नई दिल्ली. ‘पावर इज़ पावर’. लगता है अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने टीवी सीरीज गेम ऑफ थ्रोन्स के इस डायलॉग को सही साबित कर दिया है. क्योंकि आए दिन किसी न किसी से भिड़ने वाले ट्रंप ने इस बार जिस शख्स से पंगा लिया वह कोई और नहीं बल्कि उनके पुराने दोस्त और दुनिया के सबसे अमीर शख्स एलन मस्क हैं. जिस तरह टेस्ला के शेयर मंगलवार को बाजार खुलते ही टूटे हैं उससे तो यही लगता है कि पहली बाजी ट्रंप ने मार ली है और दिखा दिया है कि सत्ता की ताकत ही असली पावर है, पैसा कभी उसका मुकाबला नहीं कर सकता है.
दुनिया की सबसे बड़ी इलेक्ट्रिक कार कंपनी टेस्ला के शेयर मंगलवार को शुरुआती कारोबार में 8% लुढ़क गए, और दिन के सबसे निचले स्तर 293.21 डॉलर प्रति शेयर पर पहुंच गए. खबर लिखे जाने तक वह लगभग 6 फीसदी की गिरावट के साथ ट्रेड कर रहे हैं. नैस्डैक पर 11 करोड़ से ज्यादा शेयरों की भारी बिकवाली ने निवेशकों में हड़कंप मचा दिया. इस गिरावट की वजह बनी टेस्ला के सीईओ एलन मस्क और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के बीच छिड़ी तीखी जंग, जिसने वॉल स्ट्रीट से लेकर भारतीय निवेशकों तक को सकते में डाल दिया.
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मस्क-ट्रम्प की तनातनी: क्या है माजरा?
टेस्ला के शेयरों में यह उथल-पुथल तब शुरू हुई, जब ट्रम्प ने मस्क को अमेरिका से निर्वासित करने की धमकी दी. मस्क ने ट्रम्प के प्रस्तावित “वन बिग ब्यूटीफुल बिल” को “विशाल और बेतुका” बताते हुए इसे “अमेरिका को कंगाल करने वाला” करार दिया. जवाब में ट्रम्प ने मंगलवार को वाइट हाउस में प्रेस से बात करते हुए कहा, “मुझे नहीं पता, हमें देखना होगा. हम DOGE को एलन पर छोड़ सकते हैं. आप जानते हैं DOGE क्या है? DOGE वो राक्षस है, जो शायद एलन को खा जाए.” DOGE यानी डिपार्टमेंट ऑफ गवर्नमेंट एफिशिएंसी, जिसके प्रमुख मस्क मई 2025 तक थे.
ट्रम्प ने मस्क पर निशाना साधते हुए कहा, “एलन मेरे बिल पर हमला कर रहे हैं, क्योंकि इसमें इलेक्ट्रिक वाहनों (EV) के लिए सब्सिडी हटाने का प्रस्ताव है. वो इससे नाराज हैं, लेकिन मैं बता दूं, वो इससे कहीं ज्यादा खो सकते हैं.” ट्रम्प ने टेस्ला और मस्क की दूसरी कंपनी स्पेसएक्स को मिलने वाली सरकारी सब्सिडी पर भी सवाल उठाए. इस तीखी बयानबाजी ने टेस्ला के शेयरों पर भारी दबाव डाला.
वॉल स्ट्रीट पर भी असर
मस्क-ट्रम्प विवाद का असर सिर्फ टेस्ला तक सीमित नहीं रहा. वॉल स्ट्रीट के प्रमुख इंडेक्स भी मंगलवार को दबाव में दिखे. सुबह 9:49 AM ET (भारत में शाम 7:20) तक डाउ 30 स्थिर रहा और 44,096.40 पर कारोबार कर रहा था. वहीं, S&P 500 में 0.23% की गिरावट आई और यह 6,190.59 पर था. नैस्डैक कम्पोजिट को सबसे ज्यादा नुकसान हुआ, जो 0.43% गिरकर 20,281.30 पर पहुंच गया. टेस्ला की गिरावट ने टेक शेयरों पर दबाव बढ़ाया, और निवेशकों में अनिश्चितता फैल गई.
टेस्ला की मुश्किलें
2025 टेस्ला के लिए चुनौतीपूर्ण रहा है. कंपनी की बिक्री में भारी कमी आई है. पहली तिमाही में टेस्ला की डिलीवरी 13% घटी और सिर्फ 3,36,681 वाहन डिलीवर हुए, जो तीन साल में सबसे खराब प्रदर्शन है. यूरोप में मई तक बिक्री लगातार पांचवें महीने गिरी, जिसमें जर्मनी में 76% और फ्रांस में 67% की कमी दर्ज की गई. चीन में भी टेस्ला की बिक्री 49% गिरी, जबकि प्रतिस्पर्धी BYD ने 90.4% की उछाल हासिल की. BYD का नया फास्ट-चार्जिंग सिस्टम, जो 5 मिनट में 250 मील की रेंज देता है, टेस्ला के लिए बड़ा खतरा बन रहा है.
मस्क की राजनीतिक गतिविधियां भी टेस्ला की ब्रांड इमेज को नुकसान पहुंचा रही हैं. यूरोप में दक्षिणपंथी दलों के समर्थन और ट्रम्प प्रशासन में उनकी भूमिका ने ग्राहकों में नाराजगी पैदा की है. सैन फ्रांसिस्को में टेस्ला के शोरूम और चार्जिंग स्टेशनों पर प्रदर्शन और तोड़फोड़ की खबरें सामने आई हैं. एक प्रदर्शनकारी रिटायर्ड नर्स राचेल मजार ने कहा, “मस्क एक खतरनाक ताकत हैं.”
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