Last Updated:April 30, 2025, 15:43 ISTTrade War Effect : अमेरिका और चीन में बढ़ता ट्रेड वॉर अब भारत पर भी असर डालने लगी हैं. चीन ने हाल में ही अमेरिका से आ रही सोयाबीन की शिपमेंट को कैंसिल करके ब्राजील से ऑर्डर उठा लिया. इसका असर भारतीय सोयाबीन बाज…और पढ़ेंचीन और अमेरिका में ट्रेड वॉर की वजह से भारत पर असर पड़ सकता है. हाइलाइट्सचीन ने अमेरिका से आ रही सोयाबीन शिपमेंट को रोका.अमेरिकी सोयाबीन स्टॉक में 13% बढ़ोतरी हुई.भारतीय सोयाबीन की कीमतों पर दबाव बढ़ेगा.नई दिल्ली. एक जहाज अमेरिका से सामान लादकर उसकी सप्लाई करने निकला. यह सप्लाई चीन के बाजार में की जानी थी. जहाज बीच समंदर में पहुंच चुका था और अगले कुछ समय में यह चीन के बंदरगाह पर भी पहुंचने वाला था, लेकिन तभी चीन ने कुछ ऐसा किया पूरी दुनिया में हलचल मच गई. हर किसी को यही लग रहा है कि अमेरिका और चीन में जारी ट्रेड वॉर का मामला अब कहीं आगे बढ़ चुका है. अब इसका असर सिर्फ इन दो देशों पर ही नहीं, बल्कि दुनिया के अन्य देशों पर भी बखूबी पड़ने की आशंका है.
खबर है कि चीन ने अमेरिका से आ रही शिपमेंट को बीच समंदर से ही लौटा दिया और अपने सभी ऑर्डर कैंसिल कर दिए हैं. इन जहाजों पर सोयाबीन लदा था, जिसकी खेप चीन के बाजार को सप्लाई की जानी थी. यह ऑर्डर भी चीन ने खुद दिया था और बीच समंदर में ही एक्सपोर्टर को ऑर्डर कैंसिल करने का ऑर्डर दे दिया और शिपमेंट को खारिज कर दिया.
चीन ने चल दी आगे की चालचीन ने सिर्फ अमेरिका से आ रही सोयाबीन की शिपमेंट को ही कैंसिल नहीं किया था, बल्कि तत्काल अपनी खरीद को अमेरिका से ब्राजील की तरफ मोड़ दिया. चीन के इस कदम को सिर्फ ट्रेड वॉर नहीं माना जा रहा, बल्कि जानबूझकर इस्तेमाल की गई एक रणनीतिक चाल माना जा रहा है. इसका तात्कालिक और गंभीर असर अमेरिका पर दिख रहा है. अमेरिकी कृषि विभाग के मुताबिक, शिपमेंट कैंसिलेशन के तुरंत बाद अमेरिकी सोयाबीन स्टॉक में 13% बढ़ोतरी हुई. अमेरिकी किसानों ने इसे ट्रेड वॉर नहीं, बल्कि आर्थिक अलगाव की साजिश बताया है.
पहले से ही तैयार था चीनऐसा नहीं है कि चीन ने अचानक अमेरिकी शिपमेंट को कैंसिल करके इसके विकल्प का रुख किया है. चीन ने पहले से ही ब्राजील में कृषि ढांचा मजबूत कर लिया है और ग्लोबल फूड सप्लाई चेन को नए सिरे से तैयार करने की रणनीति बना रखी है. चीन इस ट्रेड वॉर में कितना आगे बढ़ चुका है, इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि चीन ने अमेरिका से खरीदे गए मक्के को नीलाम करना शुरू कर दिया है. इस काम के लिए उसने नॉन-टैरिफ बैरियर का इस्तेमाल किया, ताकि डब्ल्यूटीओ के निमयों से भी बचा जा सके.
भारत पर क्या असर पड़ेगाअमेरिका और चीन के इस ताजा विवाद से भारतीय किसानों को नुकसान उठाना पड़ सकता है. दरअसल, अमेरिका के सोयाबीन की सप्लाई कैंसिल करने के बाद ग्लोबल मार्केट में सोयाबीन की उपलब्धता काफी बढ़ गई है. इसके अलावा ब्राजील से हो रही सस्ती सप्लाई भी मुसीबत बन सकती है और भारत के सोयाबीन उत्पाद की कीमतों पर दबाव बढ़ जाएगा. इन वजहों से भारतीय किसानों को उनके सोयाबीन की कीमत 5 से 8 फीसदी कम मिल सकती है.
इसके आगे क्या होगाचीन के इस कदम से दुनिया में इसलिए हलचल नहीं मची है कि सोयाबीन का शिपमेंट कैंसिल कर दिया गया, बल्कि चिंता की बात ये है कि भविष्य में चीन अमेरिका से आने वाली अन्य वस्तुओं की डील भी कैंसिल कर सकता है. सेमीकंडक्टर्स को लेकर चीन की तैयारी पहले ही अंतिम चरण में पहुंच चुकी है. एग्री प्रोडक्ट के मार्केट में पहले ही काफी उथल-पुथल हो चुकी है. कुल मिलाकर चीन-अमेरिका के ट्रेड वॉर की आंच अब भारतीय सोयाबीन बाजार तक पहुंच गई है. इसका असर किसानों के साथ-साथ भारतीय व्यापारियों पर भी दिख सकता है.
Location :New Delhi,DelhiFirst Published :April 30, 2025, 15:43 ISThomebusinessअमेरिका से सामान लादकर चला जहाज, चीन ने बीच समंदर में ही रोक दिया, पर क्यों
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