Last Updated:March 20, 2025, 23:44 ISTfish farming: दूसरों की आमदनी सुनकर कई लोग मछली पालन का काम या व्यापार शुरू करते हैं लेकिन सभी को इसमें फायदा नहीं मिलता है. कई लोगों इसमें…………….X
जयंती मछली का पालन रायबरेली: बदलते समय के साथ ही लोग खेती किसानी के साथ मछली पालन का काम करके अच्छा मुनाफा कमा रहे हैं. मछली पालन लोगों का एक प्रमुख व्यवसाय बन गया है. ग्रामीण क्षेत्रों में इसे कुछ लोग रोजगार का साधन मानते हैं. शहरी क्षेत्र में भी लोग इसे आय बढ़ाने के तरीके के रूप में देखते हैं. हालांकि, मछली पालन अपने आप में एक व्यवसाय है. आपको बता दें कि राज्य से लेकर केंद्र सरकार तक मछली पालक किसानों को विभिन्न योजनाओं के जरिए लाभान्वित कर रही है. मत्स्य पालन को बढ़ावा देने के लिए सरकार सब्सिडी प्रदान कर रही है जिससे किसान अपनी आय दोगुनी कर सकें. तो आज हम आपको इससे जुड़ी कुछ जानकारी दे रहे हैं.
मछली पालक किसानों को मछली की उन्नत प्रजातियों के बारे में जानकारी न होने के कारण उन्हें कई बार नुकसान उठाना पड़ता है. आइए मत्स्य निरीक्षक से जानते हैं कि आखिर कौन सी ऐसी प्रजाति है जो बेहद कम समय में और कम लागत में अच्छा मुनाफा देती है.
रायबरेली जिले के मत्स्य निरीक्षक शशांक नमन बताते हैं कि मछली पालक किसान बेहद कम समय में अच्छा मुनाफा देने वाले रोहू प्रजाति की जयंती नस्ल का पालन करके अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं. रोहू मछली की जयंती नस्ल एक उन्नत प्रजाति की मछली मानी जाती है जो अन्य प्रजाति की मछलियों की तुलना में जल्दी बढ़ती है. यह मछली आमतौर पर रोहू मछली की तुलना में भी जल्दी ग्रोथ करती है. इसके साथ ही इसमें कई ऐसे औषधीय गुण पाए जाते हैं जो हमारे शरीर को कई गंभीर बीमारियों से बचाने में कारगर होते हैं. यही वजह है कि इस प्रजाति की मछली की बाजारों में अच्छी मांग रहती है. इससे मछली पालक किसान अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं.
इस तरह तालाब करें तैयारलोकल 18 से बात करते हुए शशांक नमन जयंती रोहू मछली के पालन के लिए तालाब को तैयार करने का तरीका बता रहे हैं. तालाब का चयन और तैयारी ऐसे करें कि तालाब की गहराई कम से कम 1.5 से 2 मीटर होनी चाहिए. पानी की गुणवत्ता का ध्यान रखना जरूरी है. पानी का pH स्तर 6.5 से 8.5 के बीच होना चाहिए. बीज की गुणवत्ता का ध्यान रखना चाहिए. अच्छी गुणवत्ता के जयंती रोहू के बीज का चयन करें. बीजों की सघनता प्रति हेक्टेयर पांच हजार से दस हजार होनी चाहिए.
खाद्य और स्वास्थ्य प्रबंधनशुरूआत में मछलियों को प्रोटीन युक्त आहार दें. जलीय पौधों का भी उपयोग करें. मछलियों की नियमित रूप से जांच करें. तालाब में पानी का प्रवाह बनाए रखें ताकि उनका बीमारियों से बचाव हो सके. जयंती रोहू मछली 8 से 10 माह में तैयार हो जाती है: जयंती रोहू नस्ल अन्य प्रजाति की मछलियों की तुलना में जल्दी तैयार हो जाती है. यह मछली 8 से 10 माह में तैयार हो जाती है जबकि अन्य प्रजाति की मछलियां एक से डेढ़ वर्ष में तैयार होती हैं. इसका वजन भी अन्य मछलियों की तुलना में अधिक होता है. जयंती रोहू किस्म की मछली का पालन मुख्य रूप से आंध्र प्रदेश, उड़ीसा, पश्चिम बंगाल और असम राज्य में होता है. अब धीरे-धीरे अन्य राज्यों के मत्स्य पालक किसान भी इसका पालन करके अच्छा मुनाफा कमा रहे हैं. यह मछली औषधीय गुणों से भरपूर होती है जो एरोमोनास रोग के लिए प्रतिरोधी मानी जाती है. इसीलिए बाजारों में इसकी मांग अधिक रहती है.
Location :Rae Bareli,Uttar PradeshFirst Published :March 20, 2025, 23:44 ISThomebusinessइस खास किस्म की मछली का करें पालन, होगा फायदा
stock market, share market, market update, trading news, trade news, nifty update,bank nifty, oxbig news, oxbig news network, hindi news, hindi news, business news, oxbig hindi news
English News