HDFC बैंक का लीलावती से क्या झगड़ा, क्या बैंक अधिकारी ने ली घूस? जानें पूरी कहानी

Must Read

Last Updated:July 10, 2025, 18:30 ISTLilavati Medical Trust Vs HDFC Bank: लीलावती मेडिकल ट्रस्ट और प्राइवेट सेक्टर के सबसे बड़े बैंक एचडीएफसी बैंक के बीच चल रहा विवाद गहराता जा रहा है. आइए इस विवाद को आसान भाषा में समझते हैं.एचडीएफसी बैंक (फोटो- पीटीआई/कुणाल पाटिल)हाइलाइट्स65 करोड़ रुपये के कर्ज से शुरू हुआ विवाद.एचडीएफसी बैंक के सीईओ पर रिश्वत का आरोप. बैंक ने आरोपों को निराधार और दुर्भावनापूर्ण बताया.नई दिल्ली. लीलावती कीर्तिलाल मेहता मेडिकल ट्रस्ट (LKMM Trust) और HDFC बैंक के बीच विवाद लगातार बढ़ता जा रहा है. यह ट्रस्ट मुंबई में लीलावती अस्पताल की देखरेख करता है. यह मामला तब सुर्खियों में आया जब सुप्रीम कोर्ट ने एचडीएफसी बैंक के सीईओ सशिधर जगदीशन की याचिका को सुनने से इनकार कर दिया. जगदीशन ने अपने खिलाफ दर्ज एक एफआईआर को रद्द करने की मांग की थी. सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि यह मामला बॉम्बे हाईकोर्ट में 14 जुलाई को सुनवाई के लिए लिस्टेड है, इसलिए सुप्रीम कोर्ट इसमें दखल नहीं देगा.

विवाद की शुरुआत कैसे हुई?साल 1995 में मेहता परिवार की कंपनी स्प्लेंडर जेम्स लिमिटेड (Splendour Gems Ltd) ने एचडीएफसी बैंक और कुछ दूसरे बैंकों से लोन लिया था, जो आज तक नहीं चुकाया गया. बैंक के मुताबिक, 31 मई 2025 तक 65.22 करोड़ रुपये बकाया हैं. इस लोन की वसूली के लिए कई कानूनी कदम उठाए गए, लेकिन कोई ठोस नतीजा नहीं निकला.

ट्रस्ट ने क्या आरोप लगाए हैं?
लीलावती ट्रस्ट ने एचडीएफसी बैंक के सीईओ और दूसरे 8 लोगों पर गंभीर आरोप लगाए हैं. 2.05 करोड़ रुपये की कथित रिश्वत लेने का आरोप, जिससे कुछ पूर्व ट्रस्टियों को ट्रस्ट पर अवैध रूप से कंट्रोल बनाए रखने में मदद मिली. ट्रस्ट का दावा है कि 25 करोड़ रुपये की राशि बिना ट्रस्ट की मंजूरी के एचडीएफसी बैंक के खाते में जमा की गई, जो गलत था. ट्रस्ट का कहना है कि 1.5 करोड़ रुपये अस्पताल के कर्मचारियों को सीएसआर के नाम पर दिए गए, जो वास्तव में गलत कामों को छिपाने की रिश्वत थी.

FIR कब दर्ज हुईइन सभी मामलों को लेकर 31 मई को मुंबई के बांद्रा पुलिस स्टेशन में एफआईआर दर्ज हुई, आईपीसी की कई धाराओं के तहत केस चल रहा है.

बैंक का क्या कहना है?
एचडीएफसी बैंक ने इन आरोपों को बेबुनियाद और दुर्भावनापूर्ण बताया है. बैंक का दावा है कि ये सब आरोप केवल बकाया लोन की वसूली में बाधा डालने के लिए लगाए गए हैं.

CBI जांच की मांग और कोर्ट में हलचलट्रस्ट ने बॉम्बे हाईकोर्ट में याचिका दायर कर इस केस की सीबीआई जांच की मांग की है. वहीं, एचडीएफसी बैंक के सीईओ की याचिका पर अब तक बॉम्बे हाईकोर्ट के 4 जज सुनवाई से खुद को अलग कर चुके हैं. सुप्रीम कोर्ट ने भी 4 जुलाई को सुनवाई से इनकार कर दिया और कहा कि मामला 14 जुलाई को बॉम्बे हाईकोर्ट में सुना जाएगा.vinoy jhaप्रिंट मीडिया से करियर की शुरुआत करने के बाद पिछले 5 वर्षों से News18Hindi में बतौर सीनियर कॉपी एडिटर कार्यरत हैं. लगभग 2 वर्षों से बिजनेस न्यूज टीम का हिस्सा हैं. पत्रकारिता में करीब एक दशक का अनुभव रखते हैं. …और पढ़ेंप्रिंट मीडिया से करियर की शुरुआत करने के बाद पिछले 5 वर्षों से News18Hindi में बतौर सीनियर कॉपी एडिटर कार्यरत हैं. लगभग 2 वर्षों से बिजनेस न्यूज टीम का हिस्सा हैं. पत्रकारिता में करीब एक दशक का अनुभव रखते हैं. … और पढ़ेंLocation :New Delhi,DelhihomebusinessHDFC बैंक का लीलावती से क्या झगड़ा, क्या बैंक अधिकारी ने ली घूस? जानें कहानी

stock market, share market, market update, trading news, trade news, nifty update,bank nifty, oxbig news, oxbig news network, hindi news, hindi news, business news, oxbig hindi news

English News

- Advertisement -

More articles

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

- Advertisement -

Latest Article

- Advertisement -