Air India के बेड़े में शामिल बोइंग के जहाज दुरुस्त, जांच में नहीं मिली कोई कमी

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Last Updated:June 17, 2025, 22:05 ISTएयर इंडिया के बोइंग 787 ड्रीमलाइनर विमान की दुर्घटना में 271 से अधिक लोगों की मौत हुई. DGCA ने जांच में कोई बड़ी तकनीकी खामी नहीं पाई. AAIB, Boeing और NTSB जांच में जुटे हैं.क्रैश के बाद एयर इंडिया की फ्लाइट्स को रद्द कर दिया गया है. हाइलाइट्सएयर इंडिया बोइंग 787 की दुर्घटना में 271 से अधिक मौतें हुईं.DGCA ने बोइंग 787 बेड़े में कोई बड़ी तकनीकी खामी नहीं पाई.AI171 की जांच में AAIB, Boeing और NTSB जुटे हैं.नई दिल्ली. एयर इंडिया के एक बोइंग 787 ड्रीमलाइनर विमान की दुर्घटना, जिसमें 271 से अधिक लोगों की मौत हुई, अब भारत के एविएशन इतिहास की सबसे जटिल जांच बन गई है. इस हादसे के बाद देश की विमानन सुरक्षा एजेंसी DGCA ने कहा कि एयर इंडिया के बोइंग 787 बेड़े पर की गई जांच में कोई बड़ी तकनीकी खामी नहीं पाई गई है. 33 में से 24 विमानों पर “एन्हांस्ड सेफ्टी इंस्पेक्शन” पूरे हो चुके हैं. DGCA ने एयर इंडिया को सभी नियमों का कड़ाई से पालन करने और मेंटेनेंस में सुधार के निर्देश दिए हैं.यह पहला मौका है जब दुनिया में किसी बोइंग 787 विमान का क्रैश हुआ है. एयर इंडिया फ्लाइट AI171, जो अहमदाबाद से लंदन के लिए रवाना हुई थी, टेकऑफ के कुछ ही सेकंड में दुर्घटनाग्रस्त हो गई और पास की इमारतों से टकरा गई. इस विमान में कुल 242 यात्री और चालक दल के सदस्य सवार थे, जिनमें से केवल एक व्यक्ति ही जीवित बचा. इसके अलावा, जमीन पर मौजूद करीब 30 लोगों की भी जान चली गई.

AI171 की जांच में जुटे AAIB, Boeing और NTSB

दूसरी ओर जो दुर्घटना हुई है उसकी जांच पूरी होने में अभी 1 साल का वक्त लग सकता है. जांच का नेतृत्व Aircraft Accident Investigation Bureau (AAIB) कर रहा है, जिसे अमेरिका की नेशनल ट्रांसपोर्टेशन सेफ्टी बोर्ड (NTSB) और बोइंग से टेक्निकल मदद मिल रही है. दुर्घटनाग्रस्त विमान से दोनों ब्लैक बॉक्स — कॉपिट वॉयस रिकॉर्डर और फ्लाइट डेटा रिकॉर्डर — बरामद कर लिए गए हैं, जो अब जांच की दिशा तय करेंगे.

ब्लैक बॉक्स खोलेंगे राज

ब्लैक बॉक्स दो हिस्सों में होते हैं — एक में पायलट की बातचीत, इंजन की आवाजें और अलार्म रिकॉर्ड होते हैं, जबकि दूसरे में विमान की गति, ऊंचाई, इंजन की पावर, लैंडिंग गियर की स्थिति और अन्य कई तकनीकी डेटा लॉग होते हैं. दोनों रिकॉर्ड को क्रॉस-चेक कर यह पता लगाया जाता है कि पायलट ने क्या किया और विमान ने कैसे प्रतिक्रिया दी.

अब तक की सबसे गंभीर जांच मानी जा रही है AI171 केस

AAIB इससे पहले कोझिकोड में 2020 की विमान दुर्घटना की रिपोर्ट एक साल में पेश कर चुकी है, लेकिन AI171 की जांच उससे भी अधिक चुनौतीपूर्ण मानी जा रही है. अगर जरूरत पड़ी, तो ब्लैक बॉक्स को विदेश भेजा जा सकता है. सरकार ने एक अलग टेक्निकल कमेटी भी गठित की है, जो तीन महीनों में अपनी रिपोर्ट सौंपेगी. इस कमेटी का उद्देश्य तकनीकी, संचालन और रेगुलेटरी नजरिये से इस घटना की जांच करना है.

क्यों खास है यह जांच?

यह दुनिया का पहला बोइंग 787 क्रैश है और इतिहास में पहली बार किसी ड्रीमलाइनर विमान में इतनी जल्दी (सिर्फ 650 फीट की ऊंचाई पर) डबल इंजन फेल होने की आशंका जताई गई है. यह डेटा और रिकॉर्ड अब सच्चाई सामने लाने में निर्णायक भूमिका निभाएंगे.Jai Thakurजय ठाकुर 2018 से खबरों की दुनिया से जुड़े हुए हैं. 2022 से News18Hindi में सीनियर सब एडिटर के तौर पर कार्यरत हैं और बिजनेस टीम का हिस्सा हैं. बिजनेस, विशेषकर शेयर बाजार से जुड़ी खबरों में रुचि है. इसके अलावा दे…और पढ़ेंजय ठाकुर 2018 से खबरों की दुनिया से जुड़े हुए हैं. 2022 से News18Hindi में सीनियर सब एडिटर के तौर पर कार्यरत हैं और बिजनेस टीम का हिस्सा हैं. बिजनेस, विशेषकर शेयर बाजार से जुड़ी खबरों में रुचि है. इसके अलावा दे… और पढ़ेंLocation :New Delhi,New Delhi,DelhihomebusinessAir India के बेड़े में शामिल बोइंग के जहाज दुरुस्त, जांच में नहीं मिली कोई कमी

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