Last Updated:July 17, 2025, 23:51 ISTसिविल एविएशन मंत्रालय ने एयर इंडिया हादसे पर विदेशी मीडिया की जल्दबाजी को गैर-जिम्मेदाराना बताया. AAIB ने जांच पूरी होने तक इंतजार करने की सलाह दी. हादसे में 260 लोगों की जान गई थी.एयर इंडिया का अहमदाबाद से गैटविक जा रहा जहाज 12 जून को दुर्घटनाग्रस्त हो गया था.हाइलाइट्सविदेशी मीडिया को भारत सरकार ने फटकारा.AAIB ने जांच पूरी होने तक इंतजार करने की सलाह दी.हादसे में 260 लोगों की जान गई थी.नई दिल्ली. एयर इंडिया के 12 जून के उस भयानक हादसे को लेकर आज सिविल एविएशन मंत्रालय ने विदेशी मीडिया पर जमकर नाराजगी जताई है. मंत्रालय ने इन आउटलेट्स को “लापरवाह” बताते हुए जांच पूरी होने तक इंतजार करने की सलाह दी है. हादसे की शुरुआती रिपोर्ट आने के बाद कुछ अंतरराष्ट्रीय मीडिया ने जल्दबाजी में नतीजे निकाल लिए, जो गलत और अधूरी जानकारी पर आधारित हैं. मंत्रालय के अंतर्गत आने वाले विमान हादसा जांच ब्यूरो (AAIB), ने कहा है कि ये रिपोर्टिंग गैर-जिम्मेदाराना है, क्योंकि जांच अभी चल रही है. AAIB प्रमुख जीवीजी युगंधर ने पीड़ित परिवारों की भावनाओं का सम्मान करने की अपील की और जल्दबाजी में निष्कर्ष से बचने को कहा, क्योंकि अभी सही नतीजे पर पहुंचना जल्दबाजी होगी.
ये हादसा 12 जून को अहमदाबाद के सरदार वल्लभभाई पटेल अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से हुआ, जब एयर इंडिया की उड़ान 171 लंदन के लिए रवाना हुई और टेकऑफ के कुछ सेकंड बाद एक मेडिकल कॉलेज हॉस्टल से टकरा गई. इस हादसे में 242 में से 241 यात्रियों और 19 जमीन पर मौजूद लोगों समेत कुल 260 लोगों की जान चली गई—ये बोइंग 787 का पहला घातक हादसा था.
क्या थी शुरुआती रिपोर्ट
AAIB की प्रारंभिक रिपोर्ट में खुलासा हुआ कि टेकऑफ के 3 सेकंड बाद दोनों इंजनों का ईंधन सप्लाई कट गया, जब विमान की रफ्तार 180 नॉट्स थी. रिपोर्ट कहती है कि ईंधन कटऑफ स्विच एक सेकंड के अंतराल में बंद हुए, जिससे इंजन की ताकत कम हो गई और कॉकपिट में भ्रम की स्थिति बन गई.
दोनों कैप्टन के बीच बातचीत आई थी सामने
फ्लाइट कैप्टन सुमीत सभरवाल (15,638 घंटे का अनुभव) मॉनिटरिंग कर रहे थे, जबकि को-पायलट क्लाइव कुंदर (3,403 घंटे का अनुभव) विमान चला रहे थे. कॉकपिट रिकॉर्डिंग में एक पायलट ने पूछा, “ईंधन क्यों काटा?” और दूसरे ने जवाब दिया, “मैंने नहीं किया.” रिपोर्ट में कोई तत्काल कार्रवाई की सलाह नहीं दी गई, लेकिन 2018 की FAA की ईंधन स्विच चेतावनी का जिक्र है, जिस पर एयर इंडिया ने ध्यान नहीं दिया था. विदेशी मीडिया, खासकर वॉल स्ट्रीट जर्नल (WSJ), ने कप्तान पर ईंधन काटने का आरोप लगाया, लेकिन सबूत साफ नहीं. एयर इंडिया के CEO कैम्पबेल विल्सन ने कहा कि जांच में कोई मैकेनिकल खराबी नहीं मिली, ईंधन ठीक था, और पायलट फिट थे. जांच जारी है, और अंतिम रिपोर्ट जून 2026 तक आएगी.Jai Thakurजय ठाकुर 2018 से खबरों की दुनिया से जुड़े हुए हैं. 2022 से News18Hindi में सीनियर सब एडिटर के तौर पर कार्यरत हैं और बिजनेस टीम का हिस्सा हैं. बिजनेस, विशेषकर शेयर बाजार से जुड़ी खबरों में रुचि है. इसके अलावा दे…और पढ़ेंजय ठाकुर 2018 से खबरों की दुनिया से जुड़े हुए हैं. 2022 से News18Hindi में सीनियर सब एडिटर के तौर पर कार्यरत हैं और बिजनेस टीम का हिस्सा हैं. बिजनेस, विशेषकर शेयर बाजार से जुड़ी खबरों में रुचि है. इसके अलावा दे… और पढ़ेंLocation :New Delhi,DelhihomebusinessAir India Crash: विदेशी मीडिया को भारत सरकार ने लगाई फटकार, बताया लापरवाह
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