Last Updated:April 20, 2025, 06:33 ISTIndia-America Trade : अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत पर टैरिफ ऐसे समय में लगाया है, जबकि दोनों देशों के बीच व्यापार लगातार बढ़ रहा है. वाणिज्य मंत्रालय ने बताया है कि बीते 4 वित्तवर्ष से अमेरिका …और पढ़ेंभारत और अमेरिका के बीच पिछले वित्तवर्ष सबसे ज्यादा व्यापार हुआ. हाइलाइट्सअमेरिका ने भारत पर 26% टैरिफ लगाया.2024-25 में अमेरिका भारत का सबसे बड़ा व्यापारिक साझेदार रहा.भारत-अमेरिका द्विपक्षीय व्यापार 131.84 अरब डॉलर पहुंचा.नई दिल्ली. अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत पर 26 फीसदी टैरिफ लगा दिया है, जबकि वह लगातार चौथे साल हमारा सबसे बड़ा व्यापारिक साझेदार बना हुआ है. दोनों देशों के बीच होने वाले आयात-निर्यात के आंकड़ों से साफ पता चलता है कि भारत पर टैरिफ लगाने से अमेरिका पर भी बहुत बड़ा असर पड़ने वाला है. सरकार ने आंकड़े जारी कर बताया है कि वित्तवर्ष 2024-25 में अमेरिका लगातार चौथी बार भारत का सबसे बड़ा व्यापारिक साझेदार रहा. दोनों देशों का द्विपक्षीय व्यापार 131.84 अरब डॉलर पहुंच गया है. दूसरी तरफ, चीन के साथ भारत का व्यापार घाटा बढ़कर 99.2 अरब डॉलर पहुंच गया.
वित्त वर्ष 2024-25 में चीन को भारत का निर्यात 14.5 फीसदी घटकर 14.25 अरब डॉलर रह गया, जबकि 2023-24 में यह 16.66 अरब डॉलर था. हालांकि, इसी अवधि में चीन से आयात 11.52 फीसदी बढ़कर 113.45 अरब डॉलर पहुंच गया है, जो 2023-24 में 101.73 अरब डॉलर था. इस तरह, चीन के साथ व्यापार घाटा पिछले वित्तवर्ष में करीब 17 फीसदी बढ़कर 99.2 अरब अमेरिकी डॉलर हो गया, जो 2023-24 में 85.07 अरब अमेरिकी डॉलर था.
चीन दूसरा सबसे बड़ा साझेदारचीन 2024-25 में 127.7 अरब अमेरिकी डॉलर के द्विपक्षीय व्यापार के साथ भारत का दूसरा सबसे बड़ा व्यापारिक साझेदार बना रहा. दोनों देशों के बीच 2023-24 में 118.4 अरब अमेरिकी डॉलर का द्विपक्षीय व्यापार हुआ था. वाणिज्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, चीन 2013-14 से 2017-18 तक और 2020-21 में भी भारत का शीर्ष व्यापारिक साझेदार था. चीन से पहले, संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) देश का सबसे बड़ा व्यापारिक साझेदार था. 2021-22 से अमेरिका सबसे बड़ा साझेदार बना रहा था. संयुक्त अरब अमीरात गत वित्तवर्ष में 100.5 अरब डॉलर के द्विपक्षीय व्यापार के साथ भारत का तीसरा सबसे बड़ा व्यापारिक साझेदार बना रहा.
अमेरिका को बढ़ रहा निर्यातवित्तवर्ष 2024-25 में अमेरिका को भारत का निर्यात 11.6 फीसदी बढ़कर 86.51 अरब डॉलर हो गया, जबकि 2023-24 में यह 77.52 अरब डॉलर था. 2024-25 में आयात 7.44 फीसदी बढ़कर 45.33 अरब डॉलर हो गया, जबकि 2023-24 में यह 42.2 अरब डॉलर था. अमेरिका के साथ आयात के मुकाबले निर्यात पिछले वित्तवर्ष में 41.18 अरब डॉलर तक पहुंच गया है, जो 2023-24 में 35.32 अरब डॉलर था. भारत के निर्यात में सबसे ज्यादा औषधि निर्माण व जैविक (8.1 अरब डॉलर), दूरसंचार उपकरण (6.5 अरब डॉलर), कीमती पत्थर (5.3 अरब डॉलर), पेट्रोलियम उत्पाद (4.1 अरब डॉलर), सोना व अन्य कीमती धातु के आभूषण (3.2 अरब डॉलर), सहायक उपकरण सहित सूती तैयार वस्त्र (2.8 अरब डॉलर) और लोहा व इस्पात के उत्पाद (2.7 अरब डॉलर) शामिल हैं.
क्या मंगाते हैं अमेरिका सेअमेरिका से भारत में आने वाले मुख्य उत्पादों में कच्चा तेल (4.5 अरब डॉलर), पेट्रोलियम उत्पाद (3.6 अरब डॉलर), कोयला, कोक (3.4 अरब डॉलर), कटे व पॉलिश किए हुए हीरे (2.6 अरब डॉलर), इलेक्ट्रिक मशीनरी (1.4 अरब डॉलर), विमान, अंतरिक्ष यान तथा उसके पुर्जे (1.3 अरब डॉलर) और सोना (1.3 अरब डॉलर) शामिल है. भारत और अमेरिका के बीच द्विपक्षीय व्यापार के आने वाले वर्षों में तेजी से बढ़ने की उम्मीद है, क्योंकि दोनों देश एक व्यापार समझौते पर बातचीत कर रहे हैं. इसका मकसद 2030 तक द्विपक्षीय व्यापार को वर्तमान के 191 अरब डॉलर से बढ़ाकर 500 अरब डॉलर तक करना है.
Location :New Delhi,DelhiFirst Published :April 20, 2025, 06:33 ISThomebusinessअमेरिका लगातार चौथे साल सबसे बड़ा व्यापारिक साझेदार, चीन रह गया पीछे
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