Last Updated:March 22, 2025, 16:15 ISTबीआर शेट्टी, एनएमसी हेल्थकेयर के संस्थापक, एक ट्वीट के बाद दिवालिया हो गए. 2019 में मड्डी वार्ट्स की रिपोर्ट ने उनकी कंपनी के 1 बिलियन डॉलर के कर्ज को उजागर किया, जिससे कंपनी का पतन हुआ.साधारण परिवार में जन्में शेट्टी ने अपने करियर की शुरुआत मेडिकल रिप्रेजेंटेटिव के रूप में की. हाइलाइट्सबीआर शेट्टी ने 365 रुपये से 18000 करोड़ की कंपनी बनाई.2019 में एक रिपोर्ट ने शेट्टी की कंपनी का 1 बिलियन डॉलर कर्ज उजागर किया.NMC हेल्थ 2020 में दिवालिया घोषित हुई.नई दिल्ली. मेहनत, दृढ़ संकल्प और सही अवसरों का लाभ उठाकर कोई भी व्यक्ति अपने सपनों को साकार कर सकता है. लेकिन, सफलता के शिखर पर बने रहना बहुत चुनौतिपूर्ण होता है. आदमी की एक गलती उसे वापस अर्श से फर्श पर ले आती है. यही हुआ यूईए में न्यू मेडिकल सेंटर (एनएमसी) और यूएई एक्सचेंज और फिनाब्लर जैसी कंपनियों के संस्थापक बीआर शेट्टी के साथ. साल 2019 में फोर्ब्स की सौ सबसे अमीर भारतीयों की लिस्ट में शामिल रहे बीआर शेट्टी की दो कंपनियां अब बंद हो चुकी हैं. वहीं, फिनाब्लर को उन्हें मात्र 74 रुपये में बेचना पड़ा.
बीआर शेट्टी का जन्म 1 अगस्त 1942 को कर्नाटक के उडुपी जिले के कापू शहर में हुआ था. साधारण परिवार में जन्में शेट्टी ने अपने करियर की शुरुआत मेडिकल रिप्रेजेंटेटिव के रूप में की. 1973 में 31 साल की उम्र में वे महज महज 8 डॉलर (लगभग 665 रुपये) लेकर बेहतर अवसरों की तलाश में दुबई पहुंचे. उस समय संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) एक विकासशील देश था.
मुश्किल से मिली नौकरीयूएई में मुश्किल से उन्हें सेल्समैन की नौकरी मिली. वे घर-घर जाकर दवाइयां बेचने लगे. इस दौरान उनकी मुलाकात कई प्रभावशाली लोगों, खासकर डॉक्टरों से हुई, जिसने उनके नेटवर्क को मजबूत किया. शेट्टी ने जमकर मेहनत की और कुछ समय बाद अपना अस्पताल बना लिया जिसे उनकी डॉक्टर पत्नी संभालती थी. 1975 में उन्होंने न्यू मेडिकल सेंटर (एनएमसी) हेल्थ की स्थापना की, जो यूएई में पहला निजी स्वास्थ्य सेवा प्रदाता कंपनी थी. कंपनी तेजी से बढ़ी और बाद में यूएई की सबसे बड़ी निजी स्वास्थ्य सेवा कंपनी बन गई. इसके पास कई अस्पताल और क्लिनिक थे.
1980 में रखी यूएई एक्सचेंज की नींवशेट्टी ने देखा कि यूएई में रहने वाले भारतीय प्रवासियों को अपने परिवारों को पैसे भेजने में दिक्कत होती थी. इस समस्या को हल करने के लिए उन्होंने वित्तीय सेवा कंपनी यूएई एक्सचेंज की शुरुआत की. यह कंपनी भी सफल रही और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मुद्रा विनिमय और धन प्रेषण के क्षेत्र में एक बड़ा नाम बन गई. साल 2016 में यूएई एक्सचेंज के 31 देशों में 800 कार्यालय थे. साल 2003 में बीआर शेट्टी ने फार्मास्यूटिकल कंपनी एनएमसी नियोफार्मा शुरू की.
बन गए अरबपतिशेट्टी की मेहनत और दूरदर्शिता ने उन्हें अरबपति बना दिया. उनकी कुल संपत्ति एक समय 3 बिलियन डॉलर (लगभग 20,000 करोड़ रुपये) तक पहुंच गई थी. वे स्वास्थ्य सेवा, वित्तीय सेवाओं, आतिथ्य, और रियल एस्टेट जैसे कई क्षेत्रों में सक्रिय रहे. शेट्टी को दुनिया के सबसे अमीर कन्नड़ लोगों में से एक माना जाता था. उनके पास कई रोल्स रॉयस कारें और निजी जेट था. बीआर शेट्टी ने विश्व की सबसे ऊंची इमारत बुर्ज खलीफा में 25 मिलियन डॉलर में दो प्लोर खरीदे थे. बुर्ज खलीफा के दो फ्लोर के अलावा उनके पास दुबई में कई विला भी थे.
एक ट्वीट ने कर दिया बंटाधारसाल 2019 में यूके बेस्ड फर्म मड्डी वार्ट्स (Muddy Waters) के एक ट्वीट ने बीआर शेट्टी की कंपनी को दिवालिया कर दिया. मड्डी वार्ट्स को करसन ब्लॉक नाम का एक शॉर्ट सेलर चलाता था. इस शॉर्ट सेलर कंपनी ने ट्वीट के बाद बीआर शेट्टी की कंपनी के ऊपर एक रिपोर्ट पब्लिश की. इसमें बताया गया कि कंपनी के ऊपर 1 बिलियन डॉलर का कर्ज है, जिसे बीआर शेट्टी ने छुपाया है.
इस रिपोर्ट के आने के बाद NMC हेल्थ बहुत खराब हो गई. फरवरी 2020 में शेट्टी को कंपनी के बोर्ड से बाहर निकाल दिया गया. शेयर बुरी तरह गिर गया. हालत यह हो गई की कभी 18,000 करोड़ के मार्केट कैप वाली कंपनी 8 अप्रैल, 2020 को दिवालिया घोषित हो गई.
Location :New Delhi,New Delhi,DelhiFirst Published :March 22, 2025, 16:15 ISThomebusinessअर्श से फर्श पर : एक ट्वीट ने इस अरबपति का डूबो दिया बिजनेस
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