38 फीसदी महंगाई, सिर्फ 3 अरब डॉलर रिजर्व, पाकिस्तान की सरकार फिर भी फौज पर मेहरबान!

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Last Updated:May 26, 2025, 10:36 ISTपाकिस्तान ने 2025-26 के बजट में रक्षा खर्च में 18 फीसदी बढ़ोतरी की है, जबकि देश की आर्थिक स्थिति नाज़ुक है. महंगाई 38 फीसदी, विदेशी मुद्रा भंडार 3 अरब डॉलर और IMF के दबाव के बीच यह फैसला लिया गया. साफ है महंगाई…और पढ़ेंहाइलाइट्सपाकिस्तान ने रक्षा खर्च में 18% की बढ़ोतरी की है.महंगाई 38% और विदेशी मुद्रा भंडार 3 अरब डॉलर है.IMF के दबाव के बावजूद रक्षा खर्च बढ़ाया गया.पाकिस्तान ने साल 2025-26 के बजट में अपने रक्षा खर्च में 18 फीसदी की बढ़ोतरी करते हुए इसे 2.5 लाख करोड़ रुपये से भी ज्यादा कर दिया है. ये फैसला उस वक्त आया है, जब भारत के इस पड़ोसी मुल्क की आर्थिक हालत बेहद नाज़ुक है. महंगाई 38 फीसदी से ऊपर, विदेशी मुद्रा भंडार सिर्फ 3 अरब डॉलर और IMF के सख्त दबाव के बीच ऐसा फैसला लेना बर्बादी की तरफ एक और कदम हो सकता है.

सरकार का तर्क है कि अप्रैल में जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए हमले और फिर लाइन ऑफ कंट्रोल (LoC) पर बढ़ी गोलीबारी के बाद सुरक्षा बढ़ाना जरूरी हो गया था. लेकिन जानकार मानते हैं कि यह फैसला पाकिस्तान की डगमगाती अर्थव्यवस्था को और कमजोर कर सकता है.

बजट का यह चेहरा क्यों चिंता बढ़ा रहा है?

पाकिस्तान में पहले से ही बेरोजगारी और महंगाई से लोग बेहाल हैं. ऊपर से अब सरकार सैन्य तैयारी और महंगी पनबिजली परियोजनाओं में करोड़ों डॉलर झोंक रही है. आर्थिक विशेषज्ञ क़ैसर बंगाली कहते हैं, “रक्षा और डायमर-भाषा जैसे मेगा प्रोजेक्ट्स पर इतना खर्च करना बहुत जोखिम भरा है. इसका सीधा असर आम पाकिस्तानी की जेब और ज़रूरी सेवाओं पर पड़ेगा.”

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पानी पर ‘जंग’ का एलान?

पाकिस्तानी मंत्री अहसन इक़बाल ने भारत पर ‘वॉटर एग्रेसन’ यानी पानी को हथियार बनाने का आरोप लगाया. उनका दावा है कि भारत ऊपरी इलाकों में डैम बना रहा है, जिससे पाकिस्तान को पानी नहीं मिल पा रहा. इसी को लेकर उन्होंने 14 अरब डॉलर की डायमर-भाषा डैम परियोजना को रणनीतिक जरूरत बताया. लेकिन सवाल उठता है कि जब पैसा नहीं है, तो इतने बड़े प्रोजेक्ट्स कैसे चलेंगे? डायमर-भाषा डैम अब भी अधूरा है, और फंडिंग की भारी कमी इसका सबसे बड़ा रोड़ा है.

क्या है डायमर-भाषा डैम प्रोडेक्ट

डायमर-भाषा डैम प्रोजेक्ट पाकिस्तान का एक मेगा हाइड्रोपावर और वॉटर स्टोरेज प्रोजेक्ट है, जिसे गिलगित-बाल्टिस्तान क्षेत्र में इंडस नदी पर बनाया जा रहा है. इसकी लागत करीब 14 अरब डॉलर आंकी गई है. यह डैम 4,500 मेगावाट बिजली पैदा करने और 8.1 मिलियन एकड़ फीट पानी स्टोर करने की क्षमता रखता है. प्रोजेक्ट को “राष्ट्रीय सुरक्षा” से जोड़ते हुए पाकिस्तान इसे भारत के डैम प्रोजेक्ट्स के जवाब के रूप में पेश कर रहा है. लेकिन , फंडिंग की कमी, अंतरराष्ट्रीय विवाद और तकनीकी दिक्कतों के कारण यह वर्षों से अधूरा पड़ा है.

पाकिस्तान की आम जनता पर क्या असर?

सरकार कहती है कि बजट में देरी प्रधानमंत्री के विदेश दौरे और ईद की छुट्टियों की वजह से हुई. लेकिन विश्लेषक मानते हैं कि असली वजह IMF की शर्तें हैं, जो चाहते हैं कि पाकिस्तान फिजूलखर्ची बंद करे.

राशन महंगा, स्कूल-कॉलेज का बजट घटा.

बेरोजगारी बढ़ने का डर है.

स्वास्थ्य और शिक्षा जैसी ज़रूरी सेवाएं और पिछड़ेंगी.

Malkhan Singhमलखान सिंह पिछले 16 वर्षों से ख़बरों और कॉन्टेंट की दुनिया में सक्रिय हैं. प्रिंट मीडिया से लेकर डिजिटल मीडिया तक के सफर में कई नामी संस्थानों का नाम प्रोफाइल में जुड़ा है. ढाई साल से News18Hindi के साथ काम कर …और पढ़ेंमलखान सिंह पिछले 16 वर्षों से ख़बरों और कॉन्टेंट की दुनिया में सक्रिय हैं. प्रिंट मीडिया से लेकर डिजिटल मीडिया तक के सफर में कई नामी संस्थानों का नाम प्रोफाइल में जुड़ा है. ढाई साल से News18Hindi के साथ काम कर … और पढ़ेंभारत पाकिस्तान की ताज़ा खबरें OXBIG NEWS NETWORK India पर देखेंLocation :New Delhi,New Delhi,Delhihomebusiness38% महंगाई, सिर्फ 3 अरब डॉलर रिजर्व, पाकिस्तान की सरकार फिर भी फौज पर मेहरबान!

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