ट्रंप की जिद और जवाबी टैरिफ से किसे खतरा, इंडिया रेटिंग्स की चेतावनी

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Last Updated:April 29, 2025, 16:11 ISTइंडिया रेटिंग्स एंड रिसर्च ने कहा कि अमेरिका की तरफ से कई उत्पादों पर लगाए गए जवाबी शुल्क देश के मध्यम, लघु और सूक्ष्म उद्यमों (MSMEs) के लिए तनाव बढ़ाएंगे, और इस सेक्टर में काम कर रही कंपनियां ज्यादा वित्तीय झ…और पढ़ेंफाइल फोटोहाइलाइट्सअमेरिकी टैरिफ से MSMEs पर तनाव बढ़ेगा.मध्यम कंपनियों की तुलना में MSMEs ज्यादा कमजोर हैं.भारत-अमेरिका व्यापार समझौते पर वार्ता जारी है.नई दिल्ली. अप्रैल की शुरुआत में अमेरिकी टैरिफ से दुनियाभर के कई देश और शेयर बाजार सहम उठे थे. हालांकि, राष्ट्रपति ट्रंप द्वारा इस पर रोक लगाए जाने से इन तमाम देशों ने राहत की सांस ली. हालांकि, अब भी टैरिफ का खतरा टला नहीं है. भारत सरकार टैरिफ से बचने के लिए अमेरिका के साथ ट्रेड डील पर बात कर रही है. इस बीच इंडिया रेटिंग्स एंड रिसर्च ने कहा कि अमेरिका की तरफ से कई उत्पादों पर लगाए गए जवाबी शुल्क देश के मध्यम, लघु और सूक्ष्म उद्यमों (एमएसएमई) के लिए तनाव बढ़ाएंगे.

घरेलू रेटिंग एजेंसी ने कहा कि एमएसएमई के मुकाबले मध्यम आकार की कंपनियों के पास अप्रत्याशित वित्तीय झटकों का मुकाबला करने की अधिक क्षमता है. इंडिया रेटिंग्स का अनुमान है कि अप्रैल 2025 में शुल्क युद्ध तेज होने के कारण परिचालन स्थितियों के बिगड़ने के साथ एमएसएमई अधिक कमजोर हो जाएंगे। ऐसा खासतौर से उन क्षेत्रों में होगा, जहां शुल्क युद्ध का प्रभाव नकारात्मक है.

MSMEs पहले से परेशानी में

रेटिंग एजेंसी ने 31 मार्च, 2024 तक की स्थिति के विश्लेषण के आधार पर सुझाव दिया कि 11 प्रतिशत मध्यम स्तर की कंपनियों की तुलना में 23 प्रतिशत एमएसएमई तनावग्रस्त रहे. विश्लेषण में यह भी कहा गया कि व्यापार चक्रों का प्रबंधन करने के लिए मध्यम कॉरपोरेट कोविड से पहले के स्तरों की तुलना में बेहतर स्थिति में हैं.

इंडिया रेटिंग्स एंड रिसर्च में संयुक्त निदेशक नीर्मय शाह ने कहा कि एमएसएमई को मध्यम कंपनियों की तुलना में कार्यशील पूंजी के मुद्दों से अधिक जूझना पड़ता है, और उन्हें इसका मुकाबला करने के लिए प्रतिस्पर्धी दरों पर पर्याप्त वित्त की जरूरत होती है.

उधर वाणिज्य मंत्रालय ने मंगलवार को कहा कि भारत और अमेरिका प्रस्तावित द्विपक्षीय व्यापार समझौते के पहले चरण को अंतिम रूप देने से पहले ‘शुरुआती पारस्परिक जीत’ की तलाश में हैं. दोनों देशों के मुख्य वार्ताकारों ने पिछले सप्ताह वाशिंगटन में प्रस्तावित समझौते से जुड़े बिंदुओं पर तीन-दिवसीय वार्ता पूरी की. इन बैठकों के दौरान दोनों ही पक्षों ने आयातित माल पर सीमा शुल्क और गैर-शुल्क मामलों समेत व्यापक विषयों पर विचार-विमर्श किया.

वाणिज्य मंत्रालय ने एक बयान में कहा, ‘टीम ने साल 2025 की शरद ऋतु (सितंबर-अक्टूबर) तक पारस्परिक रूप से लाभकारी, बहु-क्षेत्रीय द्विपक्षीय व्यापार समझौते के पहले चरण को पूरा करने की राह को लेकर चर्चा की. इसमें शुरुआती पारस्परिक जीत के अवसर भी शामिल हैं.’ उत्पादक क्षेत्रों के विशेषज्ञ स्तर की बातचीत ऑनलाइन माध्यम से आयोजित की गई हैं जबकि मई के अंत से होने वाली बैठकें व्यक्तिगत स्तर पर आयोजित की जाएंगी.

(भाषा से इनपुट के साथ)
Location :New Delhi,New Delhi,DelhiFirst Published :April 29, 2025, 16:11 ISThomebusinessट्रंप की जिद और जवाबी टैरिफ से किसे खतरा, इंडिया रेटिंग्स की चेतावनी

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