Last Updated:July 16, 2025, 13:23 ISTLoan Interest Rate : मकान खरीदने के इंतजार में बैठे लोगों के लिए यही सबसे सही टाइम है. आरबीआई गवर्नर ने कहा है कि रेपो रेट में आगे भी कटौती की गुंजाइश दिख रही है, अगर खुदरा महंगाई की दर नीचे बनी रही.रेपो रेट में कटौती से लोन की ब्याज दरें भी नीचे आती हैं. हाइलाइट्सहोम लोन की ब्याज दरें और कम हो सकती हैं.रेपो रेट में कटौती की संभावना है.खुदरा महंगाई दर 6 साल में सबसे कम है.नई दिल्ली. सपनों के घर की तलाश में हैं तो यही सबसे सही मौका है. होम लोन की ब्याज दरें पहले से ही कम हैं और इसमें आगे भी कटौती की गुंजाइश बन गई है. रिजर्व बैंक के गवर्नर ने संकेत दिया है कि आने वाले समय में रेपो रेट को और घटाया जा सकता है, जिसका फायदा लोन लेने वालों को मिलेगा. होम लोन लंबी अवधि का होता है और इसमें कर्ज भी ज्यादा रहता है तो ब्याज दरों में कटौती का सीधा लाभ मकान खरीदने वालों को होगा.
CNBC-TV18 के साथ बातचीत में गवर्नर संजय मल्होत्रा ने बताया कि खुदरा महंगाई दर अभी काफी निचले स्तर पर चल रही है. अगर महंगाई दर आगे भी ऐसे ही बनी रही तो ब्याज दरों में एक और कटौती की गुंजाइश बन सकती है. उन्होंने कहा कि मौद्रिक नीति समिति हमेशा ऐसे फैक्टर्स पर बातचीत करती है, जो अर्थव्यवस्था और आम आदमी की जरूरतों के बीच सामंजस्य को बनाती है.
ग्रोथ भी सबसे जरूरी है
गवर्नर ने कहा कि हमारा जोर सिर्फ महंगाई को कम करना और सस्ता कर्ज बांटने पर ही नहीं है, बल्कि अर्थव्यवस्था की ग्रोथ को देखना भी हमारा काम है. जितना जरूरी इकनॉमी की ग्रोथ है, उतना ही जरूरी आम आदमी को सस्ता कर्ज उपलब्ध कराना और महंगाई पर निगाह रखना भी है. जाहिर है कि एमपीसी जो भी फैसला करती है, इन दोनों ही फैक्टर्स को ध्यान में रखते हुए ही करती है.
6 साल में सबसे कम है खुदरा महंगाईआरबीआई गवर्नर का यह बयान खुदरा महंगाई के हालिया आंकड़ों के बाद आया है, जिसमें बताया गया है कि जून में खुदरा महंगाई की दर 6 साल में सबसे कम रही. महंगाई में यह गिरावट खासकर खाने-पीने की चीजों के दाम घटने की वजह से आई है. यही वजह है कि खुदरा महंगाई पिछले साल आरबीआई के लगाए गए 3.7 फीसदी के अनुमान से भी नीचे जा चुकी है.
जीडीपी की विकास दर भी जरूरीमल्होत्रा ने कहा कि रिजर्व बैंक ने चालू वित्तवर्ष के लिए जीडीपी की विकास दर 6.5 फीसदी रहने का अनुमान लगाया है. मानसून अभी अच्छा और उपभोक्ताओं का सेंटिमेंट भी पॉजिटिव दिख रहा है, ट्रेड डील पर बातचीत चल रही है तो इकनॉमी का आकार बढ़ाने में निश्चित तौर पर मदद मिलेगी. 2025 में फरवरी से अब तक आरबीआई ने रेपो रेट में 1 फीसदी की कटौती कर दी है. इसमें से 50 आधार अंक की कटौती तो पिछली बैठक में ही की गई. अगर महंगाई पर काबू रहता है तो आगे भी ब्याज दरें घटाई जा सकती हैं. अभी आरबीआई का रेपो रेट 5.5 फीसदी चल रहा है.Pramod Kumar Tiwariप्रमोद कुमार तिवारी को शेयर बाजार, इन्वेस्टमेंट टिप्स, टैक्स और पर्सनल फाइनेंस कवर करना पसंद है. जटिल विषयों को बड़ी सहजता से समझाते हैं. अखबारों में पर्सनल फाइनेंस पर दर्जनों कॉलम भी लिख चुके हैं. पत्रकारि…और पढ़ेंप्रमोद कुमार तिवारी को शेयर बाजार, इन्वेस्टमेंट टिप्स, टैक्स और पर्सनल फाइनेंस कवर करना पसंद है. जटिल विषयों को बड़ी सहजता से समझाते हैं. अखबारों में पर्सनल फाइनेंस पर दर्जनों कॉलम भी लिख चुके हैं. पत्रकारि… और पढ़ेंLocation :New Delhi,Delhihomebusinessघर खरीदने का कर रहे प्लान, और कम होने वाला है होम लोन का ब्याज
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