Last Updated:May 13, 2025, 11:52 ISTMTNL Default : एमटीएनएल ने बैंकों के 8 हजार करोड़ रुपये नहीं चुकाए और लोन डिफॉल्ट कर दिया. अब कंपनी के खाते को एनपीए घोषित करने से रोकने के लिए बैंकों और सरकारी अधिकारियों की 16 मई को बैठक होने वाली है.एमटीएनएल पर कुल मिलाकर 33 हजार करोड़ से ज्यादा का कर्ज लदा है.हाइलाइट्सएमटीएनएल ने 8,346 करोड़ रुपये का लोन डिफॉल्ट किया.सरकार ने एमटीएनएल को दिवालिया होने से बचाने के लिए कदम उठाया.16 मई को सरकारी बैंकों और अधिकारियों की बैठक होगी.नई दिल्ली. सरकार से बेलआउट पैकेज मिलने के बाद भी लगातार लोन डिफॉल्ट कर रही महानगर टैलीफोन निगम लिमिटेड (MTNL) को दिवालिया होने से बचाने के लिए एक बार सरकार ने हाथ बढ़ाया है. कैबिनेट सचिव टीवी सोमनाथन की अगुवाई में 16 मई को सरकारी बैंकों के साथ बैठक होगी. इस बैठक में यह तय किया जाएगा कि लोन डिफॉल्ट होने के बाद बैंक की ओर से कंपनी पर कोई कार्रवाई न की जाए.
कैबिनेट सचिव के साथ इस बैठक में आर्थिक मामलों के सचिव अजय सेठ, वित्त मामलों के सचिव एम नागराजू, व्यय सचिव सचिव वी वुआलनाम, दूरसंचार सचिव नीरज मित्तल भी मौजूद रहेंगे. इसके अलावा एमटीएनएल को कर्ज देने वाले बैंकों के प्रमुख भी बैठक में रहेंगे. इस बैठक का मकसद लोन डिफॉल्ट होने के बावजूद एमटीएनएल के खाते को एनपीए न घोषित किया जाए. सरकारी अधिकारियों की मंशा है कि कंपनी के एक्पोजर को ज्यादा न बढ़ाया जाए.
कंपनी ने किया बड़ा डिफॉल्टएमटीएनएल ने 19 अप्रैल को अपनी रेगुलेटरी फाइलिंग में बताया था कि उसने करीब 8,346 करोड़ रुपये के लोन का डिफॉल्ट किया है. यह पैसा 7 सरकारी बैंकों से लिया गया था. कंपनी ने यह डिफॉल्ट अगस्त, 2024 से लेकर फरवरी 2025 के बीच किया है. इस सरकारी कंपनी पर 31 मार्च, 2025 तक कुल मिलाकर 33,568 करोड़ रुपये का लोन है और इसके ब्याज के रूप में 8,346 करोड़ रुपये नहीं चुकाए और डिफॉल्ट कर गए.
किस बैंक का कितना डिफॉल्ट
एमटीएनएल ने सबसे बड़ा डिफॉल्ट यूनियन बैंक का 3,633.42 करोड़ रुपये का किया.
इंडियन ओवरसीज बैंक का 2,374.49 करोड़ रुपये का डिफॉल्ट किया.
बैंक ऑफ इंडिया के 1,077.34 करोड़ का डिफॉल्ट किया.
पीएनबी के भी 464.26 करोड़ रुपये का डिफॉल्ट किया है.
एसबीआई के भी 350.05 करोड़ के ब्याज को डिफॉल्ट किया है.
यूको बैंक का भी 180.3 करोड़ का ब्याज और मूलधन नहीं चुकाया.
एमटीएनएल पर कुल कितना बकायाएमटीएनएल पर सिर्फ बैंकों का ही नहीं, अन्य मदों से भी काफी बड़ा बकाया है. बैंकों ने कंपनी को 8,346 करोड़ रुपये का लोन दिया है, जबकि 24,071 करोड़ रुपये की सॉवरेन गारंटी भी बकाया है. इसके अलावा 1,151 करोड़ रुपये का लोन दूरसंचार विभाग का भी बकाया चल रहा है. इससे पहले सरकार ने बीएसएनएल और एमटीएनएल को 3.23 लाख करोड़ रुपये का राहत पैकेज दिया था. बावजूद इसके एमटीएनएल के रेवेन्यू में गिरावट आ रही है और कंपनी को लगातार घाटा लग रहा है.
Pramod Kumar Tiwariप्रमोद कुमार तिवारी को शेयर बाजार, इन्वेस्टमेंट टिप्स, टैक्स और पर्सनल फाइनेंस कवर करना पसंद है. जटिल विषयों को बड़ी सहजता से समझाते हैं. अखबारों में पर्सनल फाइनेंस पर दर्जनों कॉलम भी लिख चुके हैं. पत्रकारि…और पढ़ेंप्रमोद कुमार तिवारी को शेयर बाजार, इन्वेस्टमेंट टिप्स, टैक्स और पर्सनल फाइनेंस कवर करना पसंद है. जटिल विषयों को बड़ी सहजता से समझाते हैं. अखबारों में पर्सनल फाइनेंस पर दर्जनों कॉलम भी लिख चुके हैं. पत्रकारि… और पढ़ेंभारत पाकिस्तान की ताज़ा खबरें News18 India पर देखेंLocation :New Delhi,Delhihomebusinessक्या दिवालिया हो जाएगी यह सरकारी कंपनी, नहीं चुकाया 8 हजार करोड़ का लोन
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