HDB Finance लिस्टिंग ने निवेशकों को डराया, ये शेयर्स लुढ़के

Must Read

यशस्वी यादव/नई दिल्ली, आईपीओ लाने की तैयारी में लगी कंपनियों के शेयरों की ग्रे मार्केट में कीमतों में पिछले कुछ हफ्तों में तेज गिरावट देखने को मिल रही है. इससे पहले लगातार तेजी का दौर देखा जा रहा था, लेकिन अब करेक्शन देखने को मिल रहा है. इस गिरावट की वजह है हाई वैल्यूएशन, जो कंपनियों के असली फाइनेंशियल परफॉर्मेंस से कहीं आगे निकल गई थी. इस वजह से यह गिरावट न सिर्फ उम्मीद के मुताबिक थी, बल्कि जरूरी भी मानी जा रही है ताकि मार्केट में संतुलन बना रहे.

आपको बता दें कि ग्रे मार्केट में गिरावट का सबसे बड़ा ट्रिगर HDB फाइनेंशियल सर्विसेज का आईपीओ माना जा रहा है, जिसका प्राइस बैंड ₹740 प्रति शेयर की कीमत पर पेश किया गया जबकि उस समय उसका अनलिस्टेड मार्केट प्राइस ₹1,250 के आसपास था. इस आईपीओ की लिस्टिंग ने निवेशकों की उम्मीदों को झटका दिया और अनलिस्टेड शेयरों के पूरे बाजार में नेगेटिव माहौल बना दिया.

HDB फाइनेंशियल आईपीओ की डिटेल्स

एचडीबी फाइनेंशियल का आईपीओ 25 जून से 27 जून के बीच खुला था. यह इश्यू 16.69 गुना सब्सक्राइब होकर बंद हुआ था. यह NBFC (नॉन-बैंकिंग फाइनेंशियल कंपनी) कारोबार, कंज्यूमर्स और संपत्ति पर लोन देने जैसे अलग-अलग सेक्टर्स में काम करती है और इसका लोन पोर्टफोलियो काफी डायवर्सिफाइड है और इसकी भारत में 1,771 ब्रांचेज और 60,000 से ज्यादा कर्मचारी हैं.बीएनपी पारिबा एचडीबी फाइनेंशियल आईपीओ का बुक-रनिंग लीड मैनेजर है , जबकि एमयूएफजी इंटाइम इंडिया प्राइवेट लिमिटेड (लिंक इंटाइम) इस इश्यू का रजिस्ट्रार है.

मनीकंट्रोल की रिपोर्ट के अनुसार, अनलिस्टेड एरीना के मनन दोषी ने बताया कि इस स्पेस में निवेशक अक्सर फियर ऑफ मिसिंग ऑउट के चलते फैसले लेते हैं और कई बार फंडामेंटल्स को नजरअंदाज कर देते हैं. उन्होंने कहा कि भले ही कई प्री आईपीओ स्टोरीज सफल रही हों, लेकिन लंबी अवधि की सफलता के लिए असली वैल्यूएशन और मजबूत वित्तीय स्थिति जरूरी है सिर्फ IPO के शोर-शराबे से कुछ नहीं होता. इस माहौल का असर कई जानी-मानी कंपनियों पर पड़ा है जो आईपीओ लाने की तैयारी में हैं.

अनलिस्टेड शेयरों में भारी गिरावट

इनमें से एक प्रमुख नाम नेशनल सिक्योरिटीज डिपॉजिटरी लिमिटेड (NSDL) है, जिसके अनलिस्टेड शेयरों में पिछले एक हफ्ते में लगभग 21% की गिरावट दर्ज की गई. इसकी कीमत ₹1,275 से गिरकर ₹1,025 तक पहुंच गई. इस गिरावट की सबसे बड़ी वजह IPO टाइमलाइन को लेकर बढ़ती अनसर्टेनिटी बताई जा रही है. हाल ही में NSDL ने एक फाइलिंग में जानकारी दी कि उसे सेबी से इन प्रिंसिपल अप्रूवल मिल चुका है, लेकिन अब लिस्टिंग की अंतिम तारीख को बढ़ाकर 31 जुलाई 2025 कर दिया गया है, जो पहले 13 अप्रैल 2024 थी.

कंपनी ने चेतावनी दी है कि अगर वह इस नए डेडलाइन तक लिस्टिंग पूरी नहीं कर पाई, तो उसे फिर से मंजूरी के लिए आवेदन करना पड़ सकता है और उसमें देरी या रिजेक्शन की उम्मीद भी बनी रहती है. यह अनसर्टेनिटी ही निवेशकों के बीच डर और कीमतों में गिरावट का बड़ा कारण बन रही है.

ये भी पढ़ें – Adani Power Share: 90 रुपये प्रति शेयर कमाने का मौका! लट्टू हो गई ब्रोकरेज फर्म

आईपीओ से पहले के अनलिस्टेड शेयर मार्केट में कमजोरी लगातार बढ़ती जा रही है, और कई बड़ी कंपनियों के शेयर्स में तेज गिरावट देखने को मिल रही है. टाटा कैपिटल के शेयर करीब 14% गिरकर ₹1,075 से ₹925 पर आ गए. गिरावट की सबसे बड़ी वजह कंपनी की राइट्स इश्यू की घोषणा रही. कंपनी का प्रति शेयर ₹343 पर आएगा है। इस कदम ने बाजार में और नेगिटिवटी बढ़ा दी. फिलहाल, टाटा कैपिटल का अनलिस्टेड शेयर ट्रेलिंग PE के आधार पर 100 गुना से अधिक पर ट्रेड कर रहा है जो कि बेहद महंगा माना जा रहा है.

इसी तरह, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) के शेयरों में 6% से ज्यादा की गिरावट दर्ज की गई और ये ₹2,250 तक फिसल गए. इसके अलावा हीरो फिनकॉर्प के शेयर 9% गिरकर ₹1,595 पर आ गए और इसका ट्रेलिंग PE 185 गुना पर पहुंच चुका है.

निवेशकों के लिए ये राय

विक्रम सोलर के शेयरों में 21% की तेज गिरावट आई है और ये ₹475 से गिरकर ₹375 तक पहुंच गई है. इन आंकड़ों से साफ है कि कई कंपनियों के अनलिस्टेड शेयर जरूरत से ज़्यादा महंगे हो चुके थे, और अब निवेशक वैल्युएशन रियल्टी चेक कर रहे हैं.

ये भी पढ़ें – 150 साल का हुआ अपना बीएसई, बरगद के पेड़ तले आज ही के दिन हुई थी शुरुआत, बना देश का गर्व

यह गिरावट बताती है कि सिर्फ ब्रांड या हाइप से नहीं, बल्कि मजबूत फंडामेंटल्स और संतुलित वैल्यूएशन से ही लंबी दौड़ तय की जा सकती है. मनीकंट्रोल के एनालिस्ट के मुताबिक, रिटेल निवेशकों को बिना पूरी समझ के अनलिस्टेड शेयरों में निवेश से बचना चाहिए और अगर किसी कंपनी का बिजनेस मॉडल, लंबी अवधि की संभावनाएं, और वित्तीय ट्रांसपरेंसी स्पष्ट नहीं है, तो उसमें पैसा लगाना बेहद जोखिम भरा हो सकता है.

अनलिस्टेड शेयर बाजार में वैल्युएशन बेंचमार्क की कमी और जानकारी की कमी के चलते, यहां निवेश करना सिर्फ ब्रांड नेम या हाइप के आधार पर सही नहीं माना जा सकता. जब तक कंपनी की स्थिति, ग्रोथ पोटेंशियल और असली वैल्यू क्लियर न हो, तब तक निवेश करने से ज्यादा समझदारी से स्ट्रैटजी को समझें.

(Disclaimer: यहां बताए गए स्‍टॉक्‍स ब्रोकरेज हाउसेज की सलाह पर आधारित हैं. यदि आप इनमें से किसी में भी पैसा लगाना चाहते हैं तो पहले सर्टिफाइड इनवेस्‍टमेंट एडवायजर से परामर्श कर लें. आपके किसी भी तरह के लाभ या हानि के लिए OXBIG NEWS NETWORK जिम्मेदार नहीं होगा.)

stock market, share market, market update, trading news, trade news, nifty update,bank nifty, oxbig news, oxbig news network, hindi news, hindi news, business news, oxbig hindi news

English News

- Advertisement -

More articles

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

- Advertisement -

Latest Article

- Advertisement -