Last Updated:March 25, 2025, 10:24 ISTअमेरिका की व्यापार टीम 25-29 मार्च तक भारत दौरे पर है. द्विपक्षीय व्यापार समझौते और रेसिप्रोकल टैरिफ पर चर्चा होगी. ब्रैंडन लिंच के नेतृत्व में टीम भारत के साथ व्यापारिक संबंध मजबूत करेगी.हाइलाइट्सअमेरिकी व्यापार टीम 25-29 मार्च तक भारत दौरे पर है.द्विपक्षीय व्यापार समझौते और टैरिफ पर चर्चा होगी.भारत-अमेरिका व्यापारिक रिश्तों में नए आयाम जुड़ सकते हैं.नई दिल्ली. अमेरिका की व्यापार टीम 25 से 29 मार्च तक भारत दौरे पर है. इस दौरान द्विपक्षीय व्यापार समझौते और आपसी व्यापार संतुलन पर चर्चा होगी. यह वार्ता 2 अप्रैल को लागू होने वाले रेसिप्रोकल टैरिफ (पारस्परिक शुल्क) से पहले हो रही है, जिससे भारत-अमेरिका व्यापारिक रिश्तों में नए आयाम जुड़ सकते हैं.
अमेरिकी दूतावास के प्रवक्ता के अनुसार, दक्षिण और मध्य एशिया के लिए सहायक अमेरिकी व्यापार प्रतिनिधि ब्रैंडन लिंच के नेतृत्व में अमेरिकी अधिकारियों की एक टीम भारत के दौरे पर है. इस बैठक का उद्देश्य भारत के साथ उत्पादक और संतुलित व्यापार संबंधों को मजबूत करना है. अमेरिकी व्यापार दल भारत सरकार के अधिकारियों के साथ विभिन्न व्यापार और निवेश मामलों पर चर्चा करेगा.
अमेरिका की ओर से यह दौरा ऐसे समय में हो रहा है जब भारत और अमेरिका के बीच व्यापारिक नीतियों को लेकर कई मुद्दे चर्चा में हैं. दोनों देशों के बीच व्यापार असंतुलन को कम करने और नई व्यापारिक संभावनाओं की तलाश इस वार्ता का मुख्य उद्देश्य है.
रेसिप्रोकल टैरिफ: चर्चा का मुख्य विषयअमेरिका द्वारा 2 अप्रैल से कुछ भारतीय उत्पादों पर रेसिप्रोकल टैरिफ लागू किया जाना प्रस्तावित है. इसके जवाब में भारत भी कुछ अमेरिकी उत्पादों पर समान शुल्क लगा सकता है. इस स्थिति को संतुलित करने के लिए दोनों देशों के व्यापारिक अधिकारी संभावित समझौतों पर विचार कर रहे हैं.
भारत की ओर से इस वार्ता में कुछ विशेष क्षेत्रों जैसे कृषि, टेक्नोलॉजी और फार्मा सेक्टर में व्यापारिक विस्तार की संभावनाओं पर ध्यान दिया जाएगा. अमेरिका भारत के साथ अपने व्यापारिक रिश्तों को संतुलित और पारस्परिक लाभकारी बनाना चाहता है.
क्या होगा इस वार्ता का असर?यदि इस बैठक में ठोस नतीजे सामने आते हैं, तो भारत और अमेरिका के बीच व्यापारिक सहयोग को मजबूती मिलेगी. इससे भारतीय निर्यातकों को अमेरिकी बाजार में अधिक अवसर मिल सकते हैं, वहीं अमेरिकी कंपनियों को भी भारतीय बाजार में अपने निवेश का विस्तार करने का अवसर मिलेगा.
भारत और अमेरिका की यह वार्ता न केवल द्विपक्षीय व्यापार संबंधों को प्रभावित करेगी, बल्कि वैश्विक व्यापार संतुलन पर भी असर डालेगी. अब देखना यह होगा कि इस बैठक से दोनों देशों को कितना लाभ मिलता है और व्यापार संतुलन को बेहतर बनाने के लिए क्या कदम उठाए जाते हैं.
महीनेभर से चल रहे प्रयासअमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने 2 अप्रैल से भारत पर नए टैक्स लगाने की चेतावनी दी है, क्योंकि उन्हें लगता है कि भारत अमेरिका से ज्यादा टैक्स वसूलता है. यदि ऐसा होता है तो भारत को हर साल करीब 7 अरब डॉलर का नुकसान हो सकता है. इसे रोकने के लिए भारत की तरफ से काफी प्रयास किए जा रहे हैं. 5 मार्च को भारत के व्यापार मंत्री पीयूष गोयल वाशिंगटन गए थे. इसी विषय पर चर्चा हुई और अब अमेरिका की व्यापार टीम भारत में है. भारत को उम्मीद है कि बातचीत से अमेरिका के ये नए टैक्स टल सकते हैं.
बता दें कि भारत ने पहले ही कई उत्पादों पर टैरिफ कम कर दिया है. हाई-एंड मोटरसाइकिल पर 50 फीसदी से घटाकर 30 फीसदी और बॉर्बन व्हिस्की पर 150 फीसदी से घटाकर 100 फीसदी किया गया है.
Location :New Delhi,New Delhi,DelhiFirst Published :March 25, 2025, 10:13 ISThomebusinessक्या टल जाएगा ट्रंप टैरिफ? लागू होने की तारीख नजदीक, अमेरिकी टीम पहुंची भारत
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