नई दिल्ली. विदेश यात्रा के लिए पासपोर्ट अब और स्मार्ट और सुरक्षित होने जा रहा है. भारत सरकार ने ePassport यानी इलेक्ट्रॉनिक पासपोर्ट की शुरुआत कर दी है, जो दिखने में सामान्य पासपोर्ट जैसा ही है लेकिन इसके भीतर कई आधुनिक तकनीकी फीचर छिपे हैं. इस बदलाव के साथ भारत अब अमेरिका, कनाडा, फ्रांस, जापान और ऑस्ट्रेलिया जैसे 120 से ज्यादा देशों की सूची में शामिल हो गया है, जहां बायोमेट्रिक पासपोर्ट जारी किए जाते हैं.
ePassport एक ऐसा स्मार्ट दस्तावेज है जिसमें पासपोर्ट धारक की जानकारी एक RFID चिप और एंटीना में भी स्टोर रहती है. इस चिप में न सिर्फ आपकी पर्सनल डिटेल्स होती हैं, बल्कि बायोमेट्रिक डेटा भी सुरक्षित तरीके से सेव रहता है. पासपोर्ट के कवर पर बना सुनहरे रंग का छोटा सा लोगो इस बात का संकेत होता है कि यह एक ePassport है. यह पासपोर्ट इंटरनेशनल सिविल एविएशन ऑर्गनाइजेशन (ICAO) के तय मानकों पर खरा उतरता है और भारत के लिए डिजिटल ट्रैवल और सुरक्षित बॉर्डर कंट्रोल की दिशा में बड़ा कदम है.
ePassport के फायदे क्या हैं?
डेटा सिक्योरिटी और एन्क्रिप्शन: इसमें दी गई जानकारी डिजिटल रूप से साइन की गई होती है, जिससे पासपोर्ट की नकल करना या छेड़छाड़ करना बेहद मुश्किल हो जाता है.
तेज़ और आसान इमिग्रेशन: ePassport वाले यात्री कई देशों के एयरपोर्ट्स पर ऑटोमेटेड e-gates से जल्दी क्लियर हो सकते हैं — बिना लाइन में लगे.
बायोमेट्रिक वेरिफिकेशन: फेस और फिंगरप्रिंट से पहचान संभव, जिससे फर्जीवाड़े की संभावना लगभग खत्म.
फ्रॉड की रोकथाम: PKI (Public Key Infrastructure) जैसे सिक्योरिटी फीचर्स पासपोर्ट की विश्वसनीयता सुनिश्चित करते हैं.
इंटरनेशनल एक्सेप्टेंस: ICAO गाइडलाइंस फॉलो करने के कारण, इसे ज़्यादातर देशों में आसानी से स्वीकार किया जाएगा.
डिजिटल अपडेट्स में सहूलियत: भविष्य में डिटेल्स अपडेट करना आसान होगा — लंबी प्रक्रिया से राहत.
क्या मौजूदा पासपोर्ट धारकों को नया ePassport बनवाना पड़ेगा?
नहीं. अगर आपके पास अभी जो पासपोर्ट है, वो पूरी तरह वैध है, तो आपको उसे बदलने की कोई ज़रूरत नहीं है. सरकार ने स्पष्ट किया है कि मौजूदा पासपोर्ट तब तक वैध रहेंगे जब तक उनकी एक्सपायरी डेट नहीं आ जाती.
ePassport को धीरे-धीरे सभी पासपोर्ट ऑफिसों में शुरू किया जा रहा है. जैसे-जैसे तकनीकी व्यवस्था तैयार होती जाएगी, वैसे-वैसे नए पासपोर्ट आवेदकों को ePassport मिलना शुरू हो जाएगा.
ये बदलाव क्यों अहम है?
आज जब पूरी दुनिया में सीमा सुरक्षा और डिजिटल पहचान को लेकर सख्ती बढ़ रही है, ऐसे में भारत का यह कदम न केवल ट्रैवल को आसान बनाएगा, बल्कि राष्ट्रीय सुरक्षा, आधुनिक पहचान प्रबंधन और पेपरलेस प्रोसेसिंग की दिशा में भी मील का पत्थर साबित होगा.
stock market, share market, market update, trading news, trade news, nifty update,bank nifty, oxbig news, oxbig news network, hindi news, hindi news, business news, oxbig hindi news
English News