Last Updated:June 02, 2025, 17:31 ISTचीन और अमेरिका के बीच ट्रेड वॉर फिर से बढ़ने की आशंका है. चीन ने अमेरिका पर व्यापारिक सहमति का उल्लंघन करने का आरोप लगाया है, खासकर AI चिप्स और चीनी छात्रों के वीजा पर.हाइलाइट्सचीन-अमेरिका के बीच ट्रेड वॉर की आशंका बढ़ी.अमेरिका पर व्यापारिक सहमति तोड़ने का आरोप.चीनी छात्रों के वीजा रद्द करने पर विवाद.नई दिल्ली. चीन और अमेरिका के बीच फिर से ट्रेड वॉर के बादल मंडराने लगे हैं. बीजिंग ने अमेरिका पर जिनेवा में हुई व्यापारिक सहमति का गंभीर उल्लंघन करने का आरोप लगाया है. चीनी वाणिज्य मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा है कि अमेरिका ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) चिप्स पर एक्सपोर्ट कंट्रोल, चिप डिजाइन सॉफ्टवेयर की बिक्री रोकना और चीनी छात्रों के वीजा रद्द करना जैसे कई पक्षपातपूर्ण और भेदभावपूर्ण कदम उठाकर दोनों देशों के बीच बनी सहमति को ठेस पहुंचाई है.
चीन ने यह बयान अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के उस आरोप के जवाब में दिया है जिसमें उन्होंने कहा था कि “चीन ने हमारे साथ हुए समझौते का पूरी तरह उल्लंघन किया है.” जवाब में चीन का कहना है कि अमेरिका बार-बार नए प्रतिबंधों के ज़रिए आर्थिक और व्यापारिक तनाव को बढ़ा रहा हैame.
छात्रों के वीजा का मुद्दा भी जोड़ा
चीन ने खास तौर पर इस बात पर चिंता जताई है कि अमेरिका ने चीनी छात्रों के वीजा रद्द करने की कार्रवाई को भी व्यापार समझौते के उल्लंघन के साथ जोड़ा है. अमेरिका में करीब 2.7 लाख चीनी छात्र पढ़ाई कर रहे हैं. इनमें से कई “क्रिटिकल फील्ड्स” में हैं और कुछ को चीनी कम्युनिस्ट पार्टी से जुड़ा बताया गया है. अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने 29 मई को यह घोषणा की थी कि कुछ छात्रों के वीजा रद्द किए जाएंगे. चीन के अनुसार, यह कदम न केवल जनवरी में दोनों राष्ट्राध्यक्षों की फोन पर हुई बातचीत की सहमति का उल्लंघन है, बल्कि इससे चीनी नागरिकों के वैध अधिकारों को भी नुकसान पहुंचा है.
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समझौता तोड़ने का आरोप और अमेरिका की सफाई
गौरतलब है कि पिछले महीने जिनेवा में दोनों देशों के बीच एक 90 दिनों का अस्थायी ट्रूस (युद्धविराम) हुआ था, जिसके तहत अमेरिका ने चीन पर लगे टैरिफ को 145% से घटाकर 30% किया था और चीन ने भी अपने टैरिफ को 125% से घटाकर 10% कर दिया था. लेकिन अब अमेरिका का कहना है कि चीन ने अन्य नॉन-टैरिफ बैरियर्स (गैर-शुल्क अवरोध) को नहीं हटाया है, जो समझौते का हिस्सा था. अमेरिकी व्यापार प्रतिनिधि जेमिसन ग्रीयर ने कहा है कि चीन ने अमेरिकी कंपनियों को ब्लैकलिस्ट करना और रेयर अर्थ मैगनेट्स के निर्यात को नियंत्रित करना जारी रखा है, जो कई तकनीकी उत्पादों में जरूरी होते हैं.
ट्रेड टेंशन फिर से बढ़ने का खतरा
इन आरोपों-प्रत्यारोपों के बीच चिंता जताई जा रही है कि दुनिया की दो सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं के बीच व्यापारिक तनाव एक बार फिर तेज़ हो सकता है. चीन ने अमेरिका से “गलत रास्ते” पर चलने से बचने और समझौते को बनाए रखने की अपील की है. प्रवक्ता ने चेतावनी दी कि यदि अमेरिका अपनी गलत नीतियों से बाज़ नहीं आता है, तो चीन अपनी संप्रभुता और वैध हितों की रक्षा के लिए “मजबूत कदम” उठाएगा.
Jai Thakurजय ठाकुर 2018 से खबरों की दुनिया से जुड़े हुए हैं. 2022 से News18Hindi में सीनियर सब एडिटर के तौर पर कार्यरत हैं और बिजनेस टीम का हिस्सा हैं. बिजनेस, विशेषकर शेयर बाजार से जुड़ी खबरों में रुचि है. इसके अलावा दे…और पढ़ेंजय ठाकुर 2018 से खबरों की दुनिया से जुड़े हुए हैं. 2022 से News18Hindi में सीनियर सब एडिटर के तौर पर कार्यरत हैं और बिजनेस टीम का हिस्सा हैं. बिजनेस, विशेषकर शेयर बाजार से जुड़ी खबरों में रुचि है. इसके अलावा दे… और पढ़ेंभारत पाकिस्तान की ताज़ा खबरें OXBIG NEWS NETWORK India पर देखेंLocation :New Delhi,Delhihomebusinessफिर भिड़ी 2 सुपरपावर, दुनिया सहमी! दोनों ने लगाया एक-दूसरे पर धोखा देने का आरो
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