₹645 करोड़ जुटाने चले अडानी, संकट के समय सबसे बड़ी मददगार बनकर सामने आई ये कंपनी

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Last Updated:April 10, 2025, 18:33 ISTब्लैकरॉक ने अडानी समूह के 75 करोड़ डॉलर के निजी बॉन्ड में सबसे बड़ी हिस्सेदारी खरीदी है, जिससे अडानी को अमेरिकी जांच के बावजूद बड़ी राहत मिली है. ब्लैकरॉक का यह भारत के इंफ्रास्ट्रक्चर सेक्टर में पहला निजी निवे…और पढ़ेंअडानी समूह ने 645 करोड़ रुपये का निजी बॉन्ड जारी किया है. हाइलाइट्सब्लैकरॉक ने अडानी के 75 करोड़ डॉलर के बॉन्ड में सबसे बड़ी हिस्सेदारी खरीदी.अडानी समूह के लिए यह निवेश बड़ी राहत है.ब्लैकरॉक का भारत के इंफ्रास्ट्रक्चर सेक्टर में पहला निजी निवेश.नई दिल्ली. अडानी समूह के 75 करोड़ डॉलर (645 करोड़ रुपये से अधिक) के निजी बॉन्ड में सबसे बड़ी हिस्सेदारी ब्लैकरॉक ने खरीदी है. यह दुनिया की सबसे बड़ी निवेश फर्मों में गिनी जाती है. जानकारी के मुताबिक, ब्लैकरॉक ने इस बॉन्ड इश्यू का लगभग एक-तिहाई हिस्सा लिया है. ये बॉन्ड तीन से पांच साल की अवधि के लिए हैं. यह निवेश ऐसे समय में आया है जब अडानी समूह के कुछ वरिष्ठ अधिकारियों की अमेरिकी जांच एजेंसी (DOJ) द्वारा कथित रिश्वत मामले में जांच चल रही है. इसके बावजूद ब्लैकरॉक ने अडानी समूह पर भरोसा जताते हुए यह बड़ा निवेश किया है.

ब्लैकरॉक के लिए यह भारत के इंफ्रास्ट्रक्चर सेक्टर में पहला निजी निवेश है. कंपनी बुनियादी ढांचे को एक बड़े और लंबे समय के फायदे वाले सेक्टर के रूप में देख रही है. ब्लैकरॉक के चेयरमैन लैरी फिंक पहले ही कह चुके हैं कि इंफ्रास्ट्रक्चर भविष्य के सबसे अहम निवेश अवसरों में से एक है. इस डील के जरिए अडानी समूह की रिन्यू एक्जिम डीएमसीसी नाम की कंपनी को बॉन्ड से मिलने वाली रकम का इस्तेमाल आईटीडी सीमेंटेशन के अधिग्रहण और अन्य विकास योजनाओं के लिए किया जाएगा. ब्लैकरॉक के अलावा पांच और बड़े संस्थागत निवेशकों ने भी इस बॉन्ड में पैसा लगाया है, जिनमें सोना एसेट मैनेजमेंट द्वारा प्रबंधित फंड भी शामिल हैं.

इस निवेश को अडानी समूह के लिए एक बड़ी राहत माना जा रहा है, क्योंकि अमेरिका में चल रही जांच के कारण कंपनी की फंड जुटाने की क्षमता पर सवाल उठाए जा रहे थे. इससे यह भी साफ होता है कि ब्लैकरॉक को नहीं लगता कि जांच से अडानी समूह के बिज़नेस पर कोई बड़ा असर पड़ेगा. इससे पहले, फरवरी में अडानी समूह ने ऑस्ट्रेलिया के अपने पोर्ट प्रोजेक्ट के लिए भी 20 करोड़ डॉलर जुटाए थे.

निजी बॉन्ड क्या होता है?निजी बॉन्ड (Private Bond) वह ऋण उपकरण होते हैं, जिन्हें विशेष रूप से एक सीमित समूह के निवेशकों को जारी किया जाता है, जैसे संस्थागत निवेशक या हेज फंड्स. ये बॉन्ड सार्वजनिक तौर पर नहीं बिकते और न ही खुले बाजार में ट्रेड होते हैं. कंपनियां या सरकारें इन्हें पूंजी जुटाने के लिए जारी करती हैं. निजी बॉन्ड की शर्तें, जैसे ब्याज दर और अवधि, कस्टमाइज्ड होती हैं, और इनका मूल्यांकन बाजार के मुकाबले अधिक जटिल हो सकता है. यह निवेशकों को एक विशेष प्रकार का लाभ प्रदान करता है, लेकिन इसके साथ जोखिम भी जुड़ा होता है, क्योंकि यह खुले बाजार से बाहर होता है.

क्या है ब्लैकरॉकब्लैकरॉक (BlackRock) एक अमेरिकी ग्लोबल इन्वेस्टमेंट मैनेजमेंट फर्म है, जो दुनिया की सबसे बड़ी एसेट मैनेजमेंट कंपनियों में से एक मानी जाती है. इसका मुख्यालय न्यूयॉर्क में स्थित है और यह करीब $9 ट्रिलियन से अधिक की एसेट्स का प्रबंधन करती है. ब्लैकरॉक संस्थागत निवेशकों, पेंशन फंड्स, और व्यक्तिगत निवेशकों के लिए विभिन्न निवेश समाधान प्रदान करता है. कंपनी की प्रमुख सेवाओं में पोर्टफोलियो मैनेजमेंट, फंड मैनेजमेंट और निवेश परामर्श शामिल हैं. ब्लैकरॉक ने अपनी तकनीकी क्षमता को भी बढ़ाया है, जिससे यह ग्लोबल फाइनेंशियल मार्केट्स में एक प्रभावशाली भूमिका निभाती है.
Location :New Delhi,DelhiFirst Published :April 10, 2025, 18:33 ISThomebusiness₹645 करोड़ जुटाने चले अडानी, सबसे बड़ी मददगार बनकर सामने आई ये कंपनी

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