BRICS की बैठक में दिखी भविष्य के भारत की झलक, देश में हो रहे क्रांतिकारी बदलाव

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नई दिल्ली. भारत ने एक बार फिर वैश्विक मंच पर अपनी विकासशील सोच और भविष्य के लिए तैयार ट्रांसपोर्ट सिस्टम का दम दिखाया. ब्राज़ील की राजधानी ब्रासीलिया में आयोजित BRICS ट्रांसपोर्ट मंत्रियों की बैठक में केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने भारत का प्रतिनिधित्व किया और एक सतत, लचीले और मल्टीमॉडल ट्रांसपोर्ट इंफ्रास्ट्रक्चर के निर्माण को लेकर भारत की सोच और रणनीतियों को विश्व समुदाय के सामने रखा.

गडकरी ने बैठक में भारत की उन प्रमुख पहलों का जिक्र किया जो हाल के वर्षों में देश के ट्रांसपोर्ट क्षेत्र में क्रांतिकारी बदलाव लाए हैं. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत सिर्फ सड़कें नहीं बल्कि एक ऐसा इंटीग्रेटेड ट्रांसपोर्ट नेटवर्क बना रहा है जो सस्ता, तेज़, सुरक्षित और पर्यावरण के अनुकूल हो.

प्रमुख योजनाएं

PM गतिशक्ति योजना

PM गतिशक्ति योजना एक नेशनल मास्टर प्लान है जिसका उद्देश्य भारत में इन्फ्रास्ट्रक्चर विकास को तेज़, समन्वित और कुशल बनाना है. यह योजना विभिन्न मंत्रालयों और विभागों को एक डिजिटल प्लेटफॉर्म पर लाकर इन्फ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स की प्लानिंग और कार्यान्वयन में तालमेल बनाती है. इसके जरिए सड़क, रेल, पोर्ट, एयरपोर्ट, वाटरवे और लॉजिस्टिक्स प्रोजेक्ट्स को एकीकृत तरीके से जोड़ा जाता है, जिससे समय और लागत दोनों की बचत होती है. यह योजना भारत को एक मल्टीमॉडल ट्रांसपोर्ट हब बनाने की दिशा में अहम भूमिका निभा रही है.

राष्ट्रीय लॉजिस्टिक्स नीति (NLP)

राष्ट्रीय लॉजिस्टिक्स नीति का उद्देश्य देश में लॉजिस्टिक्स सेक्टर को अधिक कुशल, किफायती और टेक्नोलॉजी-आधारित बनाना है. इस नीति के तहत माल ढुलाई की लागत को जीडीपी के 13-14% से घटाकर 8% तक लाने का लक्ष्य है, जिससे भारत को वैश्विक व्यापार प्रतिस्पर्धा में बढ़त मिल सके. नीति में मल्टीमॉडल कनेक्टिविटी, डिजिटल लॉजिस्टिक्स सिस्टम और बेहतर सप्लाई चेन मैनेजमेंट को बढ़ावा देने की रणनीति शामिल है.

भारतमाला परियोजना

भारतमाला एक महत्वाकांक्षी रोड इंफ्रास्ट्रक्चर परियोजना है, जिसका लक्ष्य देशभर में आर्थिक गलियारों, सीमा क्षेत्रों और पिछड़े इलाकों को हाई-क्वालिटी नेशनल हाईवे नेटवर्क से जोड़ना है. इसके तहत एक्सप्रेसवे, ग्रीनफील्ड सड़कें और इंटर-कॉरिडोर कनेक्टिविटी पर ज़ोर दिया गया है. यह योजना माल ढुलाई को तेज़, सस्ता और कुशल बनाकर आर्थिक विकास को बढ़ावा देने में अहम भूमिका निभा रही है.

सागरमाला परियोजना

सागरमाला योजना का उद्देश्य भारत के समुद्री क्षेत्रों और बंदरगाहों का आधुनिककरण करके पोर्ट-आधारित विकास को तेज़ करना है. इसके तहत बंदरगाहों की क्षमता बढ़ाने, कनेक्टिविटी सुधारने और तटीय क्षेत्रों में इंडस्ट्रियल क्लस्टर विकसित करने पर ज़ोर है. यह परियोजना समुद्री परिवहन को सस्ता और पर्यावरण के अनुकूल विकल्प के रूप में उभारने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है.

क्षेत्रीय और वैश्विक साझेदारी पर ज़ोर

गडकरी ने BRICS देशों के सामने भारत की प्रतिबद्धता दोहराई कि भारत अपने सहयोगियों के साथ मिलकर क्षेत्रीय और वैश्विक स्तर पर कनेक्टिविटी बढ़ाने और व्यापार सुगमता को बेहतर बनाने के लिए तैयार है. यह बैठक BRICS (ब्राज़ील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका) के सदस्य देशों के बीच ट्रांसपोर्ट और लॉजिस्टिक्स सेक्टर में सहयोग को बढ़ावा देने के लिए आयोजित की गई थी.

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