ही सेहत को प्राथमिकता देना चाहते हैं.

इस बदलाव से साफ है कि भारत में अब हेल्थकेयर सिर्फ बीमारी का इलाज करने तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि लोग लॉन्ग-टर्म हेल्थ और फिटनेस पर ध्यान देकर पहले से तैयार रहेंगे.

Location :New Delhi,DelhiFirst Published :February 27, 2025, 16:19 ISThomebusinessनिखिल कामत को दिख रहा इस बिजनेस में कुबेर का खजाना, ₹16 लाख करोड़ का है बाजार

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