IPL Auction 2025: इंडियन प्रीमियर लीग (IPL 2025) के लिए देश-विदेश के कई क्रिकेटर्स ने करोड़ों रुपये के कॉन्ट्रेक्ट हासिल किए हैं. अब सवाल है कि करोड़ों कमाने वाले भारतीय क्रिकेटर्स तो देश के टैक्स कानून के तहत आयकर देंगे, लेकिन विदेशी प्लेयर्स की इनकम पर टैक्स कैसे लगेगा. आईपीएल को दुनिया का सबसे आकर्षक T20 क्रिकेट लीग माना जाता है, जिसमें खिलाड़ियों को काफी महंगा सैलरी पैकेज मिलता है. आईपीएल की अलग-अलग फ्रेंचाइजी टीमें टॉप खिलाड़ियों को खरीदने में कोई कसर नहीं छोड़ती हैं. हाल ही में हुए आईपीएल ऑक्शन में ऋषभ पंत सबसे महंगे खिलाड़ी के तौर पर उभरे, जिन्होंने 27 करोड़ रुपये की रिकॉर्ड फीस पर लखनऊ सुपर जाइंट्स के साथ कॉन्ट्रेक्ट किया. ऐसे करने वाले वे आईपीएल इतिहास सबसे महंगे खिलाड़ी बने हैं. आइये आपको बताते हैं आईपीएल में करोड़ों के कॉन्ट्रेक्ट हासिल करने वाले क्रिकेटर्स को टैक्स कैसे देना होगा.
करोड़ों की कमाई पर कैसे लगेगा इनकम टैक्स
आईपीएल में खेलने वाले भारतीय और विदेशी खिलाड़ियों की कमाई पर इनकम टैक्स नियम, विशेष रूप से उनकी आवासीय स्थिति और भारत में अर्जित आय पर लागू भारतीय कर कानूनों के अनुसार अलग-अलग होता है.
आवासीय स्थिति
भारतीय खिलाड़ियों की देश और विदेश से होने वाली कमाई पर इनकम टैक्स भारतीय कानून के तहत काटा जाता है. लेकिन, आईपीएल में खेलने वाले विदेशी खिलाड़ियों के टैक्सेशन को लेकर उन्हें नॉन-रेसिडेंट के तौर पर वर्गीकृत किया जाता है. आईपीएल में खेलने वाले क्रिकेटर्स की कमाई पर टीडीएस काटा जाता है, जो भारतीय खिलाड़ियों के लिए 10% और विदेशी खिलाड़ियों के लिए 20% निर्धारित है. टीडीएस काटकर ही इन प्लेयर्स को कॉन्ट्रैक्ट की रकम मिलती है.
आईपीएल खेलने वाले खिलाड़ियों को कॉन्ट्रैक्ट की रकम हासिल करने के लिए पहले बीसीसीआई और फ्रेंचाइजी दोनों के साथ ट्रांइगुलर एग्रीमेंट पर साइन करने होते हैं. अगर कोई फ्रेंचाइजी टीम पेमेंट करने में नाकामयाब रहती है, तो बीसीसीआई भुगतान करने के लिए कदम उठाएगी और फ्रेंचाइजी के सेंट्रल रेवेन्यू फंड से उचित राशि काट लेगी.
क्या कहते हैं एक्सपर्ट्स
बिजनेस टुडे की रिपोर्ट के अनुसार, चार्टेड अकाउंटेंट सुरेश सुराना ने बताया कि आईपीएल फ्रेंचाइजी टीमें खिलाड़ियों को जो रकम देती हैं, उसे प्रोफेशनल इनकम माना जाता है. ऐसे में आईपीएल से होने वाली कमाई को एक साल में उनकी कुल आय के साथ जोड़ा जाता है और इसके अनुसार इनकम टैक्स स्लैब रेट्स के आधार पर टैक्स कटौती होती है.
विदेशी खिलाड़ियों के लिए क्या हैं नियम
अप्रवासी भारतीय (NRI) खिलाड़ी और विदेशी एथलीट आयकर अधिनियम, 1961 की धारा 115BBA के विशिष्ट प्रावधानों के तहत फॉरेन प्लेयर्स का टैक्स काटा जाता है. इस सेक्शन के अनुसार, एक अनिवासी खिलाड़ी (एथलीट्स समेत) जो भारत का नागरिक नहीं है और एक अनिवासी भारत में किसी भी खेल या खेल में भाग लेता है, तो वह स्पेशल टैक्सेशन के अधीन है.
इसके अलावा, वे विदेशी खिलाड़ी, जो भारत में किसी भी खेल, विज्ञापन, भारत में न्यूज पेपर, पत्रिकाओं या पत्रिकाओं में खेल से संबंधित लेख लिखते हैं, इससे इन्हें होने वाली कमाई पर इनकम टैक्स का कैलकुलेशन 20% की एक फ्लैट दर पर किया जाता है. इसके साथ ही जब ये खिलाड़ी भारत में अपनी आय प्राप्त करते हैं तो 20% टीडीएस (स्रोत पर कर कटौती) लागू होती है.
हालांकि, विदेशी खिलाड़ियों को भी डबल टैक्सेशन बेनेफिट का फायदा मिल सकता है. अगर उनके देश का भारत के साथ ऐसा समझौता हो. क्योंकि, ऐसे मामलों में, वे अपने गृह देश में भी अतिरिक्त टैक्स के अधीन नहीं हो सकते हैं. इसके विपरीत, भारतीय आईपीएल खिलाड़ियों पर कर लगाया जाता है उनके संबंधित आयकर स्लैब के अनुसार, उनकी कमाई पर 30% की सामान्य कर दर होती है.
Tags: BCCI Cricket, Income Tax Planning, IPLFIRST PUBLISHED : November 27, 2024, 10:19 IST
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