Last Updated:July 14, 2025, 09:34 ISTFertilizer Import : भारत सरकार ने डीएपी जैसे जरूरी उर्वरकों की आपूर्ति में आनाकानी करने वाले चीन की चाल को ध्वस्त कर दिया है. सऊदी अरब के साथ उर्वरक सप्लाई का समझौता करके भारत ने चीन को असहज बना दिया.सऊदी अरब से भारत हर साल 31 लाख टन डीएपी खरीदेगा. हाइलाइट्सभारत ने सऊदी अरब से सस्ती खाद का समझौता किया.सऊदी अरब हर साल 31 लाख मीट्रिक टन DAP उर्वरक देगा.समझौता पांच साल का, आपसी सहमति से बढ़ाया जा सकता है.नई दिल्ली. चीन पिछले कुछ समय से भारतीय अर्थव्यवस्था को सुस्त बनाने के लिए उन सभी जरूरी उत्पादों का निर्यात जनबूझकर लटका रहा है, जो हमारे उत्पादन के लिए जरूरी हैं. रेयर अर्थ और ऑटो कम्पोनेंट के बाद उसने फर्टिलाइजर्स को लेकर भी यही रवैया अपनाया, जिससे हमारे करोड़ों के सामने परेशानी पैदा हो सके. लेकिन, ड्रैगन की इस चाल जा तोड़ भारत ने निकाल लिया है और चीन से सप्लाई में आ रही रुकावट को सऊदी अरब ने पूरा करने का वादा किया है.
इस बाबत भारत और सऊदी अरब के बीच प्रमुख सऊदी खनन कंपनी माअदेन और भारतीय कंपनियों IPL, KRIBHCO और CIL के बीच दीर्घकालिक समझौते हुए हैं. इस समझौते के तहत सऊदी अरब हर साल 31 लाख मीट्रिक टन DAP (डायमोनियम फॉस्फेट) उर्वरक की आपूर्ति करेगा. यह समझौता पांच साल के लिए है और आपसी सहमति से पांच साल और बढ़ाए जा सकते हैं. ये समझौते केंद्रीय उर्वरक और रसायन मंत्री जेपी नड्डा की सऊदी अरब की यात्रा के दौरान किए गए.
कितना जरूरी है डीएपी
भारतीय अधिकारियों ने कहा कि यह महत्वपूर्ण DAP उर्वरक की उपलब्धता में उल्लेखनीय वृद्धि को दिखाता है, मध्यम से दीर्घकालिक स्थिति में खाद्य सुरक्षा के लक्ष्य को सुनिश्चित करता है. चीन उन देशों में से एक है जिस पर भारत DAP आपूर्ति के लिए निर्भर रहा है और सरकार इस सबसे अधिक उपयोग किए जाने वाले उर्वरक के लिए चीन पर निर्भरता कम करने की कोशिश कर रही है.
परेशान कर रहा था ड्रैगनचीन का नाम लिए बिना एक सूत्र ने बताया कि जब कुछ देश उर्वरक आपूर्ति में बाधा पैदा कर रहे हों तो रियाद की प्रतिबद्धता यह दर्शाती है कि भारत के मित्र और साझेदार आवश्यकताओं को पूरा करने और भविष्य के निवेश पर सहयोग करने के लिए किस निकटता से काम कर रहे हैं. भारतीय अधिकारियों ने कहा कि नड्डा की यात्रा ने सऊदी के साथ बढ़ती रणनीतिक साझेदारी को और बढ़ावा दिया है, जो अप्रैल में पीएम मोदी की जेद्दा यात्रा के बाद हुई थी.
यूरिया पर भी बनेगी सहमतिअधिकारियों के अनुसार, दोनों पक्षों ने आपसी संबंधों के दायरे को बढ़ाने के लिए DAP के साथ-साथ अन्य प्रमुख उर्वरकों जैसे यूरिया आदि की सप्लाई भी बढ़ाने पर सहमति जताई है. इस दौरान आपसी निवेश को सुविधाजनक बनाने पर भी बातचीत हुई, जिसमें भारतीय सरकारी कंपनियों के सऊदी उर्वरक क्षेत्र में निवेश के अवसरों का पता लगाने और इसके विपरीत सऊदी कंपनियों के निवेशों को भारत में आकर्षित करने पर ध्यान केंद्रित किया गया.Pramod Kumar Tiwariप्रमोद कुमार तिवारी को शेयर बाजार, इन्वेस्टमेंट टिप्स, टैक्स और पर्सनल फाइनेंस कवर करना पसंद है. जटिल विषयों को बड़ी सहजता से समझाते हैं. अखबारों में पर्सनल फाइनेंस पर दर्जनों कॉलम भी लिख चुके हैं. पत्रकारि…और पढ़ेंप्रमोद कुमार तिवारी को शेयर बाजार, इन्वेस्टमेंट टिप्स, टैक्स और पर्सनल फाइनेंस कवर करना पसंद है. जटिल विषयों को बड़ी सहजता से समझाते हैं. अखबारों में पर्सनल फाइनेंस पर दर्जनों कॉलम भी लिख चुके हैं. पत्रकारि… और पढ़ेंLocation :New Delhi,Delhihomebusinessभारत ने निकाला चीन का तोड़! सऊदी अरब ने दूर कर दी चिंता
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