हाइलाइट्सपीक ऑवर्स में दिल्ली-गुरुग्राम एक्सप्रेसवे पर लगता है जाम. साल 2008 में बनी थी नए लिंक रोड बनाने की योजना. अब एक बार फिर नए रास्ते बनाने की हो रही है चर्चा. नई दिल्ली. दिल्ली-गुरुग्राम एक्सप्रेसवे पर जाम एक आम बात है, खासकर सुबह और शाम के पीक आवर्स में. अब इस जाम से मुक्ति दिलाने को हरियाणा और केंद्र सरकार ने कवायद तेज कर दी है. इसके लिए नेल्सन मंडेला मार्ग-एमजी रोड लिंक का 3 किलोमीटर लंबा हिस्सा शुरू करने, एमजी रोड से गुरुग्राम-फरीदाबाद रोड (5.5 किमी) और धनचिरी कैंप से एमजी रोड (8.3 किमी) तक बाईपास बनाने पर चर्चा हुई है. हाल ही में केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी और हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के बीच एक बैठक में इन तीनों ही परियोजनाओं को लेकर गंभीर विचार-विमर्श हुआ.
नेल्सन मंडेला मार्ग-एमजी रोड लिंक का 3 किलोमीटर हिस्सा अगर चालू होता है ता इससे न केवल दिल्ली-गुरुग्राम एक्सप्रेसवे बल्कि महरौली-गुरुग्राम रोड पर भी ट्रैफिक जाम कम हो जाएगा. केंद्र सरकार अगर इस हिस्से को राष्ट्रीय राजमार्ग (NH) घोषित कर दे तो इसका विकास करना आसान हो जाएगा, ऐसा जानकारों का मानना है. भारी ट्रैफिक को देखते हुए इन तीनों ही परियोजनाओं पर जल्द ही फैसला लिया जा सकता है.
एलिवेटिड रोड का प्रस्ताव टाइम्स ऑफ इंडिया की एक रिपोर्ट के अनुसार, हरियाणा सरकार ने नेल्सन मंडेला रोड एक्सटेंशन से एमजी रोड और गुरुग्राम-फरीदाबाद रोड के चौराहे तक नई कनेक्टिविटी पर विशेष रुचि दिखाई है. सरकार ने 3 किलोमीटर लंबे इस हिस्से पर एलिवेटिड रोड बनाने का प्रस्ताव दिया है. हालांकि, एक विस्तृत अध्ययन ही यह तय करेगा कि इसे एलिवेटेड बनाना उचित होगा या फिर सुरंग के रूप में, क्योंकि यह रिज क्षेत्र से होकर गुजरता है.
शुरुआती अनुमान के अनुसार, एमजी रोड से गुरुग्राम-फरीदाबाद रोड तक का एलिवेटेड लिंक बनाने में करीब 2,000 करोड़ रुपये का खर्च आ सकता है. अगर इसे सुरंग के रूप में बनाया गया, तो यह लागत बढ़कर 4,000 करोड़ रुपये हो जाएगी। वहीं, धनचिरी कैंप से एमजी रोड लिंक की लागत लगभग 1,000 करोड़ रुपये हो सकती है.
एनएच घोषित होने के बाद ही हो सकता है अध्ययन सूत्रों का कहना है कि भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) या सड़क परिवहन मंत्रालय विस्तृत अध्ययन तभी कर सकते हैं जब इन हिस्सों को राष्ट्रीय राजमार्ग घोषित किया जाए. सूत्रों ने बताया कि गडकरी और सैनी की बैठक में केंद्रीय सड़क परिवहन सचिव वी. उमाशंकर भी मौजूद थे, जो पहले हरियाणा के मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव रह चुके हैं. इससे यह उम्मीद की जा रही है कि नेल्सन मंडेला रोड से एमजी रोड और एमजी रोड से गुरुग्राम-फरीदाबाद रोड तक के हिस्सों को राष्ट्रीय राजमार्ग घोषित करने में कोई समस्या नहीं होगी.
Tags: Delhi gurugram, Delhi news, Infrastructure ProjectsFIRST PUBLISHED : November 5, 2024, 07:54 IST
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