CEO को 50 करोड़ के शेयर, छोटे कर्मचारियों को पूरा बोनस भी नहीं, ‘सगे-सौतेले’ के खेल में बड़ी IT कंपनी!

Must Read

Last Updated:April 17, 2025, 18:11 ISTइंफोसिस ने CEO सलिल पारेख को 50 करोड़ रुपये के शेयर अलॉट किए, जबकि कर्मचारियों को दिसंबर तिमाही में औसतन 80% बोनस ही मिला. सलिल पारिख को ये शेयर परफॉर्मेंस के आधार पर मिलेंगे.सलिल पारेख.हाइलाइट्सइंफोसिस ने CEO सलिल पारेख को 50 करोड़ के शेयर दिए.कर्मचारियों को दिसंबर तिमाही में औसतन 80% बोनस मिला.सलिल पारेख भारत के आईटी सेक्टर में दूसरे सबसे ज्यादा वेतन पाने वाले CEO हैं.नई दिल्ली. कंपनी कोई भी हो, लेकिन कर्मचारियों के लिए उनका व्यवहार ‘सौतेला’ ही रहता है. उनके लिए अधिकारी वर्ग ही ‘सगा’ होता है. यह बात एक बार फिर से साबित हुई है भारत की बड़ी आईटी सर्विस कंपनी इंफोसिस में. इंफोसिस ने अपने चीफ एग्जीक्यूटिव ऑफिसर (CEO) और मैनेजिंग डायरेक्टर (MD) सलिल पारेख को वित्त वर्ष 25 के लिए 50 करोड़ रुपये के शेयर अलॉट करने का ऐलान किया है. ये शेयर उन्हें ESOP के माध्यम से मिलेंगे. ESOP सैलरी में शामिल न होकर अलग से मिलते हैं.

अब बात करते हैं कि अधिकारियों से ‘सगा’ और कर्मचारियों से ‘सौतेला’ व्यवहार की. दरअसल, इंफोसिस ने बीती दिसंबर तिमाही के लिए अपने क्वालिफाइड कर्मचारियों को पूरा परफॉर्मेंस बोनस भी नहीं दिया था. कंपनी ने कर्मचारियों को उनके लक्ष्य का औसतन 80% बोनस देने का ऐलान किया था. कहा गया था कि यह बोनस सालाना सैलरी बढ़ोतरी से पहले दिया जा रहा है, जो मार्च 2025 के अंत तक होनी है. डिलीवरी और सेल्स डिविजन के कर्मचारियों को तो पिछले तिमाही की तुलना में 10 प्रतिशत तक कम बोनस दिया गया. इन विभागों में ही कंपनी के 3.23 लाख कर्मचारियों में से सबसे ज्यादा लोग काम करते हैं.

इंफोसिस ने 17 अप्रैल को सलिल पारेख को दिए जाने वाले शेयरों की घोषणा की. इसमें उन्हें हर साल मिलने वाले परफॉर्मेंस-बेस्ड स्टॉक इंसेंटिव शामिल हैं, जो अलग-अलग परफॉरमेंस स्कीमों जैसे इक्विटी और ईएसजी ग्रांट के तहत दिए जाते हैं. ये सभी रिस्ट्रिकटेड स्टॉक यूनिट्स (Restricted Stock Units (RSU)) के रूप में दिए गए हैं.

मनीकंट्रोल की रिपोर्ट के अनुसार, ESOPs की वेस्टिंग लिमिट यानी मिलने की समयसीमा उनके प्रकार पर निर्भर करती है, जो कि 12 से 24 महीनों के बीच हो सकती है. ये तभी मिलेंगे जब तय किए गए परफॉर्मेंस टारगेट्स पूरे किए जाएंगे, जिनका निर्धारण कंपनी के बोर्ड द्वारा किया गया है.

इसके अलावा, इंफोसिस ने अपने कुछ योग्य कर्मचारियों को भी 5,000 RSUs दिए हैं, जो चार साल में बराबर हिस्सों में मिलेंगे. इन स्टॉक्स की एक्सरसाइज प्राइस (खरीद मूल्य) शेयर के नाममात्र मूल्य के बराबर होगी.

ज्यादा वेतन पाने वाले CEOs की लिस्ट में नंबर 2वित्त वर्ष 2023-24 में सलिल पारेख भारत के आईटी सेक्टर में दूसरे सबसे ज्यादा वेतन पाने वाले CEO रहे. उन्हें इस साल कुल 66.25 करोड़ रुपये का वेतन मिला. पहले नंबर पर विप्रो के पूर्व सीईओ थियरी डेलापोर्ट थे, जिन्हें लगभग 166 करोड़ रुपये (20 मिलियन डॉलर) वेतन मिला.

हालांकि, पारेख का वेतन FY22 में 71 करोड़ से घटकर FY23 में 56 करोड़ रह गया था. FY24 में उनकी सैलरी में बढ़ोतरी का मुख्य कारण यह रहा कि उन्होंने इस साल ज्यादा RSUs को इस्तेमाल किया.
Location :New Delhi,New Delhi,DelhiFirst Published :April 17, 2025, 18:11 ISThomebusinessइंफोसिस: CEO को 50 करोड़ के शेयर, छोटे कर्मचारियों को पूरा बोनस भी नहीं

stock market, share market, market update, trading news, trade news, nifty update,bank nifty, oxbig news, oxbig news network, hindi news, hindi news, business news, oxbig hindi news

English News

- Advertisement -

More articles

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

- Advertisement -

Latest Article

- Advertisement -