Last Updated:May 19, 2025, 15:48 ISTएसएंडपी ग्लोबल ने अपनी स्टडी में कहा है कि अंतरराष्ट्रीय व्यापार नीति में चल रहे बदलावों से भारत को लंबे समय में लाभ होगा, इसे ध्यान में रखते हुए भारत ने अपने मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर को ग्लोबल इन्वेस्टर्स के लिए…और पढ़ेंहाइलाइट्सभारत के मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर में प्रगति हुई हैअंतरराष्ट्रीय व्यापार नीति में बदलाव से भारत को लाभ होगाभारत की आर्थिक वृद्धि दर 2024-25 में 6.3% रहने का अनुमान है.नई दिल्ली. भारत ने अपने मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर को ग्लोबल इन्वेस्टर्स के लिए अधिक आकर्षक बनाने में बेहतर प्रगति की है. एसएंडपी ग्लोबल की एक स्टडी में यह बात कही गई. इसके मुताबिक, अंतरराष्ट्रीय व्यापार नीति में चल रहे बदलावों से भारत को लंबे समय में लाभ होगा. एसएंडपी ग्लोबल इंडिया के इस अध्ययन में कहा गया कि अर्थव्यवस्थाओं द्वारा खुद को बदलते व्यापार के हिसाब से ढालने और शुल्क चुनौतियों के अनुकूल होने के साथ भारत विनिर्माण बढ़ाने और ग्लोबल चैन सप्लाई एकीकरण के लिए इस मौके का फायदा उठा सकता है. इस अध्ययन का शीर्षक ‘इंडिया फॉरवर्ड: ट्रांसफॉर्मेटिव पर्सपेक्टिव्स’ है.
इसमें कहा गया कि स्थानीय स्तर पर काम कराने, अंतिम बाजारों से निकटता और बढ़े हुए क्षेत्रीय एकीकरण के चलते इस क्षेत्र में अतिरिक्त निवेश आना चाहिए, जिससे भारत की तकनीकी उन्नति और विनिर्माण प्रतिस्पर्धा में तेजी आएगी.
हाई क्वालिटी जॉब्स पैदा होंगी
इस स्टडी के मुताबिक, इस दौरान विनिर्माण क्षेत्र में उच्च गुणवत्ता वाले रोजगार के अवसर तैयार होंगे. अध्ययन में कहा गया, ‘‘आगे चलकर वैश्विक व्यापार नीति में बदलाव से सप्लाईन चैन विविधता को बढ़ावा मिलेगा, जो भारत के लिए लाभकारी होगा.’’
वहीं, रेटिंग एजेंसी इक्रा ने 31 मार्च को समाप्त तिमाही में भारत की आर्थिक वृद्धि दर 6.9 प्रतिशत और पूरे वित्त वर्ष 2024-25 के लिए 6.3 प्रतिशत रहने का अनुमान लगाया है. यह राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (एनएसओ) के फरवरी में जताये गये अनुमान से कम है. एनएसओ ने फरवरी में 2024-25 में जीडीपी (सकल घरेलू उत्पाद) वृद्धि दर 6.5 प्रतिशत रहने का अनुमान लगाया था.
उल्लेखनीय है कि आर्थिक वृद्धि दर बीते वित्त वर्ष की जून, सितंबर और दिसंबर तिमाही में क्रमशः 6.5 प्रतिशत, 5.6 प्रतिशत और 6.2 प्रतिशत रही है. वित्त वर्ष 2024-25 में एनएसओ के 6.5 प्रतिशत वृद्धि के अनुमान को हासिल करने के लिए, मार्च यानी चौथी तिमाही में जीडीपी वृद्धि दर 7.6 प्रतिशत होनी चाहिए.
इक्रा की मुख्य अर्थशास्त्री अदिति नायर ने कहा कि वित्त वर्ष 2024-25 की चौथी तिमाही में निजी खपत और निवेश गतिविधि के रुझान दोनों असमान रहे. इसका एक कारण खासकर निवेश के मामले में शुल्क संबंधित अनिश्चितता थी.
(भाषा से इनपुट के साथ)
Chandrashekhar Guptaचंद्रशेखर गुप्ता, टीवी और डिजिटल मीडिया में 14 साल से सक्रिय हैं. न्यूज़18 के साथ जुड़ने से पहले उन्होंने जी न्यूज में काम किया है. वर्तमान में वह hindi.news18.com के बिजनेस सेक्शन पर काम कर रहे हैं. वे पर्सनल …और पढ़ेंचंद्रशेखर गुप्ता, टीवी और डिजिटल मीडिया में 14 साल से सक्रिय हैं. न्यूज़18 के साथ जुड़ने से पहले उन्होंने जी न्यूज में काम किया है. वर्तमान में वह hindi.news18.com के बिजनेस सेक्शन पर काम कर रहे हैं. वे पर्सनल … और पढ़ेंभारत पाकिस्तान की ताज़ा खबरें News18 India पर देखेंLocation :New Delhi,New Delhi,Delhihomebusinessयह रिपोर्ट देख बढ़ सकती है चीन की चिंता, भारत पर S&P ग्लोबल की खास स्टडी
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