Last Updated:February 10, 2025, 14:04 ISTAsmita Patel Story : ‘शी वुल्फ ऑफ स्टॉक मार्केट’ और ‘ऑप्शंस क्वीन’ के नाम से मशहूर अस्मिता पटेल पर सेबी ने बैन लगा दिया है. मगर क्या आप अस्मिता की हिस्ट्री के बारे में जानते हैं? नहीं जानते तो जान लीजिए… अस्मिता पटेल. Asmita Patel Cource Fee : वो खुद को शेयर बाजार की रानी कहती थी. उसने अपना स्कूल खोला था. दावा करती थी कि उसके स्कूल में आकर जो भी शेयर मार्केट की शिक्षा लेगा, उसका बेड़ा पार हो जाएगा. उसके घर में पैसे की कभी कमी नहीं रहेगी. जहां 90 फीसदी से ज्यादा लोग पैसा गंवाकर जाते हैं, वे सुकून से बैठकर पैसा कमाएंगे. उसने अपनी प्रमोशन कुछ इस कद्र की थी कि उसे लोग शी वुल्फ ऑफ स्टॉक मार्केट (She Wolf of Stock Market) और ऑप्शंस क्वीन (Options Queen) के नाम से पहचानने लगे थे. लेकिन हकीकत कुछ और थी. यह सबकुछ अपनी कमाई करने का एक तरीका था. भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (SEBI) ने पाया कि निवेशकों को बरगलाया जा रहा है तो बाजार की इस कथित रानी और उसके स्कूल पर बैन लगा दिया. हम बात कर रहे हैं अस्मिता पटेल की. अस्मिता पटेल पर बैन की खबर तो आपने पढ़ी-सुनी होगी, लेकिन क्या आप अस्मिता पटेल के बारे में जानते हैं? वह कौन है, उसने कैसा अपना ‘ठगी का धंधा’ सेट किया था?
शेयर बाजार की दुनिया दूर से बेशक चमकीली नजर आती हो, मगर इसके पीछे घना अंधेरा भी छिपा है. अस्मिता पटेल की कहानी से यही बात फिर से साबित हो गई है. सेबी ने उन्हें और उसकी कंपनी को कैपिटल मार्केट से प्रतिबंधित कर दिया है. यह कदम उन पर अनधिकृत निवेश सलाह देने और निवेशकों को गलत वादों के जाल में फंसाने के आरोपों के बाद उठाया गया है.
लाखों का मार्गदर्शन करने का दावापूरा नाम है अस्मिता जितेश पटेल. यह लड़की नवी मुंबई स्थित अस्मिता पटेल ग्लोबल स्कूल ऑफ ट्रेडिंग प्राइवेट लिमिटेड (Asmita Patel Global School of Trading Pvt Ltd) की निदेशक है. उसने खुद को शेयर बाजार की मास्टरमाइंड के रूप में स्थापित किया और दावा किया कि दुनियाभर में एक लाख से अधिक छात्रों को मार्गदर्शन देकर उनका जीवन बना दिया है. उसकी कंपनी का दावा था कि अस्मिता लोगों को शेयर बाजार में आसानी से पैसा कमाने के गुर सिखाती है. लेकिन, इन दावों के पीछे की सच्चाई कुछ और ही निकली.
सेबी ने अस्मिता पटेल, उसकी कंपनी और उससे जुड़े अन्य संस्थाओं को 53 करोड़ रुपये वापस करने का आदेश दिया है. यह रकम उन लोगों से वसूली गई थी, जिन्होंने कंपनी का कोर्स खरीदा था. जिन्हें अस्मिता ने शेयर बाजार में सफलता के झूठे सपने दिखाए थे. कई प्रतिभागियों को यह सलाह दी गई कि वे ट्रेडिंग के लिए लोन लें और अपनी नौकरी छोड़कर फुल-टाइम ट्रेडिंग शुरू करें. सेबी ने इस सलाह को न केवल गैर-जिम्मेदाराना पाया, बल्कि कई लोगों के लिए वित्तीय बर्बादी का कारण बनी.
129 पेज की रिपोर्ट में गंभीर उल्लंघनों का जिक्रसेबी की 129 पेज की रिपोर्ट में अस्मिता पटेल और उसकी कंपनी के कई गंभीर उल्लंघनों की बात कही है. इसमें अनधिकृत निवेश सलाहकार सर्विस चलाने, निवेशकों को गुमराह करने और उनकी संपत्ति का दुरुपयोग करने के आरोप शामिल हैं. अस्मिता का पति जितेश पटेल भी इस मामले में शामिल है. कुछ प्रतिभागियों से कोर्स फीस किंग ट्रेडर्स, जेमिनी एंटरप्राइजेज और यूनाइटेड एंटरप्राइजेज जैसी कंपनियों के बैंक खातों में जमा करवाई गई, जो अस्मिता और उनके परिवार से जुड़ी हुई हैं.
अस्मिता पटेल का जन्म एक पारंपरिक गुजराती परिवार में हुआ था. उसने खुद को 17 साल के ट्रेडिंग अनुभव और एक दशक से अधिक के टीचिंग स्किल्स के साथ स्थापित किया. दावा किया गया था कि अस्मिता ने फाइनेंशियल एजुकेशन के क्षेत्र में कई पुरस्कार भी जीते हैं. यूट्यूब चैनल पर अस्मिता के 5.26 लाख सब्सक्राइबर्स हैं, जबकि इंस्टाग्राम पर 2.9 लाख फॉलोअर्स हैं. फेसबुक पर 73,000 लोग फॉलो करते हैं. इससे पता चलता है कि अस्मिता का कितना ‘रुतबा’ था.
नामी चेहरों से कराए इवेंटअस्मिता पटेल की वेबसाइट www.asmitapatel.com के अनुसार, कंपनी के इवेंट में बहुत नामी लोग शुमार हुए हैं. इनमें पूर्व क्रिकेटर कपिल देव, स्कैम 1992 के लीड एक्टर प्रतीक गांधी, अभिनेता अनुपम खेर, डायनमिक इंडिया ग्रुप के फाउंडर और मोटिवेशनल स्पीकर सोनू शर्मा, गीतकार मनोज मुंतजिर तक के नाम शामिल हैं.
केवल 13 लाख कमाए, गलत साबित हुए दावे6 फरवरी को SEBI ने एक अंतरिम कारण बताओ नोटिस जारी कर स्कूल और उसके निदेशकों से अवैध रूप से अर्जित लगभग 54 करोड़ रुपये जब्त किए. नोटिस में 104 करोड़ रुपये की कोर्स फीस का भी स्पष्टीकरण मांगा गया, जो LMIT और MPAT जैसे कार्यक्रमों के तहत 300 फीसदी तक रिटर्न का वादा कर रही थी.
हालांकि, पटेल ने अपने स्कूल को असाधारण धन कमाने का जरिया बताया था, लेकिन SEBI की जांच में एक अलग ही तस्वीर सामने आई. 2019 से जनवरी 2024 तक, पटेल और उसके स्कूल ने ट्रेडिंग से केवल 12.28 लाख रुपये का लाभ कमाया. 140 करोड़ रुपये का पोर्टफोलियो मैनेजमेंट और 283 करोड़ रुपयों की फंड हैंडलिंग के दावों को भी गलत पाया गया. SEBI की जांच में स्कूल का कुल टर्नओवर मात्र 15.27 करोड़ रुपये निकला.
कितनी थी कोर्स की फीस42 शिकायतकर्ताओं ने बताया कि उन्हें अलग-अलग कोर्स बेचे गए, जिनमें मास्टर्स इन प्राइस एक्शन ट्रेडिंग (MPAT), लेट्स मेक इंडिया ट्रेड (LMIT), ऑप्शंस मल्टीप्लायर (OM), ट्रेंड फॉलोइंग इनकम सिस्टम (TFIS), द फ्रीडम प्रोजेक्ट (TFP), वनलाइफ और अनलीश द ट्रेडर विदिन (UTW) शामिल थे.
अस्मिता पटेल ने प्रति कोर्स 7 लाख रुपये (टैक्स छोड़कर) तक चार्ज किया. GST जोड़ने पर यह फीस करीब 8.25 लाख रुपये हो जाती थी. SEBI के आदेश के अनुसार, MPAT कोर्स की फीस 7 लाख रुपये + टैक्स थी, जिसमें 1 लाख रुपया तुरंत देना होता था, जबकि बाकी 6 लाख रुपये तीन किस्तों में चुकाने होते थे.
Location :New Delhi,New Delhi,DelhiFirst Published :February 10, 2025, 14:02 ISThomebusinessकितनी थी अस्मिता पटेल के शेयर मार्केट कोर्स की फीस? इनसाइड स्टोरी
stock market, share market, market update, trading news, trade news, nifty update,bank nifty, oxbig news, oxbig news network, hindi news, hindi news, business news, oxbig hindi news
English News