Last Updated:March 25, 2025, 16:01 ISTयूएस राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के रेसिप्रोकल टैरिफ से भारत का 5.66 लाख करोड़ का व्यापार दांव पर है. भारत 2 लाख करोड़ का समझौता कर 5 लाख करोड़ का निर्यात बचाने की कोशिश में है. 2 अप्रैल से टैरिफ लागू होने से पहले…और पढ़ें2 अप्रैल से लागू हो जाएगा अमेरिका द्वारा घोषित रिसिप्रोकल इंपोर्ट टैरिफ.हाइलाइट्सभारत का 5.66 लाख करोड़ का व्यापार दांव पर है.भारत 2 लाख करोड़ का समझौता कर निर्यात बचाने की कोशिश में है.यूएस टैरिफ से भारत के निर्यात पर बड़ा असर पड़ेगा.नई दिल्ली. किसी देश के लिए आर्थिक रूप से यह बिलकुल सही स्थिति नहीं है कि उसका 5 लाख करोड़ से ज्यादा का व्यापार दांव पर लग जाए. लेकिन भारत के सामने ये समस्या आकर खड़ी हो गई है. यूएस के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के रेसिप्रोकल टैरिफ ने दुनिया भर की तो नींद उड़ाई ही है, भारत की भी बैचेनी बढ़ा दी है. अब भारत किसी तरह यह कोशिश कर रहा है कि अगर थोड़ा नुकसान झेलकर बड़े नुकसान से बचाव हो जाए तो उससे बेहतर कुछ नहीं होगा. इसलिए देश अब अमेरिका के साथ एक डील करने की जुगत में भिड़ गया है. यहां एक परेशानी और है कि भारत के पास टैरिफ से जुड़े समझौते के लिए ज्यादा समय नहीं है.
दरअसर, 2 अप्रैल को ट्रंप द्वारा घोषित टैरिफ को लागू कर दिया जाएगा. इससे पहले ही भारत को किसी समझौते पर पहुंचना होगा. रॉयटर्स ने भारतीय अधिकारियों के हवाले से बताया है कि अगर टैरिफ लागू हो जाता है भारत से अमेरिका के कुल निर्यात का 87 फीसदी हिस्सा दांव पर लग जाएगा. इसकी वैल्यू 66 अरब डॉलर यानी 5.66 लाख करोड़ से अधिक है.
भारत क्या करेगा?आपकी जानकारी के लिए बता दें कि अमेरिका की व्यापार टीम 25 से 29 मार्च तक भारत दौरे पर है. इस दौरान द्विपक्षीय व्यापार समझौते और आपसी व्यापार संतुलन पर चर्चा होगी. इन बैठकों में भारत और अमेरिका टैरिफ को लेकर किसी ऐसे समझौते पर पहुंच सकते हैं जो दोनों के लिए फायदेमंद हो. सूत्रों की मानें तो यूएस से आने वाले आधे से ज्यादा सामान पर भारत टैरिफ घटाने की योजना बना रहा है. इस आयात की कुल वैल्यू 23 अरब डॉलर या 1.97 लाख करोड़ रुपये से अधिक है. यानी भारत 5 लाख करोड़ का निर्यात बचाने के लिए 2 लाख करोड़ रुपये का समझौता करने के लिए तैयार है. हालांकि, इस पर औपचारिक रूप से सरकार की ओर से कोई टिप्पणी नहीं की गई है.
कहां-कहां घटेगा टैरिफरॉयटर्स की खबर के अनुसार, भारत यूएस से होने वाले 55 फीसदी आयात पर टैरिफ घटा सकता है. अभी इन उत्पादों पर 5 से 30 परसेंट का आयात शुल्क लगाया जाता है. लेकिन कुछ सूत्रों का यह भी कहना है कि एक टैरिफ कट लागू करने की बजाय सरकार अलग-अलग श्रेणियों और सामानों के आधार पर भी टैरिफ में कटौती करने पर विचार कर रही है. इसके अलावा एक देश के एक नए टैरिफ रिफॉर्म का भी प्रस्ताव कर सकता है जिससे न सिर्फ अमेरिका से होने वाले आयात पर असर होगा बल्कि यह बाकी देशों के इंपोर्ट पर भी लागू किया जा सकेगा.
टैरिफ बढ़ा तो?अगर अमेरिका द्वारा घोषित टैरिफ लागू हो जाता है तो भारत द्वारा वहां भेजे जाने वाले पर्ल्स, मिनरल फ्यूल, मशीनरी, इलेक्ट्रिकल इक्विपमेंट्स, दाल, चावल व आटा समेत फार्मास्यूटिकल प्रोडक्ट्स पर सबसे ज्यादा प्रभाव पड़ेगा. नए टैरिफ से जहां भारत को नुकसान होने की आशंका है तो वहीं इंडोनेशिया, इजरायल और वियतनाम जैसे देशों के लिए यह फायदे का सौदा होगा क्योंकि ये देश फिर भारत के विकल्प के तौर पर उभरेंगे.
Location :New Delhi,DelhiFirst Published :March 25, 2025, 16:01 ISThomebusiness₹5.5 लाख करोड़ का बिजनेस दांव पर! बचाने के लिए चढ़ेगी 2 लाख करोड़ की आहुति?
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