Last Updated:March 31, 2025, 23:30 ISTTrump Tariff War: चीन, जापान और साउथ कोरिया एक साथ मिलकर ट्रंप के टैरिफ वार का जवाब देने की योजना बना रहे हैं. यह वैश्विक व्यापार में एक बड़ा बदलाव है, क्योंकि जापान और साउथ कोरिया लंबे समय से अमेरिका के …और पढ़ेंट्रंप के टैरिफ से निपटने के लिए चीन-जापान और साउथ कोरिया ने मिलाया हाथ.हाइलाइट्सचीन, जापान, साउथ कोरिया ने ट्रंप के टैरिफ वार का जवाब देने की योजना बनाई.तीनों देश फ्री ट्रेड एग्रीमेंट पर आगे बढ़ेंगे. यह अमेरिका के लिए मुश्किलें बढ़ाएगा.ट्रंप की चीन-विरोधी रणनीति को कमजोर कर सकता है तीनों देशों का प्लान.जैसे-जैसे 3 अप्रैल की तारीख नजदीक आ रही है, ट्रंप के टैरिफ वार का खौफ बढ़ता जा रहा है. इसी बीच नए दोस्त और दुश्मन भी बन रहे हैं. जो जापान और साउथ कोरिया कभी अमेरिका के हमसाये हुआ करते थे, वे इस मुद्दे पर चीन के साथ खड़े हो गए हैं. तीनों देशों ने एकजुट होकर ट्रंप के टैरिफ वार का जवाब देने का ऐलान किया है. इसे वैश्विक व्यापार के नजरिए से एक महत्वपूर्ण बदलाव के रूप में देखा जा रहा है.
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने “अमेरिका फर्स्ट” नीति को और सख्ती से लागू करते हुए कई देशों से एक्सपोर्ट होने वाली चीजों खासकर ऑटोमोबाइल और ऑटो पार्ट्स पर 25% टैरिफ लगाने की घोषणा की है. यह टैरिफ 3 अप्रैल से लागू होने वाला है. इसके अलावा, चीन पर पहले से लगे 10% टैरिफ को बढ़ाकर 20% कर दिया है. ट्रंप का तर्क है कि ये कदम अमेरिकी मैन्यूफैक्चरिंग सेक्टर में बढ़ावा देने और व्यापार घाटे को कम करने के लिए उठाया गया है. लेकिन इसका चीन, जापान, साउथ कोरिया, कनाडा और मैक्सिको ने कड़ा जवाब देने का ऐलान किया है. चीन, जापान और साउथ कोरिया एशिया में मैन्यूफैक्चरिंग हब हैं. तीनों देश अमेरिका को बड़ी मात्रा में चीजें एक्सपोर्ट करते हैं. साउथ कोरिया और जापान ऑटोमोबाइल क्षेत्र के दिग्गज हैं. ये अमेरिका को वाहन एक्सपोर्ट करने में दूसरे और तीसरे नंबर पर आते हैं. जबकि मैक्सिको पहले स्थान पर है.
तीनों देशों ने मिलाया हाथ29 मार्च दक्षिण कोरिया, चीन और जापान के ट्रेड मिनिस्टर्स की बैठक हुई. इसमें ट्रंप के टैरिफ वार से निपटने की रणनीति बनी. चीन-जापान-साउथ कोरिया फ्री ट्रेड एग्रीमेंट पर बात आगे बढ़ाने का भी ऐलान हुआ. साउथ कोरिया के व्यापार मंत्री आह्न डुक-ग्यून ने कहा, हमें क्षेत्रीय व्यापक आर्थिक भागीदारी (RCEP) को मजबूत करना होगा, जिसमें तीनों देश शामिल हैं और FTA के जरिए व्यापार सहयोग का विस्तार करना होगा. RCEP एक ट्रेड एग्रीमेंट है है जिसमें इन तीनों देशों के अलावा अन्य एशियाई देश भी शामिल हैं. अगली बैठक जापान होने वाली है.
कैसे देंगे जवाब
तीनों देश अपने बीच व्यापार को बढ़ाकर अमेरिकी बाजार पर निर्भरता कम करेंगे. इससे ट्रंप के टैरिफ का असर कम होगा.
चीन-जापान और साउथ कोरिया फ्री ट्रेड एग्रीमेंट पर भी आगे बढ़ेंगे. इससे तीनों देशों की अर्थव्यवस्था को मजबूत करेगा.
चीन ने पहले ही अमेरिका 10-15% एक्स्ट्रा टैरिफ लगाने का ऐलान किया है. अब जापान और साउथ कोरिया भी ऐसा ही करेंगे.
क्या होगा असर1. यह गठजोड़ ट्रंप की चीन-विरोधी रणनीति को कमजोर कर सकता है, क्योंकि जापान और साउथ कोरिया अमेरिका हमेशा के लिए दोस्त रहे हैं. इन देशों का चीन के साथ हाथ मिलाना वाशिंगटन के लिए झटका है.2. तीनों देशों की दोस्ती अमेरिका ट्रैरिफ प्रभाव को कम कर सकता है. इतना ही नहीं, तीनों देश आपसी मतभेद भुलाकर साथ आ रहे हैं, इससे बॉर्डर समेत कई मुद्दों पर ये रिश्ता बेहतर कर सकते हैं.3. यह कदम वैश्विक आपूर्ति श्रृंखलाओं को प्रभावित कर सकता है, क्योंकि ऑटोमोबाइल और इलेक्ट्रॉनिक्स जैसे क्षेत्रों में इन देशों की बड़ी भूमिका है.
First Published :March 31, 2025, 23:30 ISThomebusinessटैरिफ वार पर चीन-जापान, साउथ कोरिया ने मिलाया हाथ, ट्रंप को देंगे जवाब
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