Last Updated:March 01, 2025, 09:20 ISTसिटीग्रुप ने गलती से एक ग्राहक के खाते में $280 की बजाय $81 ट्रिलियन जमा कर दिए, जो भारत की GDP से 22 गुना ज्यादा है. गनीमत रही कि गलती समय पर पकड़ी गई और लेनदेन रद्द कर दिया गया.समय रहते इस गलती को बैंक ने पकड़ लिया. हाइलाइट्ससिटीग्रुप ने गलती से ग्राहक के खाते में $81 ट्रिलियन जमा किए.गलती समय पर पकड़ी गई और लेनदेन रद्द कर दिया गया.सिटीग्रुप पहले भी कई बड़ी गलतियों के लिए सुर्खियों में रहा है.नई दिल्ली. दुनिया के सबसे बड़े बैंकों में से एक सिटीग्रुप से हुई एक बड़ी चूक अगर समय रहते न पकड़ी तो यह इतिहास की सबसे बड़ी भूल के रूप मे दर्ज हो जाती. दरअसल, बैंक ने एक ग्राहक के खाते में $280 की बजाय गलती से पूरे $81 ट्रिलियन (67.31 लाख अरब रुपये) जमा कर दिए. यह रकम है कि भारत की 2024 की अनुमानित GDP (लगभग $3.7 ट्रिलियन) से भी 22 गुना ज्यादा है. गनीमत यह रही की बैंक के एक कर्मचारी ने इस गलती को कुछ समय बाद पकड़ लिया और उसे वापस ले लिया गया. जिस ग्राहक के खाते में पैसे डाले गए थे, उसने अपने अकाउंट से एक भी रुपया नहीं निकाला था.
यह मामला पिछले साल अप्रैल का है. सिटीग्रुप के एक भुगतान कर्मचारी ने यह भारी-भरकम रकम ग्राहक के खाते में डाल दी. चौंकाने वाली बात यह है कि इस लेनदेन को एक और अधिकारी ने भी चेक किया, लेकिन फिर भी गलती पकड़ में नहीं आई. जब अगले दिन यह भुगतान प्रोसेस होने वाला था, तब 90 मिनट बाद एक तीसरे कर्मचारी ने इस गलती को पकड़ लिया. इसके बाद हड़कंप मच गया और कुछ घंटों की मशक्कत के बाद लेनदेन को आखिरकार रद्द कर दिया गया.
बैंक ने क्या कहा?फाइनेंशियल टाइम्स की एक रिपोर्ट के अनुसार,सिटीग्रुप के प्रवक्ता ने कहा, “इतनी बड़ी रकम का भुगतान वास्तव में संभव नहीं था, लेकिन हमारी सुरक्षा प्रणाली ने तुरंत इस इनपुट त्रुटि को पकड़ लिया और इसे सही कर दिया. हमारी निवारक प्रणाली पहले ही यह सुनिश्चित कर चुकी थी कि बैंक से कोई धन बाहर न जाए.”
पहली बार नहीं की सिटीग्रुप ने गलतीबैंक के मुताबिक, इस घटना से न तो ग्राहक को कोई नुकसान हुआ और न ही बैंक को. लेकिन यह पहली बार नहीं है जब सिटीग्रुप इस तरह की गलतियों के लिए सुर्खियों में आया हो. रिपोर्ट के मुताबिक, पिछले साल ही बैंक में $1 बिलियन या उससे अधिक की 10 बड़ी गलतियां हुईं, हालांकि यह 2022 की 13 गलतियों से कम है.
सिटीग्रुप को पिछले साल जुलाई में $136 मिलियन का भारी जुर्माना भरना पड़ा था क्योंकि वह इन गलतियों को रोकने में नाकाम रहा था. इससे पहले 2020 में भी बैंक पर $400 मिलियन का जुर्माना लगाया गया था. सिटीग्रुप के सीईओ जेन फ्रेजर, जिन्होंने 2021 में माइकल कोरबट की जगह ली थी का कहना है कि बैंक की नियामक समस्याओं को ठीक करना उनकी “शीर्ष प्राथमिकता” है. हालांकि, इसके बावजूद बैंक को 2023 में भी अमेरिकी नियामक एजेंसियों द्वारा $136 मिलियन का जुर्माना झेलना पड़ा.
सबक या सिर्फ एक और गलती?सिटीग्रुप की इस गलती ने बैंकिंग क्षेत्र में सुरक्षा और सतर्कता को लेकर कई सवाल खड़े कर दिए हैं. अगर समय रहते यह गलती पकड़ी न जाती, तो यह इतिहास की सबसे बड़ी बैंकिंग गलतियों में शामिल हो सकती थी.
Location :New Delhi,New Delhi,DelhiFirst Published :March 01, 2025, 09:20 ISThomebusinessदो कर्मचारी डुबो देते बैंक, ग्राहक के खाते में जमा करा दिए 67.31 लाख अरब रुपये
stock market, share market, market update, trading news, trade news, nifty update,bank nifty, oxbig news, oxbig news network, hindi news, hindi news, business news, oxbig hindi news
English News