Last Updated:May 14, 2025, 03:01 ISTचीन और अमेरिका के बीच ट्रेड वॉर के बाद बोइंग विमानों की डिलीवरी फिर से शुरू हो गई है. चीन ने घरेलू एयरलाइंस को अमेरिकी विमान लेने की इजाज़त दी है. 2023 से पहले 30 में से 25 विमान चीन जाएंगे.बोइंग इस साल 30 में से 25 जहाज चीन भेजेगी. हाइलाइट्सअमेरिका-चीन ट्रेड वॉर के बाद बोइंग डिलीवरी फिर शुरू.2023 से पहले 30 में से 25 विमान चीन जाएंगे.दोनों देशों के बीच टैरिफ में 100% से अधिक कटौती पर समझौता.नई दिल्ली. चीन और अमेरिका के बीच ट्रेड वॉर के चलते महीनों से रोकी गई बोइंग विमानों की डिलीवरी को अब हरी झंडी मिल गई है. ब्लूमबर्ग की एक रिपोर्ट के अनुसार, चीन ने घरेलू एयरलाइंस को फिर से अमेरिकी विमान लेने की इजाज़त दे दी है. यह फैसला ऐसे वक्त में आया है जब वाशिंगटन और बीजिंग ने आपसी टैरिफ पर अस्थायी राहत देते हुए 90 दिनों की बातचीत का रास्ता खोला है.
ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के मुताबिक, इस हफ्ते बीजिंग के अधिकारियों ने चीन की एयरलाइंस और सरकारी एजेंसियों को यह संदेश देना शुरू कर दिया है कि अमेरिका में बने विमानों की डिलीवरी फिर से शुरू की जा सकती है. कुछ ही हफ्ते पहले, बोइंग को अपने डिलीवरी सेंटर से तीन तैयार विमान वापस अमेरिका भेजने पड़े थे क्योंकि चीन में उन्हें रिसीव करने से मना कर दिया गया था. हालांकि, इस प्रतिबंध की कोई आधिकारिक घोषणा नहीं हुई थी और चीनी अथॉरिटी की ओर से भी कोई स्पष्टीकरण सामने नहीं आया था.
अमेरिकी-चीन में समझौता
अब जब दोनों देशों के बीच टैरिफ में 100% से अधिक की कटौती पर समझौता हुआ है, तब जाकर यह इशारा मिला है कि बोइंग के लिए चीन का बाजार फिर से खुलने को तैयार है. बोइंग के अधिकारियों ने पिछली तिमाही की अर्निंग कॉल में बताया था कि कंपनी ने इस साल चीन को 50 विमानों की डिलीवरी का प्लान बनाया था, जिनमें से 41 पहले से तैयार या प्रोडक्शन में थे. चीन बोइंग की कुल डिलीवरी का करीब 10% हिस्सा है और कंपनी के लिए यह एक प्रमुख और लगातार बढ़ता हुआ बाजार है. हालांकि बोइंग के पास विकल्प थे कि वो चीनी ग्राहकों द्वारा रिजेक्ट किए गए विमानों को दूसरे देशों को बेच दे, लेकिन खास सीटिंग कंफिगरेशन और तकनीकी कस्टमाइज़ेशन के चलते ऐसा करना आसान नहीं था.
30 में से 25 जहाज जाएंगे चीन
जानकारों के मुताबिक, अब बोइंग को उम्मीद है कि 2023 से पहले तैयार हुए बचे हुए 30 में से 25 विमान चीन में ही जाएंगे. इसके अलावा, कम से कम 4 बोइंग 777 फ्रेटर विमानों का प्रोडक्शन भी चीनी कंपनियों के लिए जारी है. टैरिफ झगड़े से पहले भी चीन कुछ एयरोस्पेस पुर्जों पर छूट दे चुका था, लेकिन अब बड़े पैमाने पर डिलीवरी की राह साफ होती दिख रही है. यह कदम दोनों देशों के बीच तनाव कम करने की दिशा में एक अहम संकेत माना जा रहा है, खासकर ऐसे समय में जब दुनिया के दो सबसे बड़े बाजारों के बीच आर्थिक संतुलन की कोशिशें चल रही हैं.
Jai Thakurजय ठाकुर 2018 से खबरों की दुनिया से जुड़े हुए हैं. 2022 से News18Hindi में सीनियर सब एडिटर के तौर पर कार्यरत हैं और बिजनेस टीम का हिस्सा हैं. बिजनेस, विशेषकर शेयर बाजार से जुड़ी खबरों में रुचि है. इसके अलावा दे…और पढ़ेंजय ठाकुर 2018 से खबरों की दुनिया से जुड़े हुए हैं. 2022 से News18Hindi में सीनियर सब एडिटर के तौर पर कार्यरत हैं और बिजनेस टीम का हिस्सा हैं. बिजनेस, विशेषकर शेयर बाजार से जुड़ी खबरों में रुचि है. इसके अलावा दे… और पढ़ेंभारत पाकिस्तान की ताज़ा खबरें News18 India पर देखेंLocation :New Delhi,Delhihomebusinessअमेरिका-चीन में बनी बात, तो इस कंपनी ने ली चैन की सांस, अरबों के नुकसान से बची
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