ITR भरने वाले दो-तिहाई लोगों ने नहीं दिया एक भी पैसा टैक्‍स

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Last Updated:March 11, 2025, 07:31 ISTसरकार द्वारा करदाताओं को रिटर्न दाखिल करने के लिए प्रेरित किया जा रहा है. इसके लिए एसएमएस और ईमेल के जरिए रिमाइंडर भेजे जा रहे हैं, जिससे अधिक लोग अपना रिटर्न भरने के लिए प्रोत्साहित हो रहे हैं.करदाताओं की संख्या बढ़ाने के लिए सरकार ने कई नए उपाय किए हैं. हाइलाइट्स2024-25 में 8.4 करोड़ ITR में से 5.58 करोड़ की कर देनदारी शून्य रही.केवल एक-तिहाई करदाताओं ने सरकार को कर का भुगतान किया.सरकार ने कर अनुपालन बढ़ाने के लिए कई नए उपाय किए हैं.नई दिल्ली. देश में आयकर रिटर्न दाखिल करने वाले लोगों की संख्‍या में साल-दर-साल इजाफा हो रहा है. लेकिन, आयकर संग्रहण में उतनी बढोतरी नहीं हो रही, जितनी वृद्धि आईटीआर की संख्‍या में हो रही है. इसका कारण है ज्‍यादातर रिटर्न फाइल करने वालों की कर देनदारी शून्‍य होना. आयकर विभाग के ताजा आंकड़ों के अनुसार, वित्त वर्ष 2024-25 (31 दिसंबर 2024 तक) में दाखिल किए गए कुल 8.4 करोड़ आयकर रिटर्न (ITR) में से 5.58 करोड़ फाइलरों की कर देनदारी शून्य रही. इसका अर्थ यह है कि केवल एक-तिहाई करदाताओं ने सरकार को कर का भुगतान किया.

आंकड़ों के मुताबिक, आयकर रिटर्न दाखिल करने वाले लोगों में  कर भुगतान करने वालों की हिस्सेदारी 2020-21 में 27.88% थी, जो 2024-25 में बढ़कर 33.55% हो गई है. 2019-20 में यह अनुपात 55% था, जब 6.47 करोड़ लोगों ने रिटर्न दाखिल किया था. इसके बाद यह प्रतिशत तेजी से गिरा. इसका मुख्य कारण कोविड-19 महामारी और उससे जुड़े आर्थिक प्रभाव रहे. वित्त वर्ष 2020-21 और 2021-22 में कोरोना महामारी और लॉकडाउन के कारण करदाताओं की संख्या प्रभावित हुई थी. हालांकि, बाद के वर्षों में सरकार द्वारा आईटीआर दाखिल करने की प्रक्रिया को सरल बनाने, करदाताओं को रिटर्न भरने के लिए प्रेरित करने और टेक्नोलॉजी का उपयोग बढ़ाने से कर अनुपालन में वृद्धि हुई है.

कर संग्रह और करदाता आधार में वृद्धिआधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, वित्त वर्ष 2025 के पहले नौ महीनों (1 अप्रैल 2024 से 31 दिसंबर 2024 तक) में 8,39,73,416 लोगों ने आईटीआर दाखिल किया. इनमें से 5,57,95,391 की कर देनदारी शून्य रही. इस तरह, केवल 2,81,78,025 लोगों ने वास्तविक रूप से कर भुगतान किया.

कर विशेषज्ञों के अनुसार, करदाताओं की संख्या बढ़ाने के लिए सरकार ने कई नए उपाय किए हैं. आयकर विभाग द्वारा फॉर्म 26AS और स्पेसिफाइड फाइनेंशियल ट्रांजैक्शन (SFT) डेटा की मदद से करदाताओं को उनके वित्तीय लेनदेन की पूरी जानकारी दी जा रही है. इससे करदाता अपनी सही आय की जानकारी देने के लिए प्रेरित हो रहे हैं.

विदेशी संपत्तियों की घोषणा में वृद्धिकेंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (CBDT) के हाल ही में चलाए गए एक अभियान के तहत लगभग 30,160 करदाताओं ने ₹29,000 करोड़ से अधिक की विदेशी संपत्तियों की घोषणा की है. विशेषज्ञों का मानना है कि सरकार द्वारा कर अनुपालन को आसान बनाने, तकनीकी सुधार करने और करदाताओं को रिटर्न दाखिल करने के लिए प्रेरित करने के प्रयासों के कारण आने वाले वर्षों में आईटीआर फाइलरों की संख्या में और वृद्धि हो सकती है.
Location :New Delhi,New Delhi,DelhiFirst Published :March 11, 2025, 07:31 ISThomebusinessITR भरने वाले दो-तिहाई लोगों ने नहीं दिया एक भी पैसा टैक्‍स

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