Last Updated:June 27, 2025, 18:20 ISTAC New Rule : सरकार ने पिछले दिनों कहा था कि एसी का तापमान 20 से 28 डिग्री के बीच तय करना है. अब पर्यावरण मंत्री का कहना है कि नया नियम साल 2050 के बाद ही लागू होगा.एसी के तापमान से जुड़े नए नियम लागू होने में अभी देर है. हाइलाइट्सनया एसी तापमान नियम 2050 के बाद लागू होगा.एसी तापमान 20-28 डिग्री के बीच रखना होगा.1 डिग्री बढ़ाने से 6% बिजली की बचत होगी.नई दिल्ली. सरकार ने पिछले दिनों कहा था कि पर्यावरण की सुरक्षा को देखते हुए एसी के तापमान को लेकर एक दायरा बनाया जाएगा. सरकार ने यह दायरा न्यूनतम 20 डिग्री से लेकर अधिकतम 28 डिग्री तक रखा था. इसका मतलब है कि कोई भी अपनी एसी को 20 डिग्री से कम और 28 डिग्री से अधिक तापमान नहीं चला सकेगा. तब तक सरकार ने इसकी कोई डेडलाइन नहीं बताई थी, लेकिन अब केंद्रीय पर्यावरण ने इसे लागू करने को लेकर एक अनुमानित समय का खुलासा किया है.केंद्रीय पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव ने शुक्रवार को कहा कि एयर कंडीशनर (एसी) के तापमान को 20 डिग्री सेल्सियस से 28 डिग्री सेल्सियस के दायरे में करने की योजना को जल्द लागू करने की संभावना नहीं है और इसे समय के साथ धीरे-धीरे लागू किया जाएगा. इसका मकसद पर्यावरण को सुरक्षित रखने के साथ एक उचित मानक तय करना है.
कब से लागू होगा नया नियम
भारत जलवायु शिखर सम्मेलन में जब उनसे पूछा गया कि एसी के तापमान की नई सीमा कब लागू की जाएगी, तो यादव ने कहा कि ऐसी कोई भी स्थिति साल 2050 के बाद ही उत्पन्न हो सकती है. मुझे नहीं लगता कि यह तुरंत होगा, समय के साथ इसके लिए धीरे-धीरे क्षमताएं बनाई जाएंगी. यादव ने कहा कि जलवायु लक्ष्यों को प्राप्त करना राष्ट्रीय परिस्थितियों और सीबीडीआर-आरसी सिद्धांत के अनुरूप किया जाना चाहिए. संयुक्त राष्ट्र जलवायु निकाय को प्रस्तुत भारत के राष्ट्रीय स्तर पर निर्धारित योगदान (एनडीसी) या राष्ट्रीय जलवायु योजना-अपने लोगों तक ऊर्जा की पहुंच को सुनिश्चित करना होगा.
विकसित देशों पर ज्यादा जिम्मेदारीसीबीडीआर-आरसी के सिद्धांत का अर्थ है कि सभी देशों को जलवायु परिवर्तन से लड़ना होगा, लेकिन विकसित देशों को और अधिक प्रयास करना चाहिए, क्योंकि ऐतिहासिक रूप से उत्सर्जन के लिए वे अधिक जिम्मेदार हैं और उनके पास अधिक संसाधन हैं. इसी महीने केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल ने कहा था कि भारत में एयर कंडीशनर जल्द ही 20 डिग्री सेल्सियस से 28 डिग्री सेल्सियस की सीमा के भीतर काम करेंगे और इसे अनिवार्य बनाया जाएगा. उन्होंने कहा था कि इस सीमा से कम या अधिक तापमान पर काम करना प्रतिबंधित होगा.
अभी क्या है तापमान का मानक
ऊर्जा दक्षता ब्यूरो (बीईई) के अनुसार, भारत में ज्यादातर एसी वर्तमान में 20 से 21 डिग्री सेल्सियस के बीच निर्धारित किए जाते हैं, जबकि आदर्श आरामदायक सीमा 24 से 25 डिग्री सेल्सियस है. बीईई ने आराम और ऊर्जा उपयोग के बीच संतुलन बनाए रखने के लिए एयर कंडीशनर को 24 से 25 डिग्री सेल्सियस पर सेट करने की सलाह दी है. इसमें कहा गया है कि तापमान को बहुत कम, लगभग 20 से 21 डिग्री सेल्सियस पर रखने से बिजली की बर्बादी होती है.
1 डिग्री से बचती है 6 फीसदी बिजलीऊर्जा दक्षता ब्यूरो का यह भी कहना है कि एसी का तापमान सिर्फ एक डिग्री बढ़ाने से ही करीब 6 फीसदी बिजली की बचत हो सकती है. अगर इसे 20 डिग्री सेल्सियस से बढ़ाकर 24 डिग्री सेल्सियस पर चलाया जाए तो महीने में करीब 24 फीसदी तक बिजली बचाई जा सकती है. इससे हर महीने आने वाला बिजली बिल भी कम हो जाएगा और आपको हजारों रुपये की बचत हो सकती है. साथ ही पर्यावरण को भी सुरक्षित रखने में मदद मिलेगी.Pramod Kumar Tiwariप्रमोद कुमार तिवारी को शेयर बाजार, इन्वेस्टमेंट टिप्स, टैक्स और पर्सनल फाइनेंस कवर करना पसंद है. जटिल विषयों को बड़ी सहजता से समझाते हैं. अखबारों में पर्सनल फाइनेंस पर दर्जनों कॉलम भी लिख चुके हैं. पत्रकारि…और पढ़ेंप्रमोद कुमार तिवारी को शेयर बाजार, इन्वेस्टमेंट टिप्स, टैक्स और पर्सनल फाइनेंस कवर करना पसंद है. जटिल विषयों को बड़ी सहजता से समझाते हैं. अखबारों में पर्सनल फाइनेंस पर दर्जनों कॉलम भी लिख चुके हैं. पत्रकारि… और पढ़ेंLocation :New Delhi,Delhihomebusinessकब से लागू होगा एसी से जुड़ा नया नियम! केंद्रीय मंत्री ने बता दी डेडलाइन
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