सोना में पैसे लगाने के लिए उमड़े निवेशक, 170% बढ़ गया निवेश, Gold ETF के इनफ्लो में इजाफा

Must Read

Last Updated:May 30, 2025, 20:30 ISTमोतीलाल ओसवाल प्राइवेट वेल्थ की रिपोर्ट में बताया गया कि गोल्ड की निवेश मांग बढ़ने की वजह गोल्ड ईटीएफ में इनफ्लो बढ़ना है.हाइलाइट्सगोल्ड ईटीएफ में निवेश 170 फीसदी बढ़ा.पहली तिमाही में गोल्ड की मांग 552 टन पर पहुंची.केंद्रीय बैंकों ने पहली तिमाही में 244 टन गोल्ड खरीदा.नई दिल्ली. साल 2025 की पहली तिमाही में गोल्ड की निवेश मांग सालाना आधार पर 170 प्रतिशत बढ़कर 552 टन पर पहुंच गई है. यह 2022 की पहली तिमाही में रूस-यूक्रेन युद्ध के फैलने के बाद देखे गए स्तर के बराबर है. शुक्रवार को जारी हुई एक रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई.

मोतीलाल ओसवाल प्राइवेट वेल्थ की रिपोर्ट में बताया गया कि गोल्ड की निवेश मांग बढ़ने की वजह गोल्ड ईटीएफ में इनफ्लो बढ़ना है. जनवरी-मार्च अवधि के दौरान दुनिया में गोल्ड ईटीएफ होल्डिंग्स 226 टन बढ़कर 3,445 टन पर पहुंच गई है. रिपोर्ट में बताया गया कि मार्च तिमाही में यूरोप में लिस्टेड ईटीएफ फंड्स ने 55 टन गोल्ड जोड़ा. वहीं, एशिया में लिस्टेड ईटीएफ फंड्स ने 34 टन गोल्ड जोड़ा, जिसमें से अधिकांश मांग अमेरिका के साथ बढ़ते व्यापारिक तनाव के कारण चीन में लिस्टेड फंड्स से आई. भारत में गोल्ड ईटीएफ होल्डिंग्स में 11 फीसदी की मजबूत बढ़ोतरी देखने को मिली है.

रिपोर्ट के मुताबिक, 2025 की पहली तिमाही में गोल्ड की कीमतों में काफी उछाल देखने को मिला है. इसकी वजह ग्लोबल लेवल पर तनाव, टैरिफ वार और अमेरिकी डॉलर का कमजोर होना है. 2025 की पहली तिमाही में गोल्ड की आपूर्ति 1,206 टन रही है. इसमें सालाना आधार पर एक फीसदी की बढ़त दर्ज की गई है. यह 2016 की पहली तिमाही के बाद सबसे बड़ा आंकड़ा है. वहीं, डिमांड वॉल्यूम में मामूली बढ़ोतरी हुई है. हालांकि, गोल्ड की कीमतें बढ़ने के कारण वैल्यू में सालाना आधार पर 40 फीसदी का इजाफा हुआ है.

पहली तिमाही में केंद्रीय बैंकों ने 244 टन गोल्ड खरीदारिपोर्ट के मुताबिक, कीमतों में बढ़ोतरी की एक वजह दुनिया के केंद्रीय बैंकों की ओर से बड़ी मात्रा में गोल्ड खरीदना है. 2025 की पहली तिमाही में केंद्रीय बैंकों ने 244 टन गोल्ड खरीदा है. इससे संकेत मिलता है कि वैश्विक अस्थिरता के दौर में केंद्रीय बैंक गोल्ड को आकर्षक विकल्प के रूप में देख रहे हैं. भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने मार्च में 0.6 टन गोल्ड खरीदा है, जिससे भारत के केंद्रीय बैंक का गोल्ड रिजर्व बढ़कर 879.6 टन हो गया है, जो कि कुल फॉरेन एक्सचेंज रिजर्व का 11.7 प्रतिशत है। बीते वर्ष आरबीआई ने 57.5 टन गोल्ड खरीदा था.

रिपोर्ट में बताया गया कि बढ़ी हुई कीमतों के कारण देश में गोल्ड ज्वेलरी की मांग 2025 की पहली तिमाही में सालाना आधार पर 25 प्रतिशत गिरकर 71 टन रह गई है. यह 2020 की तीसरी तिमाही के बाद वॉल्यूम का सबसे कम स्तर है.
vinoy jhaप्रिंट मीडिया से करियर की शुरुआत करने के बाद पिछले 5 वर्षों से News18Hindi में बतौर सीनियर कॉपी एडिटर कार्यरत हैं. लगभग 2 वर्षों से बिजनेस न्यूज टीम का हिस्सा हैं. पत्रकारिता में करीब एक दशक का अनुभव रखते हैं. …और पढ़ेंप्रिंट मीडिया से करियर की शुरुआत करने के बाद पिछले 5 वर्षों से News18Hindi में बतौर सीनियर कॉपी एडिटर कार्यरत हैं. लगभग 2 वर्षों से बिजनेस न्यूज टीम का हिस्सा हैं. पत्रकारिता में करीब एक दशक का अनुभव रखते हैं. … और पढ़ेंभारत पाकिस्तान की ताज़ा खबरें OXBIG NEWS NETWORK India पर देखेंLocation :New Delhi,Delhihomebusinessसोना में 170% बढ़ गया निवेश, Gold ETF के इनफ्लो में इजाफा

stock market, share market, market update, trading news, trade news, nifty update,bank nifty, oxbig news, oxbig news network, hindi news, hindi news, business news, oxbig hindi news

English News

- Advertisement -

More articles

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

- Advertisement -

Latest Article

- Advertisement -