नई दिल्ली. CNBC-TV18 ग्लोबल लीडरशिप समिट में केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने महंगाई के मुद्दे पर अपनी राय रखी. रिटेल इंफ्लेशन 6 प्रतिशत से ज्यादा बनी हुई है और शेयर बाजार में इसके चलते गिरावट देखी गई है. केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने कहा, “मोदी सरकार के शासनकाल में मुद्रास्फीति का स्तर भारत की आजादी के बाद से सबसे कम रहा है.” पीयूष गोयल ने भारत की मजबूत आर्थिक स्थिति को बनाए रखने के लिए राजकोषीय और मौद्रिक नीतियों दोनों के मजबूत हस्तक्षेप का हवाला देते हुए आर्थिक चुनौतियों से निपटने में सरकार की “साहस” की सराहना की.
आरबीआई की होने वाली एमपीसी बैठक के बारे में पूछे जाने पर, पीयूष गोयल ने कहा कि अब आरबीआई को वास्तव में ब्याज दरों में कटौती पर विचार करना चाहिए. उन्होंने कहा कि मौजूदा खाद्य मुद्रास्फीति का इस फैसले से कोई संबंध नहीं है.
सरकार का महंगाई और खपत दोनों पर फोकस
महंगाई पर लगाम लगाने और खपत को बढ़ावा देने के उपायों पर केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने जोर देते हुए कहा कि सरकार और भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) मुद्रास्फीति को स्थिर करने के लिए सक्रिय रूप से मिलकर काम कर रहे हैं. भारत की खुदरा मुद्रास्फीति अक्टूबर में 6.21 प्रतिशत पर पहुंच गई, जो सितंबर में 5.49 प्रतिशत से अधिक है, जो मुख्य रूप से खाद्य पदार्थों, विशेषकर प्याज की बढ़ती कीमतों के कारण है. अगस्त के बाद यह पहली घटना है कि मुद्रास्फीति ने आरबीआई की 6 प्रतिशत सीमा को पार कर लिया है.
इस दौरान केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने दिसंबर तक गिरावट की बात कही है. साथ ही उन्होंने निवेशकों से बाजार में लंबी अवधि के नजरिये से निवेश करने को कहा है.
Tags: Business news, Piyush goyal, PM ModiFIRST PUBLISHED : November 14, 2024, 12:49 IST
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