Last Updated:March 04, 2025, 13:00 ISTWaiting Ticket Confirmed News- वेटिंग टिकट वालों के सामने जब तक चार्ट न बन जाए, समस्या रहती है. सबसे ज्यादा आफिस में काम करने वालों के सामने रहती है. छुट्टी के अप्लाई करें या न करें. ऐसी परेशानियों से बचने …और पढ़ेंवेटिंग कंफर्म होने का तरीका आप भी जानें.हाइलाइट्सहोली के दौरान वेटिंग 500 तक पहुंचती हैकई चुनिंदा ट्रेनों में वेटिंग बंद हो जाती हैकितनी वेटिंग हो सकती है कंफर्म,जानेंनई दिल्ली. होली जैसे जैसे करीब आ रही है, ट्रेनों में भीड़ होना शुरू हो गयी है. हालांकि भारतीय रेलवे ने बुधवार राजधानी दिल्ली समेत कई शहरों से स्पेशल ट्रेनें चलानी शुरू कर दी है. लेकिन ऐसे में वे लोग परेशान रहते हैं, जिनका टिकट वेटिंग हैं, अभी तक कंफर्म नहीं हुआ. आफिस से छुट्टी ले या न लें. क्योंकि अगर छुट्टी ले ली और कंफर्म नहीं हुआ तो क्या होगा. इसका अंदाजा नहीं होता है कि कितने नंबर तक वेटिंग कंफर्म हो सकती है. इसी को देखते हुए रेलवे ने स्वयं खुलासा किया है कि कितने नंबर तक कंफर्म हो सकती है और कंफर्म होने का फार्मूला क्या है. आइए जाने –
ट्रेनों में सबसे ज्यादा मारामारी त्योहारी सीजन और छुट्टियों के दौरान होती है. चूंकि होली करीब आ रही है. कुछ रूटों पर चलने वाली ट्रेनों में वेटिंग 500 नंबर तक जा रहा है. वेटिंग के अनुसार ही रेलवे संबंधित रूट पर ट्रेनें चला रहा है. कई ट्रेनों की क्लोन भी चलाई जाएंगी. ट्रेनों में वेटिंग दो तरीके से कंफर्म होती है, पहला सामान्य तरीके से यानी बिना किसी जुगाड़ के और दूसरा रेलवे का इमरजेंसी कोटा.
सामान्य तरीके से ऐसा होता है कंफर्म
रेलवे मंत्रालय के अनुसार ट्रेनों में कुल हुए कंफर्म रिजर्वेशन में से करीब 21 फीसदी लोग यात्रा नहीं करते हैं ऐसे लोग टिकट कैंसिल कराते हैं. इस तरह सामान्य रूप से 21 फीसदी कंफर्म होने की संभावना सामान्य तरीके से होती है. अपना वेटिंग नंबर देखकर इस तरह कैलकुलेट कर सकते हैं. एक स्लीपर कोच में 72 सीटें होती हैं, प्रति कोच औसतन वेटिंग नंबर 14 कंफर्म होने की पूरी संभावना रहती है.
चार पांच फीसदी चार्ट के बाद यात्रा नहीं करते
मंत्रालय ने बताया कि वहीं चार से पांच फीसदी लोग चार्ट बनने के बाद भी यात्रा नहीं करते हैं. इसत रह चार फीसदी इसे मिलाकर करीब 25 फीसदी फीसदी कंफर्म होने की संभावना रहती है.
पूरी ट्रेन में कंफर्म होने का आंकड़ा ऐसे जानें
उदाहरण के लिए ज्यादातर लंबी दूरी की ट्रेनों स्लीपर के 10 कोच होते हैं. उनके 10 कोचों में 18-18 सीटें वेटिंग कंफर्म होने की संभावना रहती है. इस तरह 180 वेटिंग नंबर तक कंफर्म होने की संभावना रहती है. इसी तरह का फार्मूला एसी फर्स्ट, सेकेंड और थर्ड में लागू होता है. हालांकि त्योहारों के दौरान लोग कंफर्म टिकट कैंसिल कम ही कराते हैं, इसलिए यह आंकड़ा थोड़ा कम जरूर हो सकता है.
Location :New Delhi,DelhiFirst Published :March 04, 2025, 13:00 ISThomenationहोली पर घर जाना है? बिना जुगाड़ के वेटिंग हो सकती है कंफर्म, बस ये रखें ध्यान
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